दलित बस्ती मे शराब की दुकान खोले जाने का विरोध शुरू

ठेकेदार द्वारा बस्ती में उतारी जा रही थी शराब

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दलित बस्ती मे शराब की दुकान खोले जाने का विरोध शुरू

छतरपुर: छतरपुर जिले के अलीपुरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नगर के दलित बस्ती में नए ठेके के तहत शराब की दुकान खोले जाने पर महिलाओं एवं ग्रामीणों ने जमकर उत्पात मचाया एवं शराब की दुकान खोले जाने का लाठी-डंडे लेकर विरोध प्रदर्शन किया।

दलित बस्ती की महिलाओं एवं पुरुषों का कहना है कि मोहल्ले में घनी आबादी होने के कारण शराब शराब विक्रय होने से उनके बहुओं एवं बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ रहा है जिससे उनके घर के पुरुष एवं युवा पीढ़ी शराब के नशे की आदि होने लगी है और घरों में प्रतिदिन झगड़े होने लगे हैं कई महिलाओं ने बताया कि उनका परिवार शराब पीने से या तो बर्बाद हो चुके हैं या उनका घर का चिराग बुझ चुका है।

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विमला अहिरवार ग्रामीण दलित बस्ती का कहना है की शराब की दुकान विगत 1 वर्ष से इस मोहल्ले में खुली है जिससे हमारी बहुओं एवं बच्चों का निकलना मुश्किल हो गया है और हमें रात भर शराब पीने वालों की गालियां एवं परेशानी झेलनी पड़ती है।

ऐसी स्थिति में नए ठेकेदार पंकज राय द्वारा जैसे ही रविवार की रात करीब 9:00 बजे दलित बस्ती में शराब की दुकान में माल उतरवाने लगे उसी समय ग्रामीण महिलाएं एवं भीम आर्मी के कुछ लोग इकट्ठे होकर लाठी-डंडों से शराब उतरवाने का विरोध करने लगे। मामला इतना बढ़ गया कि महिलाओं ने ठेकेदार के कर्मचारियों के साथ छीना झपटी तक कर डाली उसके बाद अलीपुरा पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामले को शांत करवाया और सुबह होने तक का समय मांगा।

सोमवार को मामले को तूल पकड़ता देख एवं वरिष्ठ अधिकारियों के संज्ञान में आते ही नौगांव एसडीओपी चंचलेश मरकाम नौगांव थाना प्रभारी दीपक यादव एवं अलीपुरा थाना प्रभारी प्रमोद रोहित भारी पुलिस बल के साथ दलित बस्ती पहुंचे जहां पर एसडीओपी नौगांव द्वारा दलित महिलाओं एवं भीम आर्मी के सदस्यों की समस्या को सुना और समझा उन्होंने सभी को दो दिवस के अंदर शराब की दुकान में पड़े स्टॉप को नगर से बाहर बेचे जाने का आदेश दिया।

प्रशासनिक अधिकारियों में आबकारी विभाग के अधिकारी जितेंद्र शर्मा एवं जिनेंद्र भीलवाड़ भी मौके पर पहुंच गए जहां पर विवाद को बढ़ता देख उन्होंने दुकान को सील कर दिया और अब दुकान के अंदर पड़ा माल पुलिस अभिरक्षा के बीच ही निकाला जाएगा जहां सभी को इसकी जानकारी दी।

कुल मिलाकर प्रशासन के मौके पर पहुंचने से एक बड़ी घटना होने से बच गई और शराब की दुकान को गांव से बाहर खोले जाने के लिए ठेकेदार को कहा गया

●इनका कहना है..

नौगांव SDOP चंचल एस मरकाम का कहना है कि दलित बस्ती के बीचो बीच शराब की दुकान खुला जाना गलत है महिलाओं की समस्याओं को देखते हुए तीन दिवस के अंदर शराब की दुकान गांव से बाहर अन्य जगह खोले जाने के निर्देश दिए गए हैं।

आबकारी सब इंस्पेक्टर जितेंद्र पाटकर का कहना है कि जैसे ही ठेकेदार को दूसरी जगह दुकान मिलती है वहां पर दुकान का शराब का स्टॉक भेज दिया जाएगा दलित बस्ती में शराब की दुकान नहीं खोली जाएगी।

विरोध और हंगामा बढते देख पुलिस मौके पर पहुंची और ग्रामीणों को समझाने का प्रयास किया, पुलिस ने ग्रामीणों को आश्वासन दिया कि शराब दुकान को दूसरी जगह मिलने पर इस दुकान को यहां से शिप्ट कर दिया जायेगा।

बाईट- अमित सांघी (SP छतरपुर)