Pressure on CMO : ठेकेदारों, नेताओं से घबराकर CMO ने वित्तीय अधिकार छोड़े!
मनावर से स्वप्निल शर्मा की रिपोर्ट
Manawar (Dhar) : नगर पालिका सीएमओ ने एक आदेश पारित कर तीन कर्मचारियों को विभाग में कार्य के लिए वित्तीय शक्तियों का अधिकार सौंप दिया। क्योंकि, ठेकेदार तथा परिषद के नेता नाराज होकर उनके साथ दुर्व्यवहार करने के लिए सीएमओ को उस हाॅल में बुला रहे थे, जहां CCTV कैमरे बंद थे। CMO ने इस बारे में कलेक्टर समेत अन्य अधिकारियों को पत्र भी लिखा है।
CMO प्रदीप शर्मा ने उपयंत्री ऋतुराज साकले को एक लाख रुपए, सहायक राजस्व निरीक्षक दिनेश चौहान को 75 हजार तथा सहायक राजस्व निरीक्षक सुदामा चौहान को भी 75 हजार रुपए की राशि विभागों के कार्यों के लिए वित्तीय अधिकार के रूप में सौंपी है। वित्तीय अधिकार सौंपने के कारण बताते हुए CMO ने बताया कि कुछ लोगों ने ठेकेदारों को उकसाने का प्रयास किया है।
परिषद के कुछ नेता ठेकेदारों से बात करने के लिए सीएमओ पर दबाव बना रहे थे, इसलिए उन्होंने CMO को बैठक करने के लिए उस कमरे में बुलाया जहां CCTV कैमरे बंद थे। इस पर उन्होंने बैठक के लिए बुलाने वालों को कहा कि उनके केबिन में ही आ जाए। जहां पारदर्शिता से बात करने मे उचित रहेगा। यहां सीसीटीवी कैमरे भी चालू थे। लेकिन वे वहां नहीं आए।
CMO ने इस संबंध में 14 नवंबर को धार कलेक्टर, संयुक्त संचालक नगरीय प्रशासन इंदौर, अध्यक्ष नगर पालिका परिषद मनावर तथा एसडीएम आदि को सूचना पत्र से इस संबंध में अवगत कराया। CMO का कहना है कि परिषद के हाल में अध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं उनके पति तथा पार्षदों के साथ कुछ ठेकेदार उनके भुगतान को लेकर जमा हो गए।
इस दौरान CMO को कुछ लोगों ने फोन पर जानकारी दी कि उनका उद्देश्य परिषद हाल में बुलाकर सीएमओ के साथ दुर्व्यवहार करने का था। ठेकेदारों से चर्चा करने पर ज्ञात हुआ कि ठेकेदारों को उकसाया गया है कि उनका भुगतान CMO के कारण नहीं हो रहा है। जबकि, टीएस व फाईल उपलब्ध नहीं होने के कारण ठेकेदारों का भुगतान नहीं हुआ। ऐसी परिस्थिति में जिन लोगों ने नगर पालिका में कार्य किया है, उनकी संतुष्टि व कार्य तेजी हो सके तथा अध्यक्ष स्वयं सीधे विभाग प्रमुख से अपनी निगरानी में कार्य करा सके, इसीलिए तीन कर्मचारियों को वित्तीय अधिकार सौंपे गए है।
इस पूरे घटना क्रम पर नपा अध्यक्ष संगीता शिवराम पाटीदार ने बताया कि CMO को चर्चा करने के लिए जरूर बुलाया था कि ठेकेदारों के जो भी पेंडिंग बिल है, उनका निपटारा किया जाए। रही उनके साथ दुर्व्यवहार करने की बात तो मनावर में आज तक किसी भी अधिकारी के साथ इस तरह की कोई घटना नहीं की गई।
अध्यक्ष का कहना है कि CMO हमेशा कहते है कि मैने नगर पालिका में काफी बचत कराई है। सवाल बचत का नहीं काम करने का है। इनके कार्यकाल में कई प्रकरण प्रधानमंत्री आवास व नामांतरण के पेंडिंग थे। ठेकेदारों का भुगतान नहीं होगा तो विकास कार्य भी प्रभावित होंगे। भुगतान रोकने से कार्य कौन करेगा।