Pushya Nakshatra: सिद्ध योग होने से और भी विशेष हुआ “पुष्य नक्षत्र”

मंगलवार प्रातः 5 बजकर 13 मिनिट से प्रारंभ, बुधवार सुबह 8 बजे तक रहेगा

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Pushya Nakshatra: सिद्ध योग होने से और भी विशेष हुआ “पुष्य नक्षत्र”

(उज्जैन से सुदर्शन सोनी की रिपोर्ट)

उज्जैन । इस बार नक्षत्र राज पुष्य नक्षत्र का आगमन 18 अक्टूबर मंगलवार को होने से और भी खास रहेगा। यह नक्षत्र मंगलवार को प्रातः 5 बजकर 13 मिनट से प्रारंभ होगा जो दिन भर बना रहेगा।
ज्योतिषाचार्य पं चंदन श्यामनारायण व्यास के अनुसार हर वर्ष दीपावली के पूर्व आने वाले पुष्य नक्षत्र का इंतजार सभी लोगों को रहता है। बुधवार को प्रातः 8, बजकर 7 मिनिट तक पुष्य नक्षत्र रहेगा। इस दिन सिद्ध योग होने से और भी विशेष दिन रहेगा। 18 अक्टूबर को पुष्य नक्षत्र में सूर्य और शुक्र दोनों ग्रह तुला राशि में रहेंगे। बुध व सूर्य मिलकर कन्या राशि में बुधादित्य योग अक्टूबर में बना रहे हैं। बुधादित्य योग को शुभ व लाभकारी माना गया है। 18 तारीख को सूर्य व शुक्र तुला राशि में होने से कई राशि वालों को लाभ मिलेगा। पुष्य नक्षत्र के दिन शुक्र व सूर्य की तुला राशि में युति बनने से धनु, कन्या व मकर राशि वालों को लाभ मिलेगा। धनु राशि के जातकों को करियर व व्यापार में सफलता मिल सकती है। कन्या राशि वालों को आकस्मिक धन लाभ हो सकता है। इस अवधि में लंबे समय से अटका धन वापस मिल सकता है। नौकरी की तलाश करने वाले जातकों को शुभ समाचार मिल सकता है।

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पं चंदन श्यामनारायण व्यास के अनुसार पुष्य नक्षत्र में कंकू, हल्दी, गुड, धना, पुस्तक, कलम (पेन), बही खाते, स्वर्ण, चांदी की वस्तु, धातु के बर्तन (तांबा, पीतल, कांसा) भगवान की प्रतिमा आदि लेना शुभ माना गया है। यह सभी वस्तुएं भाग्योदय करने में सहायक होती है।
खरीदी के मुहूर्त चोघड़िए के अनुसार
प्रातः 9.30 से 11
प्रातः 11.1 से 12.30
दोपहर 12.31 से 2
दोपहर 3.50 से 5
लग्न अनुसार विशेष मुहूर्त
सुबह 8.35 से 10.50 वृश्चिक लग्न
दोपहर 2.43 से 4.17 कुंभ लग्न
सांय 7.26 से 9.24 वृषभ लग्न
अपर रात्रि 1.54 से 4.6 सिंह लग्न
अति विशेष मुहूर्त प्रातः 9 से 10.50