रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट
रतलाम. जिले के बिलपांक थाना क्षेत्र के गांव सूतरेती की पुलिया के निचे बुधवार की सुबह अज्ञात महिला की लाश मिलने के बाद पुलिस हरकत में आई थी और पुलिस ने महज 24 घंटे के भीतर ही आरोपी सहित अन्य आरोपीयों को गिरफ्तार कर लिया।
बता दें मृतक महिला की शिनाख्त भूली बाई पति भैरू बंजारा निवासी बंजली के रूप में हुई है। हत्यारे की पत्नी भाग गई थी और हत्या के मुख्य आरोपी को इस बात का संदेह था कि उसकी पत्नी को भगाने में भूली बाई का ही हाथ है। इसी रंजिश के चलते भूली बाई की हत्या को अंजाम दिया।
मृतिका के भाई जगदीश और कंवर लाल के अनुसार उनकी बहन 24 जुलाई को छत भराई के काम के लिए मिस्त्री के साथ गई थी। मिस्त्री ने कहा था कि 4 सौ रुपए मिलेंगे। शाम तक वापस आ जाएंगे। जब शाम तक वह नहीं आई तो भाइयों ने औद्योगिक थाना क्षेत्र में बहन भूली बाई की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज की थी।
मृतिका के हाथ पर नाम गुदा था कंवर लाल
उल्लेखनीय है कि भूली बाई के हाथ पर कंवर लाल नाम लिखा था जो कि उसका बड़ा भाई है और छोटा भाई जगदीश है।
दोनों भाइयों ने शव की शिनाख्त की।वैसे 37 वर्षीय भूली बाई काफी समय से पति से अलग रह रही थी।
क्या कहते हैं एसपी अभिषेक तिवारी
एसपी श्री अभिषेक तिवारी ने बताया कि मुख्य आरोपी बिजली निवासी लक्ष्मण बंजारा और नंदू मचार कोठड़ी निवासी देवीलाल भूरिया के घर भूलीबाई को ले गए, जहां पर कैलाशी बाई भी मौजूद थी, जो देवीलाल की पत्नी है। देवीलाल और नंदू दोनों साले और जीजा भी हैं।
लक्ष्मण बंजारा को यकीन था कि उसकी पत्नी को भगाने में भूली बाई का ही हाथ था। उसी रंजिश के चलते इन सभी ने कपड़े से गला दबाकर महिला की हत्या कर दी और शव को बोरे में भरकर पुलिया के नीचे फेंक दिया।
पुलिस ने इन आरोपियों को किया गिरफ्तार
पुलिस ने मुख्य आरोपी लक्ष्मण पिता कालू बंजारा, नंदू पिता भेरू मचार, देवीलाल पिता नंदराम भूरिया, कैलाश बाई पति देवीलाल को गिरफ्तार किया है।
शव को पुलिया से फेंकने में जिस मोटरसाइकिल का उपयोग किया गया था उसे भी पुलिस ने जप्त कर लिया है जो हीरो होंडा कंपनी की डीलक्स मॉडल MP 43 EH 5912 है।
इनकी रही सराहनीय भूमिका
थाना प्रभारी बिलपांक दीपक शेजवार, थाना प्रभारी औद्योगिक क्षेत्र ओपी सिंह, उप निरीक्षक जगदीश यादव, सहायक उप निरीक्षक रूप सिंह शक्तावत, आरक्षक हेमंत यादव, अशोक यादव, अर्जुन गणावा, पप्पू सिंह प्रधान आरक्षक मनमोहन शर्मा साइबर सेल, आरक्षक विपुल भावसार साइबर सेल ने हत्या की गुत्थी सुलझाने में महत्वपूर्ण भूमिका रही।
जिनके लिए एसपी ने 10 हजार रुपए का इनाम घोषित किया।