गणतंत्र पर्व के पहले पंचायतों को सोलर एनर्जी से रोशन करने की तैयारी

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भोपाल: प्रदेश में अब ग्राम पंचायतों को रोशन रखने के लिए सोलर एनर्जी को बढ़ावा दिया जाएगा। इसके लिए पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग सूर्य शक्ति योजना शुरू करने जा रहा है।

इस योजना में सोलर ऊर्जा को बढ़ावा देते हुए गांव की स्ट्रीट लाईट, नल-जल प्रदाय, कार्यालय और अन्य कामों में सोलर बिजली का उपयोग किया जाएगा। सरकार ने तय किया है कि इसके लिए अगले साल 26 जनवरी के पहले सोलर प्लांट लगाने का काम अधिकांश पंचायतों में कर लिया जाएगा।

परंपरागत बिजली पर निर्भरता कम करने के लिए शुरू किए जाने वाले सूर्य शक्ति अभियान में जिला एवं जनपद पंचायत कार्यालयों तथा ग्राम पंचायतों की कुल मासिक विद्युत खपत का आंकलन करने के निर्देश दिए गए हैं।

पंचायत और ग्रामीण विकास विभाग के प्रमुख सचिव उमाकांत उमराव द्वारा दिए गए निर्देश में कहा गया है कि पंचायतों में प्रतिदिन जितनी बिजली की खपत होती है, इसके समतुल्य आपूर्ति के लिए सौर ऊर्जा उत्पादन क्षमता के संयंत्र स्थापित किए जाएंगे। खपत और उत्पादन को ध्यान में रखते हुए ग्राम पंचायतों का ऊर्जा आॅडिट भी किया जा रहा है। इसके लिए राशि की व्यवस्था 15 वां वित्त, राज्य वित्त तथा पंचायतों की स्वयं की आय से की जाएगी।

इसके लिए विभाग ने खरगौन एवं खण्डवा जिले के एक-एक विकास खण्ड में प्राइमरी स्टडी भी कराई और उसके आधार पर अभियान की डीपीआर बनाई गई। अब इसके लिए ट्रेनिंग कार्यक्रम भी होंगे और चालू वित्तीय वर्ष से ही बड़ी संख्या में पंचायतों को इस अभियान से जोड़ा जाएगा।

15 नवम्बर तक पंचायतों को मिलेगा प्रशिक्षण
विभाग ने तय किया है कि पंचायतों में सोलर प्लांट लगने से नियमित विद्युत सप्लाई हो सकेगी। उसमें भी शासन द्वारा निर्धारित सब्सिडी का लाभ मिलेगा। अभियान में आगामी 15 अक्टूबर तक ऊर्जा आॅडिट, 15 नवम्बर तक पंचायतों का प्रशिक्षण तथा 26 जनवरी तक सौर ऊर्जा प्लांट्स की स्थापना की जानी है। ऐसी पंचायतें जो अपनी विद्युत खपत के अनुरूप सौर ऊर्जा उत्पादन करने में सक्षम हो जाएंगी, उन्हें सौर समृद्ध ग्राम पंचायत घोषित करते हुए पुरस्कृत किया जाएगा।