Problem With ISBT : पत्थर मुंडला ISBT से प्राइवेट बस ऑपरेटरों का फिलहाल बस संचालन से इंकार!
Indore : पत्थर मुंडला स्थित आईएसबीटी चालू कर दिया गया है। यहां से एआईसीटीएसएल की इंटरस्टेट बसें चल रही है। शहर की अन्य प्राइवेट बसें अभी यहां से संचालित नहीं हो रही। जिस प्रकार इस बस स्टैंड के शुरू होने का प्रचार एआईसीटीएसएल और अन्य प्रशासन ने किया था, उसके अनुरूप यहां से संचालन नहीं दिख रहा। शहर की घनी आबादी क्षेत्र से बहुत दूर होने के कारण साथ ही आवागमन के पर्याप्त साधन भी नहीं होने के कारण प्राइवेट बस संचालक यहां से अपनी बसों को चलाने में फिलहाल और सहजता महसूस कर रहे हैं। बस ऑपरेटर और आम लोगों का भी कहना है कि बहुत दूर होने के कारण साथ ही यहां पहुंच मार्ग भी खराब होने के कारण बहुत परेशानी होती है।
जानकारी अनुसार पत्थर मुंडला में बनाए गए आईएसबीटी (इंटरस्टेट बस टर्मिनल) की शुरुआत करीब एक महीना पहले की जा चुकी है। शुरुआत में यहां से पुणे महाराष्ट्र और गुजरात आने जाने वाली बसों के संचालन की बात सामने आई है। एआईसीटीएसएल सीईओ का कहना रहा है कि यहां से शीघ्र ही अन्य मार्गों की बसों का भी संचालन शुरू हो जाएगा। लेकिन, अभी तक ऐसा नहीं हो सका। देखा जाए तो सभी प्राइवेट बस ऑपरेटर अपनी बसों का संचालन अपने पूर्वक स्थान से ही कर रहे हैं। जहां तक प्राइवेट बस संचालकों का आईएसबीटी से अपनी बसों को चलाने का प्रश्न है, वह फिलहाल यहां से दूरी बनाए हुए हैं।
तीन इमली से ही करीब 10 किमी
जहां तक पत्थर मुंडला स्थित आईएसबीटी की दूरी का सवाल है, तो यह सरवटे बस स्टैंड से करीब 15 से ज्यादा किलोमीटर है। वही तीन इमली चौराहे से ही पत्थर मुंडला की दूरी 10 किलोमीटर से भी अधिक बताई जा रही है। सबसे बड़ी बात यह कि दूरी के साथ ही तीन इमली बस स्टैंड से पत्थर मंडला बस स्टैंड तक पहुंच मार्ग बहुत ही जर्जर है। हालांकि, एक अन्य मार्ग का विकल्प मौजूद है, लेकिन अधिकांश लोगों को उसकी जानकारी नहीं है। साथ ही दोनों मार्गों पर जहां तक आवागमन की बात है शाम 6 बजे के बाद दोनों ही मार्ग सुनसान स्थिति में पहुंच जाते हैं। यहां कई बार आपराधिक वारदातें भी सामने आ चुकी हैं।
रात के समय असुरक्षित
जहां तक पत्थर मूंडला के इस आईएसबीटी से शहर में आने का प्रश्न है रात के समय यहां से शहर में आना और यहां तक पहुंचाना दोनों ही असुरक्षित है। सिर्फ बस ऑपरेटर ही नहीं शहर के आम लोग भी इसी सुरक्षा के कारण कई सवाल उठा रहे हैं।