Rajasthan Cabinet Expansion:भजन लाल शर्मा मंत्रिपरिषद के पहले विस्तार में नवाचार- पुराने कम, नए चेहरे ज्यादा
गोपेन्द्र नाथ भट्ट की त्वरित टिप्पणी
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा के मंत्रिपरिषद के शनिवार को हुए पहले विस्तार में 22 मंत्रियों को शामिल किया गया है। भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने भजन मंत्रिपरिषद के इस विस्तार में मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरह पुराने नेताओं की जगह नए नेताओं को अधिक संख्या में शामिल किया गया है। मंत्रीपरिषद में 12 कैबिनेट,5 स्वतंत्र प्रभार वाले राज्य मंत्री और 5 राज्य मंत्रियों को शपथ दिलाई गई हैं,जिसमें अनुभवी चेहरों के साथ पहली बार विधायक बने युवा चेहरे भी शामिल हैं।
साथ ही शनिवार को देश प्रदेश में सबसे चर्चित विषय रहें, श्रीगंगानगर जिले की श्रीकरणपुर सीट पर आगामी 5 जनवरी को होने वाले विधानसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याक्षी सुरेंद्र सिंह टीटी को विधायक बनने से पहले ही मंत्री बना भाजपा ने सभी को चौकाया हैं। राजस्थान में ही नही पूरे देश में संभवत यह पहले मौका होगा जब चुनाव लड रहे किसी पार्टी उम्मीदवार को निर्वाचित होने से पहले ही मंत्री बना दिया गया है। वैसे टीटी पहले भी वसुंधरा राजे की मंत्रिपरिषद में मंत्री रहें हैं।
भाजपा के इस मास्टर स्ट्रोक पर कांग्रेस बौखला गई है और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने इसे आदर्श चुनाव संहिता का उल्लघंन बताया है जबकि भाजपा सूत्रों का कहना है कि किसी भी नेता को विधायक या सांसद नहीं होने पर भी मंत्री पद की शपथ दिलवाई जा सकती है और यदि वह छह महीनों में चुनाव नहीं जीतता है तो उसे नियमानुसार पद छोड़ना पड़ता है।
श्री करणपुर विधानसभा सीट पर चुनाव के समय नवंबर में कांग्रेस प्रत्याक्षी निवर्तमान विधायक गुरुमीत सिंह कुन्नर के असामयिक निधन होने से चुनाव आयोग ने चुनाव स्थगित कर दिया था और उस समय विधान सभा की 200 में से 199 सीटों पर ही चुनाव हुए थे। चुनाव आयोग ने अब 05 दिसंबर को चुनाव कराने के निर्देश दिए है,जिसमें कांग्रेस की ओर से गुरुमीत सिंह कुन्नर के पुत्र और भाजपा की तरफ से सुरेंद्र सिंह टीटी चुनाव लड रहे हैं।
इसी तरह भजन लाल के मंत्रिपरिषद में पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे के खास समर्थकों और उनके मुख्यमंत्रित्व काल में मंत्री रहें विधानसभा में सबसे वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ,श्रीचंद कृपलानी,प्रताप सिंह सिंघवी,पुष्पेंद्र सिंह राणावत, डॉ जसवंत यादव,अजय सिंह क्लिक आदि को शामिल नहीं कर भी भाजपा के व्यूह रचनाकारों ने सभी को चौकाया है। शपथ ग्रहण समारोह में वसुंधरा राजे की अनुपस्थिति भी चर्चा का विषय रहा है।
मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ की तरह ही राजस्थान में भी अप्रत्याशित ढंग से मुख्यमंत्री चुने जाने के बाद विगत 15 दिसंबर को मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा के साथ दो उप मुख्यमंत्रियों दीया कुमारी एवं डॉ प्रेम चंद बैरवा को शपथ दिलाई गई थी। तब से अब तक प्रदेश में सी एम सहित तीन मंत्री ही कार्यरत थे।शनिवार को बाईस नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण के साथ राजस्थान में अब मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्रियों सहित मंत्रियों की कुल संख्या 25 हो गई हैं।
