
प्रियंका ही बनेंगी कांग्रेस का असली चेहरा…!
कौशल किशोर चतुर्वेदी
संसद के शीतकालीन सत्र में सांसद प्रियंका गांधी की सक्रियता ने यह साबित कर दिया है कि कांग्रेस को सही नेतृत्व प्रदान करने की क्षमता अब उनमें ही है। सदन में उपस्थिति का वह दृश्य सत्तापक्ष के नेताओं को भी प्रभावित कर रहा होगा जिसमें पंडित जवाहर लाल नेहरू के अपमान पर प्रियंका ने सत्ता पक्ष को आईना दिखाकर मानो बैकफुट पर ही ला दिया था। और पंडित नेहरू पर चर्चा के लिए उन्होंने 10 घंटे का समय निर्धारित कर एक बार में पूरी चर्चा करने का आग्रह किया था। जिसमें पंडित नेहरू को जिम्मेदार ठहराते हुए उनका जितना अपमान करना हो वह एक बार कर चर्चा को पूरी तरह से विराम दिया जाए। उसके बाद फिर वर्तमान मुद्दों पर पूरी तरह से ध्यान केंद्रित करने का आग्रह प्रियंका गांधी ने किया था। हाल ही में वरिष्ठ मंत्री नितिन गडकरी को उन्होंने आईना दिखाया था कि वह क्षेत्र के मुद्दों के लिए छह महीने से उनसे समय मांग रही हैं लेकिन अभी तक नहीं मिला। और फिर नितिन गडकरी ने प्रियंका को समय भी दिया और उनके साथ स्वादिष्ट खाना खाया और गपशप भी की। और अब पीएम मोदी और प्रियंका गांधी ने किस बात पर लगाए ठहाके, स्पीकर की बैठक में सांसदों के अंदाज की चर्चा सुर्खियाँ बटोर रही है। अनिश्चितकाल के लिए समाप्त होने के बाद लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने सांसदों के साथ एक बैठक की। यह बैठक बहुत ही खुशनुमा माहौल में हुई है, जिसमें पीएम मोदी और प्रियंका गांधी भी शामिल थे। पहली बार की संसद प्रियंका गांधी की यह सक्रियता यही बता रही है कि वास्तव में गांधी परिवार की सही उत्तराधिकारी वही हैं।
संसद का शीतकालीन सत्र खत्म होने के बाद सत्तापक्ष और विपक्षी सांसदों की एक बैठक हुई, जिसमें जोरदार ठहाके लगे। यह बैठक लोकसभा के स्पीकर ओम बिरला ने बुलाई थी, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए। वहीं लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की गैर-मौजूदगी में उनकी बहन प्रियंका गांधी ने विपक्षी दलों को लीड किया। यह बैठक संसद में स्पीकर के चैंबर में हुई। इसमें पीएम मोदी ,स्पीकर ओम बिरला और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई केंद्रीय मंत्री और विपक्ष के कई दिग्गज नेता शामिल हुए। विपक्षी दलों के सांसदों की अगुवाई कांग्रेस नेता और वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने की। स्पीकर के चैंबर में हुई इस बैठक में पक्ष-विपक्ष के सांसद ने चाय पर चर्चा की और जिस अंदाज में किसी बात पर जोरदार ठहाके लगाए, वह अब भारतीय राजनीति में कम ही देखने को मिल पाते हैं। ठहाके लगाने वालों में खुद पीएम मोदी और कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी भी शामिल हैं।
पीएम मोदी जॉर्डन, इथियोपिया और ओमान के दौरे से स्वदेश लौटे। इस दौरान संसद ने कई महत्वपूर्ण बिलों पर मुहर लगा दी है, जिसमें मनरेगा की जगह आया ‘विकसित भारत जी राम जी बिल’, न्यूक्लियर सेक्टर से जुड़ा महत्वपूर्ण विधेयक ‘शांति’ बिल और इंश्योरेंस सेक्टर में 100 प्रतिशत प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी देने वाला विधेयक भी शामिल है। विपक्ष खासकर ‘विकसित भारत जी राम जी’ बिल का बहुत ज्यादा विरोध कर रहा है और उसकी शिकायत है कि ऐसा करके सरकार ने ‘महात्मा गांधी’ का नाम हटा दिया है। हालांकि, जब दोनों सदनों से यह विधेयक पास हो गया, तब लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने इसपर आपत्ति की है। उन्होंने विदेश से एक लंबे-चौड़े पोस्ट में एक्स पर लिखा, ‘पिछली रात मोदी सरकार ने मनरेगा के 20 वर्षों को एक ही दिन में धाराशायी कर दिया।… वी बी– जी राम जी, मनरेगा का ‘रीवैम्प’ नहीं है। ये अधिकार-आधारित, मांग-आधारित गारंटी को समाप्त कर देता है और इसे एक राशन वाली योजना में बदल देता है, जिसे दिल्ली से नियंत्रित किया जाता है। यह डिजाइन से ही राज्य और गांव के खिलाफ है।….’
तो संसद के शीतकालीन सत्र की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। प्रधानमंत्री मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और प्रियंका गांधी सहित कई विपक्षी नेता एक साथ बैठे नजर आए। पहली बार की सांसद प्रियंका गांधी को रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के बगल की सीट दी गई और वे साथ चाय पीती दिखीं। खास बात ये भी है कि राहुल गांधी मॉनसून सत्र के समापन में लोकसभा अध्यक्ष द्वारा बुलाई गई ऐसी ही बैठक में नहीं गए थे। लेकिन बहन प्रियंका इस बार की बैठक में न केवल शामिल हुईं बल्कि अपनी प्रभावी उपस्थिति हर जगह दर्ज कराई। प्रियंका गांधी भविष्य में कांग्रेस का चेहरा बनेगी। यह बात लगभग तय नजर आ रही…।
लेखक के बारे में –
कौशल किशोर चतुर्वेदी मध्यप्रदेश के वरिष्ठ पत्रकार हैं। प्रिंट और इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में पिछले ढ़ाई दशक से सक्रिय हैं। पांच पुस्तकों व्यंग्य संग्रह “मोटे पतरे सबई तो बिकाऊ हैं”, पुस्तक “द बिगेस्ट अचीवर शिवराज”, ” सबका कमल” और काव्य संग्रह “जीवन राग” के लेखक हैं। वहीं काव्य संग्रह “अष्टछाप के अर्वाचीन कवि” में एक कवि के रूप में शामिल हैं। इन्होंने स्तंभकार के बतौर अपनी विशेष पहचान बनाई है।
वर्तमान में भोपाल और इंदौर से प्रकाशित दैनिक समाचार पत्र “एलएन स्टार” में कार्यकारी संपादक हैं। इससे पहले इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में एसीएन भारत न्यूज चैनल में स्टेट हेड, स्वराज एक्सप्रेस नेशनल न्यूज चैनल में मध्यप्रदेश संवाददाता, ईटीवी मध्यप्रदेश-छत्तीसगढ में संवाददाता रह चुके हैं। प्रिंट मीडिया में दैनिक समाचार पत्र राजस्थान पत्रिका में राजनैतिक एवं प्रशासनिक संवाददाता, भास्कर में प्रशासनिक संवाददाता, दैनिक जागरण में संवाददाता, लोकमत समाचार में इंदौर ब्यूरो चीफ दायित्वों का निर्वहन कर चुके हैं। नई दुनिया, नवभारत, चौथा संसार सहित अन्य अखबारों के लिए स्वतंत्र पत्रकार के तौर पर कार्य कर चुके हैं।





