Poster War in Badnawar : बदनावर में भंवरसिंह शेखावत के खिलाफ पोस्टर लगे!

1765

Poster War in Badnawar : बदनावर में भंवरसिंह शेखावत के खिलाफ पोस्टर लगे!

VDO : देखिए भाजपा और कांग्रेस के जिला अध्यक्षों ने क्या कहा!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar : विधानसभा चुनाव के नजदीक आने के साथ ल नेताओं के खिलाफ विरोध और आक्रोश भी सामने आने लगा है। धार जिले की बदनावर विधानसभा सीट के पूर्व भाजपा विधायक भंवरसिंह शेखावत के कांग्रेस में आने की अटकलों को लेकर बदनावर में उनके खिलाफ पोस्टर लगे दिखाई दिए। इनमें लिखा है कि कांग्रेस तुझसे बैर नहीं भाजपा आयातित नेता की खेर नहीं!
भले ही अभी भंवरसिंह शेखावत कांग्रेस में शामिल नहीं हुए है, किंतु शामिल होने की चर्चा से धार जिले की राजनीति गरमा गई। बदनावर में शेखावत मे कांग्रेस मे प्रवेश के विरोध मे पोस्टर लग गए। इन पोस्टरों में लिखा कि कांग्रेस से बैर नहीं किंतु भाजपा से आयातित नेता की खैर नहीं।

इस पोस्टर वार को लेकर भाजपा के जिला अध्यक्ष मनोज सोमानी ने कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि भंवरसिंह बडे वरिष्ठ नेता हैं, वे भाजपा छोड़कर नहीं जा सकते। रही बात पोस्टर की, तो वो कांग्रेस ने ही लगाए होंगे, क्योंकि उनको कांग्रेस नहीं पचा पाएगी। जबकि, कांग्रेस के जिला अध्यक्ष कमलकिशोर पाटीदार ने ऐसे किसी पोस्टर लगे होने से इंकार किया और कहा कि ये बात मेरी जानकारी में नहीं है।

भाजपा ने कहा यह कांग्रेस की फूट का नतीजा
शेखावत के विरोध में लगे पोस्टर के विरोध के बारे में भाजपा के जिला अध्यक्ष मनोज सोमानी ने कहा कि मैंने देखा है जिसमें यह इंगित किया गया है कि कांग्रेस में उनकी आवश्यकता नहीं है। सबसे पहला प्रश्न तो यह है भवंरसिंह शेखावत भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता है। वे आज के नहीं, कुशाभाऊ ठाकरे के जमाने के नेता हैं। उनके मार्गदर्शन में हमने काम किया है वह किसी अन्य राजनीतिक दल में जाने का सोच भी नहीं सकते। यह तो किसी असामाजिक तत्व या जिसको राजनीतिक फायदा उठाना है, ऐसे लोगों ने ही पोस्टर लगवाए हैं।
आपने देखा होगा भारतीय जनता पार्टी का पाचन तंत्र बहुत अच्छा और सुदृढ़ है। क्योंकि, हमारे प्रधानमंत्री कहते हैं कि भारत में जितने लोग रहते हैं वह सब हमारा परिवार हैं। कांग्रेस से आए हुए जितने भी भारतीय जनता पार्टी में लोग हैं उनको सबको सम्मान मिला है। मगर एक भी नेता आप बता दो जो भाजपा से गया है, कांग्रेस में उसे सम्मान मिला हो। क्योंकि, कांग्रेस की आपस की लड़ाई इतनी है कि वह दूसरों को क्या पचाएंगे इसलिए भंवरसिंह जी तो सोचेंगे ही नहीं। यह कांग्रेस की अंदरूनी लड़ाई है, उसी का यह पोस्टरवार है।