Rain : प्रदेश के 18 जिले तरबतर, पर 11 जिलों में अभी भी कम बरसात!

2 अगस्त से नया सिस्टम फिर कराएगा जमकर बरसात 

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Bhopal : इस बार मानसून की बारिश से लोग खुश हैं। 18 जिलों में सामान्य पानी बरस गया, जबकि 11 जिलों में अभी भी अच्छी बारिश का इंतजार है। प्रदेश में बुंदेलखंड, बघेलखंड के हिस्से से मानसून रूठा है। झाबुआ, अलीराजपुर, दतिया, टीकमगढ़, निवाड़ी, सतना, रीवा, सीधी, सिंगरौली, कटनी और डिंडौरी में सबसे कम बारिश हुई है। यहां कोटे से 21% से लेकर 45% तक कम पानी गिरा है।
प्रदेश में मानसून ने 16 जून से दस्तक दी थी। 27 जुलाई तक प्रदेश के ज्यादातर शहरों में खूब पानी गिरा। डेढ़ महीने में प्रदेश में सामान्य से 16% ज्यादा (यानी 21 इंच) बरसात हुई। जबकि, 18 इंच बारिश होना थी। बारिश का कोटा पूरा हो गया। फसलों की सिंचाई और पीने के लिए भी पानी का स्टॉक भी हो गया। बीते 24 घंटे के दौरान उमरिया, सीधी, रतलाम और मलजखंड में हल्की बारिश हुई।
मौसम विभाग के अनुसार ग्वालियर, चंबल, बघेलखंड और बुंदेलखंड में अच्छी बारिश की संभावना है। 2 अगस्त से नया सिस्टम बन रहा है। इससे इन इलाकों में भी अच्छी बारिश हो सकती है। रबी की फसल के लिए किसानों को पर्याप्त पानी मिल सकेगा। तालाबों में भी पानी का लेवल अच्छा हो गया है। बारिश के बाद के लिए यह फायदे वाली हो गई है।
बंगाल की खाड़ी और अरब सागर के कारण इंदौर, उज्जैन, खंडवा, रतलाम, बैतूल, खंडवा, रायसेन, देवास, हरदा, भोपाल, नर्मदापुरम, विदिशा, सीहोर और गुना राजगढ़ में ज्यादा बारिश हो रही है। गुजरात, छत्तीसगढ़ और यूपी से सटे जिलों में मानसून अभी तक ज्यादा एक्टिव नहीं हो पा रहा है। इसके कारण यह हालत बने हैं।

यहां अब तक हुई जमकर बारिश
देवास, हरदा, खंडवा, बड़वानी, खरगोन, बुरहानपुर, बैतूल, भोपाल, श्योपुरकलां, गुना, विदिशा, राजगढ़, आगर मालवा, शाजापुर, सीहोर, छिंदवाड़ा, सिवनी और नर्मदापुरम में सबसे ज्यादा बारिश हुई। यहां सामान्य से 20% से लेकर 77% तक ज्यादा पानी गिरा। महाराष्ट्र, बिहार, छत्तीसगढ़ और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे जिलों में नमी आने के कारण ज्यादा बारिश हुई। ग्वालियर इलाके से गुजर रही ट्रफ लाइन उस तरफ बारिश करवा रही है।