सर्किल जेल में बंदियों ने किए अवसाद से दूर रहने के लिए अनूठे प्रयोग
रतलाम:जेल की चार दिवारी में रहकर भी बंदी अपना समय धर्म-आराधना में लगाकर समय को सार्थक करें। चिंता,अवसाद,तनाव से दूर रहकर मानसिक शांति प्राप्त करें,इस हेतु योग,हास्य प्रयोग,भजन एवं कीर्तन कराए गए।वैचारिक परिवर्तन के लिए सतसाहित्य का वितरण किया गया।पंचेड़ आश्रम तथा श्रीयुवा सेवा संघ द्वारा सर्किल जेल रतलाम में विशेष कार्यकम सत्संग रखा गया।
*भवबंधन से मुक्ति का प्रयास करें -*
आश्रम संचालक प्रवीण भाई ने कहा कि कोई भी व्यक्ति जानबूझकर अपराध नहीं करता अधिकांशतः छोटी मोटी बात पर ही व्यक्ति क्षणिक क्रोधावेश में आकर गलती कर बैठता हैं,फिर पश्चाताप करता हैं।कर्म की गति गहन हैं,कई बार प्रारब्धवश भी अपराध हो जाते हैं। किंतु हिम्मत नहीं हारनी चाहिए अपितु सभी को ईश्वर व सदगुरु का आश्रय लेकर भवबंधन से मुक्त होने का भी प्रयास करना चाहिए।
*आचरण में परिवर्तन जरूरी-*
महावीर भाई,मांगल्य मंदिर के ने कहा कि अपने भविष्य के लिए तथा समाज की मुख्यधारा में अपनी सक्रिय भूमिका निभाने के हेतु सभी को सदविचारों व सदाचरण को अपनाना चाहिए तथा धर्म,आचार्यों व संतों के विचारों एवं जीवन आचरण से प्रेरणा अवश्य लेनी चाहिए।
*संघ के सदप्रयासों की सराहना-*
जेल अधीक्षक लक्ष्मण भदोरिया एवं जेलर श्री ब्रजेश मकवाना ने बंदियों के जीवन में परिवर्तन के लिए प्रयासरत युवा सेवा संघ रतलाम के सदप्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि संघ द्वारा जेल में बंदी भाईयों के मध्य संस्कार सिंचन एवं उनका उत्साहवर्धन करने के लिए समय समय पर आयोजन किए जाते हैं। बंदियों में इन आयोजनों का सुखद परिणाम देखने को मिल रहा है।युवा सेवा संघ द्वारा दोनों ही अधिकारीयों का शाल और स्मृति चिन्ह भेंटकर अभिनंदन किया गया।
*श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान स्पर्धा होगी-*
संघ प्रवक्ता रविन्द्र सिंह जादौन ने बताया की संघ द्वारा सर्किल जेल रतलाम में श्रीमद भागवत गीता एवं तुलसी ज्ञान प्रतियोगिता का आयोजन 10 जनवरी को किया जाएगा।
प्रतियोगिता की तैयारी हेतु उन्हें श्रीमद्भागवत गीता एवं तुलसी रहस्य पुस्तिका संघ द्वारा उपलब्ध करवाई जावेगी।जिसकी मदद से वे प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करेंगे संघ द्वारा परीक्षा में उत्तीर्ण प्रतिभागियों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। कार्यक्रम में रामहरि भाई,समिति अध्यक्ष पी .पी.बाथव,युवा सेवा संघ अध्यक्ष रुपेश सालवी , राकेश परिहार,प्रकाश पालीवाल, शंकर भाई राठौड़ आदि उपस्थित रहें।आभार प्रदर्शन महावीर भाई ने किया।