चापड़ा में हुए अंधे कत्ल का मामला पुलिस ने सुलझाया

-साहूकारी के साझेदार ने ही परिवार संग मिलकर कर दी हत्या, - नवागत थाना प्रभारी के प्रयासों से हुआ मामले का खुलासा,

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बागली। शुक्रवार को बागली पुलिस ने चापड़ा में लगभग साढ़े चार माह पहले महिला के अंधे कत्ल का मामला सुलझाने का दावा किया है। मामले में पुलिस ने महिला के साथ साझेदारी में साहूकारी का व्यापार करने वाले चापड़ा निवासी एक व्यक्ति और उसके परिवार के 4 अन्य सदस्यों को गिरफ़्तार किया है।

हत्या की वजह आरोपी द्वारा मृतका को 1.30 लाख रुपए ना लौटाना है।मृतका पाटीदार समाज की थी इस वजह से चापड़ा सहित क्षेत्र के पाटीदार समाज मे हत्या और शुरुआती जांच में पुलिस की नाकामी को लेकर आक्रोश था। पाटीदार समाज और चापड़ा के व्यापारियों ने ज्ञापन भी दिया था। जिसके बाद पुलिस ने एसआईटी गठित की थी। साथ ही मामले में सूचना देने पर 10 हजार के इनाम की घोषणा भी की थी।

यह था मामला
विगत 18 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि चापड़ा के नेमावर रोड पर वन नाके के सामने पशु घर में एक महिला का शव संदिग्ध अवस्था मे पड़ा हुआ है। तत्तकालीन थाना प्रभारी सुनीता कटारा ने पुलिस बल के साथ पहुंचकर शव के पंचनामे की कार्यवाही की।

शव की पहचान सावित्रीबाई पति रामचरण पाटीदार(65 वर्ष) निवासी हनुमान मंदिर के पास नेमावर रोड चापड़ा के रूप में हुई। पुलिस ने उस वक्त घटना स्थल का सूक्ष्मता से निरक्षण कर संदिग्धों से पूछताछ भी की थी। लेकिन मामले का खुलासा नहीं हो सका था।

इस दौरान बागली थाने के प्रभार में तब्दीली हुई और नवागत थाना प्रभारी दीपकसिंह यादव ने प्रभार संभाला। उन्होंने पुलिस अधीक्षक डॉ शिवदयालसिंह के निर्देशन और एसडीओपी राकेश व्यास के मार्गदर्शन में नए सिरे से जांच शुरू की। जिससे उन्हें मामला सुलझाने में सहायता मिली।

ब्याज का व्यापार और लेन-देन बना हत्या का कारण
मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि मृतक महिला और नेमावर रोड चापड़ा निवासी सिद्धेश्वर पिता मिश्रीलाल उपाध्याय(79 वर्ष) मिलकर पिछले 10 वर्षों से ब्याज(साहूकारी) का धंधा करते थे। मृतिका द्वारा कुछ समय पूर्व गांव में ही रहने वाले जगदीश बैरागी को ब्याज पर पैसे दिए थे जिसके ब्याज सहित 1 लाख, 30 हजार रुपए हो गए थे।

जगदीश बैरागी पैसे लौटा नहीं पा रहा था।इस कारण जगदीश बैरागी द्वारा अपना मकान सिध्देश्वर के पास गिरवी रख दिया गया था। गिरवी रखे मकान के पैसे सावित्रा बाई को सिद्धेश्वर द्वारा नहीं दिए जाने पर सावित्रा बाई पैसों की बार-बार मांग कर रही थी।

आरोपी द्वारा परेशान होकर परिवार के साथ मिलकर मृतिका सावित्रीबाई की हत्या कर दी गई। पुलिस हत्या के आरोप में सिद्धेश्वर सहित देवकरण उर्फ मनोहर पिता सिद्धेश्वर व निलेश पिता देवकरण उर्फ मनोहर उपाध्याय दोनों निवासी चापड़ा,हर्षित उर्फ मनीष पिता सतीश शर्मा निवासी देवास और नरेंद्र पिता प्रेम नारायण शर्मा निवासी शुजालपुर मंडी जिला शाजापुर को गिरफ्तार किया गया है।

सामग्री जब्त की
घटना में प्रयुक्त चाकू, आरोपियों के कपड़े व मोबाइल, जगदीश बैरागी के मकान की रजिस्ट्री और गिरवी रखा हुआ बन्द पत्र जब्त किया।

इनका रहा सहयोग
मामले को सुलझाने टीआई यादव के नेतृत्व में एएसआई अजय शर्मा, सदर अहमद कुरैशी व देवीसिंह निनामा, सायबर सेल प्रधान आरक्षक सचिन चौहान, आरक्षक महेश, धर्मेंद्र, मुकेश, संजय, रघुवीर, आशीष, राजू, राजेश, संतोष और शिवप्रतापसिंह सेंगर आदि का योगदान रहा।