PM Diwali : इस बार प्रधानमंत्री जवानों के साथ कारगिल में दिवाली मनाएंगे!
New Delhi : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले 8 साल से सेना के जवानों के साथ दिवाली मनाते आ रहे हैं। साल 2014 में यह परंपरा तब शुरू हुई, जब मोदी ने पीएम पद संभाला! इस बार छोटी दिवाली के दिन वो अयोध्या में थे और लोगों ने सोचा शायद इस बार इस परंपरा टूट जाएगी। लेकिन, वे इस बार भी जवानों के साथ ही दिवाली मनाएंगे। नरेंद्र मोदी जम्मू-कश्मीर के कारगिल के द्रास सेक्टर पहुंच चुके हैं।
यहीं वे जवानों के साथ दिवाली सेलिब्रेट करेंगे। इससे पहले उन्होंने इस तरह से सीमा के अलग-अलग इलाकों में आर्मी के साथ दिवाली मनाई थी। 2018 में पीएम मोदी ने उत्तराखंड को चुना। इस बार उन्होंने उत्तरकाशी में आईटीबीपी के साथ दिवाली मनाई। 2019 में जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तो 2020 में राजस्थान के जैसलमेर में दिवाली मनाई थी!
कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक देश के हर कोने में दिवाली पर्व मनाया जा रहा है। कोरोना काल के बाद ये पहला मौका है, जब एक साथ मिलकर इस रोशनी के त्योहार का जश्न मना रहे हैं। पीएम मोदी ने 2014 में पीएम पद संभाला था तब से लगातार वो भारतीय सेना के योद्धाओं के बीच दिवाली मनाते आ रहे हैं। इस बार रविवार तक पुख्ता जानकारी नई मिली थी! ऐसे में कयास ले लगाए जाने लगे कि शायद ये परंपरा इस बार टूटने जा रही है! क्योंकि, छोटी दिवाली के दिन पीएम अयोध्या थे। लेकिन, आज सुबह पता चला है कि पीएम कश्मीर के द्रास सेक्टर में आर्मी सोल्जर्स के साथ त्योहार मनाएंगे।
सबसे पहले सियाचिन गए थे पीएम
साल 2014 में पीएम पद संभालने के बाद पीएम मोदी की ये पहली दिवाली थी. तब पीएम सियाचिन पहुंचे थे. सबसे दुर्गम पोस्टों में एक सियाचिन है जहां पर तापमान -30 डिग्री तक चला जाता है। यहां पर पीएम ने सबसे पहले जवानों के साथ दिवाली मनाई। उनके यहां पहुंचने पर जवानों के हौसले भी बुलंद थे। मोदी ने जवानों को मिठाई खिलाई और उनके साथ काफी समय बिताया! 2015 में उन्होंने पाकिस्तान की सीमा पर जवानों के साथ दिवाली मनाई थी। इस दौरान वे पंजाब गए थे और पंजाब बॉर्डर पर दिवाली मनाई थी। इसके बाद 2016 में उन्होंने हिमाचल प्रदेश में सैनिकों के साथ दिवाली मनाई। 2017 में जम्मू-कश्मीर के बांदीपोरा गए थे, जहां उन्होंने ड्यूटी पर तैनात बीएसएफ और सेना के जवानों के साथ दिवाली सेलिब्रेट की।