Preparation for Anwar’s Anticipatory Bail : अनवर यदि गिरफ्तार नहीं होता उसकी थी सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत की तैयारी!

कानून की पढाई कर रही बेटी ने जमानत के सारे कागजात तैयार करवा लिए थे!i

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Preparation for Anwar’s Anticipatory Bail : अनवर यदि गिरफ्तार नहीं होता उसकी थी सुप्रीम कोर्ट से अग्रिम जमानत की तैयारी!

Indore : लंबे समय से लव जिहाद के लिए फंडिंग मामले में फरार चल रहे वार्ड 58 के कांग्रेस पार्षद अनवर कादरी को बाणगंगा पुलिस ने जम्मू कश्मीर से गिरफ्तार कर लिया है। इससे पहले अनवर की बेटी आयशा को दिल्ली से गिरफ्तार किया था। तब मौका पाकर अनवर फरार हो गया था। बेटी आयशा अपने पिता की सुप्रीम कोर्ट में अग्रिम जमानत को लेकर तैयारी कर रही थी।

उसने वहां जमानत के दस्तावेज भी तैयार कराए थे, जिन पर अनवर के हस्ताक्षर हो गए थे। पुलिस को इस मामले में सुप्रीम कोर्ट से जानकारी मिली। इसके बाद पुलिस को शंका हुई थी कि अनवर बेटी के पास दिल्ली में है और टीम वहां पहुंच गई थी, लेकिन सफलता नहीं मिल पाई थी। अनवर पर 20 हजार रुपए का इनाम घोषित था।

जज की पढ़ाई कर रही बेटी

अनवर के परिवार के लोगों का कहना है कि आयशा की गिरफ्तारी कानूनी रूप से गलत है। वह वकील होने के नाते जमानत की अर्जी की तैयारी कर रही थी, ऐसे में उसे गिरफ्तार कर लिया गया। वह दिल्ली में सिविल जज की पढ़ाई की तैयारी कर रही है। उसकी छोटी बहन भी दिल्ली से वकालत की तैयारी कर रही है। पुलिस को मोबाइल में अनवर के साथ उसकी कोई बातचीत नहीं मिली तो उसे वहीं छोड़ दिया। जबकि, आयशा का 3 अगस्त तक का रिमांड मिला हुआ है।

फंडिंग करता है अनवर 

पुलिस ने साहिल शेख और अल्ताफ के खिलाफ दो युवतियों के साथ रेप और धर्म परिवर्तन के लिए दबाव बनाने का मामला दर्ज किया था। जांच के दौरान सामने आए वीडियो में दोनों आरोपियों ने अनवर का नाम लिया, जिस पर उन्हें लड़कियों को प्रेमजाल में फंसाने और निकाह के लिए पैसों का लालच देने का आरोप है। पुलिस को मिले वीडियो साक्ष्यों और आरोपियों के बयान के आधार पर पार्षद का नाम एफआईआर में जोड़ा था।

निकाह के दो लाख देने की बात

साहिल शेख और अल्ताफ ने बताया था कि अनवर ने युवकों को लड़की को फंसाने के लिए एक लाख और निकाह कराने पर दो लाख रुपए देने की बात कही थी। जांच में पता चला था कि यह एक संगठित गिरोह की साजिश हो सकती है। पुलिस इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की भी तलाश कर रही है।

 

14 साल पहले एक साल की सजा

2011 में कांग्रेस पार्षद, उसके भाई और एक अन्य आरोपी को जानलेवा हमले के मामले में अदालत ने एक-एक साल के कारावास की सजा सुनाई थी। यह हमला 6 मई 2009 को आजाद नगर चौराहे के पास अनवर हुसैन पर किया गया था। अनवर आरोपियों पर चल रहे एक अन्य मामले में गवाह था। पुलिस को कादरी के पास से पिस्टल, कट्टा, तलवार और चाकू मिले थे। सियाराम गुर्जर, थाना प्रभारी बाणगंगा ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार नहीं किया है। सोशल मीडिया पर फर्जी पाइंट चल रहा है। कादरी की तलाश में टीम जम्मू और दिल्ली गई है।