

Plane Crash – Seat 11A: रहस्य, रोमांच और चमत्कार की कहानी
कभी-कभी ब्रह्मांड कुछ ऐसे संकेत देता है, जो इंसान की समझ से परे होते हैं।
1998 में थाईलैंड—रूअंगसक लोइचुसक, एक मशहूर गायक, थाई एयरवेज़ की फ्लाइट TG261 में सफर कर रहे थे। विमान दलदल में गिरा, चीख-पुकार मच गई, कई जिंदगियां बुझ गईं। लेकिन सीट 11A पर बैठे रूअंगसक मौत के मुंह से बाहर आ गए। उस हादसे के बाद, दस साल तक उन्होंने कभी हवाई यात्रा नहीं की… इतना गहरा डर, इतनी गहरी यादें।
अहमदाबाद एयर इंडिया की उड़ान AI171 के दुखद हादसे में सिर्फ एक यात्री विश्वास कुमार रमेश के जीवित बचने और उनकी सीट 11A का संयोग मिलने की जानकारी पर रूअंगसक अपने आप को रोक न पाए। जैसे ही उन्हें इस अजीब संयोग का पता चला, उन्होंने सिर्फ इतना ही कहा—”वो मेरी ही सीट थी- 11A” और उन परिवारों के लिए संवेदना जताई, जिन्होंने अपनों को खो दिया।
क्या ये सिर्फ इत्तेफाक है?
या सीट 11A में कोई अदृश्य ताकत है, कोई रहस्य, कोई दुआ, जो मौत के साए में भी ज़िंदगी को थाम लेती है…?
दो हादसे, दो देश, दो दशक और एक ही सीट पर दो जिंदगियां, मौत को मात देकर लौट आईं।