राणापुर से कमलेश नाहर की रिपोर्ट
Jhabua : रानापुर से 13 किमी दूर ग्राम चुई में आदिवासी लोक परम्परा का निर्वहन करते हुए दीपावली के दिन आने वाले साल का पूर्वानुमान लगाने वाला एक आयोजन हुआ। ग्राम चुई में भविष्यवाणी सुनने जमा लोगों को कोरोना संक्रमण का डर नहीं लगा। लुढ़काये गए पाड़े के तय की गई दूरी के आधार पर बताया गया कि अगले साल आंधी तूफान कम आएंगे और बारिश अच्छी होगी।
बारिश व फसलें इस साल से बेहतर होगी। यह भविष्यवाणी गुरुवार को ग्राम चुई के वागडूंगरा फलिया में की गई। पहाड़ी से लुढ़काया गया पाड़ा ठेठ नीचे तक नही पहुंचा। बीच में ही अटक गया। इसी के आधार पर यह भविष्यवाणी की गई।
प्रति वर्ष दीपावली पर होने वाली इस भविष्यवाणी को सुनने के लिए गुरुवार को सैकड़ो लोग ग्राम चुई पहुंचे। बुजुर्गों ने जैसे ही फसलें इस वर्ष से अच्छी होने की भविष्यवाणी की यहां मौजूद कई लोगों के चेहरे खिल गए इसमें आसपास के अलावा गुजरात, राजस्थान राज्य के ग्रामीण भी आए। ग्राम पंचायत माचलिया झर के सरपंच पति नानकिया बबेरिया ने बताया यह परंपरा पूर्वजों के जमाने से निरंतर चल रही है। ग्रामीण यहां होने वाली भविष्यवाणी पर पूरा विश्वास रखते हैं। पूर्ण श्रद्धा व आस्था से भरे ग्रामीणों की टोलियां सुबह से वाग डूंगर पहुंचने लगी थी। 8 बजते-बजते तो चारों ओर भीड़ ही भीड़ दिखने लगी थी।
गांव के मुख्य पुजारी बादु रावत के नेतृत्व में सरपंच कसना भाई आदि चौदस के दिन पाड़े को लेकर डूंगर पर चले गए थे। वहां बुधवार की रातभर भजन कीर्तन का दौर चला। गुरुवार की सुबह तक विधिपूर्वक बाबा देव की पूजा पाठ की गई। भजन कीर्तन का दौर भी चला। सुबह10बजे अंतिम विधि विधान कर पाड़े के चारो पैर बांध दिए गए। इसके बाद उसे ऊपर से लुढ़का दिया गया। पाड़ा बीच में ही अटक गया। इसके आधार पर भविष्यवाणी की गई। बताया गया कि आने वाले साल में गत वर्ष से बारिश अच्छी होगी। फसलों को समय-समय पर अच्छा पानी मिल जाने से फसलें जोरदार होगी। गौरतलब है मान्यता है कि अगर पाड़ा बीच में कहीं अटका तो बारिश भी बीच में दगा देगी। सीधा डोबन (गड्ढे) तक आने का मतलब है बारिश जोरदार होगी।
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