शनिवार को बनाए गए 22 मंत्रियों में से 16 पहली बार मंत्री बने है। सीएम और दोनों डिप्टी सीएम को भी मिला लेवे तो राज्य मंत्रिपरिषद के कुल 25 मंत्रियों में से 19 मंत्री पहली बार मंत्री बने है। शनिवार को बनाए गए 12 केबिनेट मंत्रियों में से 9 मंत्री पहली बार केबिनेट रैंक के मंत्री बने हैं। इसी प्रकार शनिवार को बनाए गए 5 राज्य मंत्रियों में से 4 पहली बार मंत्री बने है। भजन लाल शर्मा के मंत्रिपरिषद में
3 नेता ऐसे है जो पहली बार विधायक बने और मंत्री भी बन गए है।
भजन मंत्रिपरिषद में सर्वाधिक 3-3 राजपूत और मीणा विधायकों को शामिल किया गया है। साथ ही अन्य जातियों को भी उचित प्रतिनिधित्व दिया गया है। इसकेअलावा मंत्रिपरिषद में क्षेत्रीय समीकरणों को साधने का प्रयास भी किया गया हैं। अनुभवी और युवा मंत्रियों का संगम कर भाजपा ने नवाचार किया है। भाजपा के कद्दावर नेता डॉ करोड़ी लाल मीणा और सुरेन्द्र सिंह टीटी सबसे बुजुर्ग मंत्री है। मंत्रिपरिषद में अब दो महिला मंत्री हो गई है ।ज्योतिषियों के अनुसार नए मंत्रियों में वश्चिक राशि को छोड़ अन्य सभी 11 राशियों के नेताओं को मंत्री बनने का मौका मिला है।
कई दिनों के इंतजार के बाद गठित हुए भजन मंत्रिपरिषद में शामिल मंत्रियों का प्रायः सभी वर्गों ने स्वागत किया है लेकिन भाजपा के कौर वोट बैंक वैश्य समाज से किसी को शामिल नहीं किए जाने पर अखिल भारतीय अग्रवाल वैश्य परिषद ने नाराजगी जताई है।
शनिवार को राजभवन जयपुर में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल कलराज मिश्र ने 22 मंत्रियों को शपथ दिलवाई। इनमें डॉ.किरोड़ीलाल मीणा, गजेंद्र सिंह खींवसर, राज्यवर्धन सिंह राठौड़, बाबूलाल खराड़ी, मदन दिलावर, जोगाराम पटेल, सुरेश सिंह रावत, अविनाश गहलोत, जोराराम कुमावत, हेमंत मीणा, कन्हैयालाल चौधरी, सुमित गोदारा को कैबिनेट मंत्रियों के रूप में शपथ दिलाई गई।
इसी प्रकार राज्यपाल मिश्र ने राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) के रूप में संजय शर्मा, गौतम कुमार दक, झाबर सिंह खर्रा, सुरेंद्र पाल टीटी, हीरालाल नागर को शपथ दिलाई। इसके अलावा उन्होंने राज्य मंत्री के रूप में ओटाराम देवासी, विजय सिंह चौधरी, मंजू बाघमार, केके विश्नोई और जवाहर सिंह बेढ़म को पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई । शपथ ग्रहण समारोह के बाद मंच पर मंत्रिपरिषद के सभी सदस्यों का राज्यपाल कलराज मिश्र के साथ ग्रुप फोटो भी लिया गया
इस मौके पर उप मुख्य मंत्री दीया कुमारी और डॉ प्रेम चंद बैरवा के साथ ही भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सी पी जोशी प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह संगठन मंत्री चंद्र शेखर मिश्रा विधायक और प्रदेश के वरिष्ठ अधिकारी गण तथा पार्टी के कार्यकर्ता गण भी मौजूद थे।
भाजपा ने सुरेंद्र सिंह टीटी को मंत्री परिषद में शामिल करा श्रीकरणपुर में हो रहे विधानसभा चुनाव को और अधिक रोमांचक और दिलचस्प बना दिया है। साथ ही मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा की मंत्रिपरिषद के गठन का कार्य पूर्ण कर अगले मई में होने वाले लोकसभा चुनाव से पहले केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार की गारंटियों और जनहित के कार्यक्रमों और राज्य में विधान सभा चुनाव से पूर्ण घोषित किए गए संकल्प पत्र में किए गए वायदों को लागू करने का रोड मैप तैयार कर लिया है।
देखना है कि प्रदेश की भजन सरकार और भाजपा के नवाचार आने वाले दिनों में जन आकांक्षाओं की कसौटी पर कितना खरे उतरेंगे?
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