New Delhi : नए राष्ट्रपति के लिए होने वाले चुनाव की निगरानी के लिए भाजपा ने 14 सदस्यों वाली प्रबंधन टीम का गठन किया था। इसका नेतृत्व केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत कर रहे हैं। इससे पहले बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने राष्ट्रपति चुनाव से जुड़ी एक अहम बैठक रविवार को भी की थी। राष्ट्रपति चुनावों के लिए नामांकन भरने की आखिरी तारीख 29 जून है, मतदान 18 जुलाई को होगा और वोटों की गिनती 21 जुलाई को होगी।
इन दिनों राजनीतिक गलियारों में राष्ट्रपति चुनाव की हलचल है। लेकिन, अभी सरकार समेत विपक्ष का प्रत्याशी तय तक नहीं हुआ। विपक्ष के प्रत्याशी तय करने के लिए बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन NDA के प्रत्याशी के लिए अभी कोई आधिकारिक बैठक नहीं हुई। खबर है कि BJP आज मंगलवार को अपनी संसदीय दल की बैठक करेगी। संभावना है कि इसमें राष्ट्रपति पद के लिए नामों पर विचार होगा।
आज BJP के केंद्रीय कार्यालय में होने वाली इस बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वर्चुअल रूप से शामिल होंगे। गौरतलब है कि BJP द्वारा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को सभी राजनीतिक दलों से राष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवार पर बातचीत करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। उन्होंने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के मुखिया शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस की अध्यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार, ओडिशा के सीएम नवीन पटनायक और नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख फारूक अब्दुल्ला के साथ बातचीत की। लेकिन, इस बातचीत का कोई नतीजा नहीं निकला।
विपक्ष की बैठक भी बेनतीजा
इससे पहले 15 जून को राजधानी दिल्ली में विपक्षी नेताओं की एक बैठक हुई थी। इस बैठक के बाद घोषणा की गई थी कि विपक्ष राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतरेगा। राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के खिलाफ एक संयुक्त उम्मीदवार को मैदान में उतारने पर आम सहमति बनाने के लिए ममता बनर्जी द्वारा बुलाई गई विपक्षी पार्टियों की इस बैठक में 17 राजनीतिक दलों के नेता शामिल हुए थे। टीएमसी, कांग्रेस, सीपीआई, सीपीआई (एम), सीपीआईएमएल, आरएसपी, शिवसेना, एनसीपी, राजद, एसपी, नेशनल कॉन्फ्रेंस, पीडीपी, जेडी (एस), डीएमके, रालोद, आईयूएमएल और झामुमो – ने कॉन्स्टीट्यूशन क्लब में आयोजित बैठक में भाग लिया था। ताजा खबर के मुताबिक विपक्ष ने यशवंत सिन्हा को साझा उम्मीदवार बनाने का फैसला किया है।
किनके नामों पर चर्चा संभावित
बीजेपी की तरफ से राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार कौन होगा, फिलहाल इसका खुलासा नहीं हुआ। फिलहाल ऐसे कई नाम है, जिसे लेकर चर्चाएं तेज है। लेकिन, इनमें से कोई उम्मीदवार हो सकता है। संभावना इस बात की भी है कि बीजेपी इस बार किसी महिला या मुस्लिम चेहरे पर दांव लगा सकती है। मुस्लिम चेहरों में केरल के राज्यपाल मोहम्मद आरिफ खान का नाम सबसे आगे है। बीजेपी राज्यसभा और लोकसभा में कोई मुस्लिम चेहरा नहीं है, इसलिए पार्टी मोहम्मद आरिफ खान को राष्ट्रपति बनाकर दुनिया अपने सेक्युलर होने का संदेश दे सकती है।
* आनंदी बेन पटेल (80 वर्ष) – आनंदी बेन पटेल इस समय उत्तर प्रदेश की राज्यपाल हैं और पूर्व में गुजरात की मुख्यमंत्री रह चुकी हैं। वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मुख्यमंत्री रहते उनके कैबिनेट में मंत्री भी रह चुकी हैं। माना जा रहा हैं की गुजरात चुनाव को ध्यान में रखते हुए और देश में ओबीसी वर्ग में एक बड़ा मैसेज देने के लिए बीजेपी आनंदीबेन पर दांव लगा सकती है।
* डॉ तमिलसाई सौंदर्यराजन (61 वर्ष) – बीजेपी की पूर्व राष्ट्रीय सचिव डॉ तमिलसाई इस समय तेलंगाना की राज्यपाल हैं और पांडिचेरी की एलजी का अतिरिक्त काम देख रही हैं। वे पेशे से प्रोफेशनल डॉक्टर है। वे मूलतः तमिलनाडु के चेन्नई की रहने वाली हैं। कई राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पुरस्कार जीत चुकी है। साउथ में बीजेपी विस्तार की योजना के तहत संदेश देने के लिए बीजेपी तमिलसाई पर दांव लगा सकती है।
* थावरचंद गहलोत (74 वर्ष) – बीजेपी के विश्वस्त दलित नेता हैं। दलितों में संदेश देने और मध्य प्रदेश में आगामी चुनाव में राज्य के वोटरों को संदेश देने के लिए थावरचंद गहलोत की लॉटरी लग सकती है। लेकिन, मौजूदा राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद भी दलित हैं। इसके अलावा गहलोत की उम्र भी उनके लिए बाधा बन सकती है।
* आचार्य देवव्रत (63 वर्ष) – पीएम मोदी के विश्वस्त, संघ के प्रिय और बहुत ही साफ सुथरी छवि. लम्बे समय तक संघ के लिए प्रचारक भी रह चुके है। जबकि, गुरुकुल के जरिए शिक्षा की नई इबारत लिख चुके हैं। मौजूदा समय में गुजरात के राज्यपाल है। उनके जरिए बीजेपी कास्ट पॉलिटिक्स से भी बच सकती है। उनकी साफ सुथरी को कैश कर सकती है।
* द्रौपदी मुर्मू (64 वर्ष)- देश की 47 एसटी आरक्षित लोकसभा की सीट और देश के आदिवासियों के बीच सन्देश देने के लिए ओड़िशा की द्रौपदी मुर्मू पर दांव लगा सकती है। भविष्य में ओड़िशा विस्तार के तहत भी बीजेपी मुर्मू के नाम पर विचार कर सकती है।
* वेंकैया नायडू – देश के उपराष्ट्रपति और बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष वेंकैया नायडू के नाम पर भी बीजेपी प्लान साउथ के तहत दांव लगा सकती है।
* निर्मला सीतारमण – देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण चेन्नई से ताल्लुक रखती हैं। साउथ प्लान के तहत भारतीय जनता पार्टी निर्मला सीतारमण के नाम पर भी विचार कर सकती है। प्रधानमंत्री की बेहद विश्वस्त निर्मला की राजनीतिक यात्रा पर गौर करें तो कुछ भी हो सकता है।
बीजेपी केरल (Kerala) के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद (Arif Mohammad) देश के अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी (Mukhtar Abbas Naqvi) के नाम पर भी विचार कर रही है। ऐसा करके बीजेपी (BJP) दुनियाभर के मुसलमानों को संदेश दे सकती है।