
आदिवासी छात्र की मृत्यु के मामले में झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार, हॉस्टल अधीक्षक जितेंद्र मंडलोई निलंबित
खरगोन :मध्य प्रदेश के खरगोन जिले के बलकवाड़ा स्थित एक शासकीय छात्रावास के कक्षा ग्यारहवीं के छात्र की मृत्यु के मामले में उसे इंजेक्शन लगाने वाले झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार कर लिया गया है। छात्र संगठनों ने पुलिस स्टेशन और तहसील ऑफिस पहुंचकर काफी देर तक हंगामा भी किया।
मंडलेश्वर की एसडीओपी श्वेता शुक्ला ने बताया कि झोलाछाप डॉक्टर पप्पू चौहान को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपी को कल न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि कसरावद के विकासखंड चिकित्सा अधिकारी और तहसीलदार ने पुलिस की उपस्थिति में झोलाछाप डॉक्टर के बलकवाड़ा स्थित क्लीनिक से एलोपैथिक दवाइयां जब्त की थी । उन्होंने अपनी जांच रिपोर्ट में उसका किसी प्रकार की डिग्री अथवा रजिस्ट्रेशन होना नहीं पाया जाना बताया था। इस रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने बीएनएस की धारा 105 और नेशनल मेडिकल कमीशन एक्ट 2019 की धारा 15 (2) (b) के अंतर्गत प्रकरण दर्ज किया था। उन्होंने बताया कि प्रारंभिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डॉक्टरों ने ‘नो डेफिनेट ओपिनियन’ उल्लेखित किया है इसलिए फिलहाल मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं है। विसरा की जांच रिपोर्ट के आधार पर तथ्य सामने आएंगे।
इस मामले को लेकर छात्र संगठनों ने कसरावद तहसील ऑफिस और बलकवाड़ा के पुलिस स्टेशन पर प्रदर्शन कर डॉक्टर के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने और गिरफ्तार करने की मांग की थी। कसरावद में प्रदर्शन के दौरान मृतक छात्र सुरेश कौर की बहन बेहोश हो गई थी, और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
बलकवाड़ा के थाना प्रभारी रितेश यादव ने बताया कि कि हॉस्टल प्रबंधन ने 17 वर्षीय सुरेश कौर की तबीयत बिगड़ने पर उसे 6 छात्रों और एक चपरासी के साथ भेज कर झोलाछाप डॉक्टर पप्पू चौहान को दिखाया था। पप्पू चौहान द्वारा इंजेक्शन दिए जाने के बाद वह बेहोश हो गया और घबराया डॉक्टर खुद गाड़ी लेकर सुरेश को लेकर जिला अस्पताल ले जाने के लिए निकला । लेकिन रास्ते में और हालत बिगड़ते देख डॉक्टर ने डीजल खत्म होने का बहाना बनाया और फरार हो गया।
उधर जिला कलेक्टर भव्या मित्तल ने शासकीय सीनियर बालक छात्रावास बलकवाड़ा के हॉस्टल अधीक्षक जितेंद्र मंडलोई को निलंबित कर दिया है ,और विभागीय जांच के आदेश दिए हैं।
सहायक आयुक्त आदिवासी विकास खरगोन इकबाल हुसैन आदिल ने बताया कि इस मामले में महेश्वर के विकासखंड शिक्षा अधिकारी द्वारा की जा रही आंतरिक जांच की रिपोर्ट आना शेष है।





