नूपुर शर्मा की हत्या की धमकी के मामले में गिरफ़्तार अजमेर दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को बचाने के प्रयास में जुटी राजस्थान पुलिस पूरी तरह एक्सपोज हो चुकी है।सोशल मीडिया पर जमकर किरकिरी होने के बाद अपनी छवि को बचाने के अंतिम प्रयास के तौर पर खादिम सलमान चिश्ती को बचाव का रास्ता सुझाने वाले दरगाह सीओ संदीप सारस्वत को पद से हटा दिया गया है।
आपको याद होगा कि नुपुर शर्मा को धमकी देने का वीडियो वायरल होने के बाद दरगाह के खादिम सलमान चिश्ती को गिरफ्तार कर लिया गया था।जब सलमान चिश्ती को पुलिस गिरफ़्तार कर के ले जा रही थी तबका एक वीडियो सामने आया,जिसमें पुलिस चिश्ती से कह रही है कि ‘तू यही कहना की नशे में था, तभी हम तुझे बचा पाएंगे।इस वीडियो के वायरल होने के बाद सलमान चिश्ती को समझाने वाले दरगाह सीओ संदीप सारस्वत को हटा दिया गया है।
In this video, Ashok Gehlot’s police is seen tutoring Salman Chishti, who called for Nupur Sharma’s beheading, to claim that he made the statement in an inebriated condition, so that he can be saved. Do #HinduLivesMatter in Congress rule? RJ police could have averted Udaipur too. pic.twitter.com/a33zZxIYgn
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 6, 2022
वीडियो वायरल होने के बाद अजमेर पुलिस सवालों के घेरे में आ गई थी। सलमान चिश्ती का जो वीडियो वायरल हुआ उसमेंू पुलिस उसे बचाव का तरीका बताते हुए दिख रही है। चिश्ती से पुलिसकर्मी कैमरे में यह कहते हुए कैद हुए हैं कि बोल देना कि नशे में था। वीडियो में पुलिस चिश्ती को गिरफ्तार कर ले जाती नजर आ रही है। साथ ही आ जाओ की आवाज आ रही है। वीडियो में कोई कह रहा है कि हम साथ में ही हैं, चिंता मत कर। वहीं पुलिस वाले भी ‘चलो-चलो, बेफिकर रह’ भी कहते सुनाई दे रहे हैं। पुलिस उससे पूछती है कि कौन सा नशा कर रखा था वीडियो बनाते समय? इसके बाद पुलिसकर्मी खुद ही उसे कानून से बचने की सलाह देते हुए कहते हैं कि बोल देना, नशे में था।
इसी मामले में इससे पहले भी अजमेर पुलिस पर दरगाह का दबाव उस वक्त महसूस किया गया जब एएसपी विकास सांगवान ने भी बगैर किसी जाँच पड़ताल के ही कहा था कि खादिम भड़काऊ बयान देते समय नशे में था। इससे स्पष्ट है कि अजमेर पुलिस ख़ादिम सलमान को किसी भी हाल में बचाने का मन बना चुकी थी।
In the quote tweeted video, Salman Chishti can be heard saying, “मैं नशा नहीं करता”। But he is tutored to say that he made the video in an inebriated condition. Rajasthan police then follows up on the same line in its press briefing…
अच्छी स्क्रिप्ट लिखी है अशोक गहलोत सरकार ने। https://t.co/2MxpJHo0tN pic.twitter.com/GtFSSWzbSH
— Amit Malviya (@amitmalviya) July 6, 2022
वहीं भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट कर गहलोत सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि इस वीडियो में अशोक गहलोत की पुलिस सलमान चिश्ती को सिर कलम करने के बयान पर सिखाती है कि उसने नशे की हालत में बयान दिया था ताकि कोर्ट में उसे बचाया जा सके। बड़ा सवाल यही है कि क्या अशोक गहलोत के नेतृत्व में चल रहे कांग्रेस शासन में हिंदू जीवन कितना मायने रखता है। राजस्थान पुलिस यदि सजग व सतर्क होती तो निःसंदेह उदयपुर की घटना को टाल सकती है।
बता दें कि जिस सलमान चिश्ती को पुलिस अफसर बचाने का प्रयास कर रहे थे वह हिस्ट्रीशीटर भी हैं और उसके खिलाफ 13 मामले भी दर्ज हैं। वीडियो में वह कह रहा है कि ‘वक्त पहले जैसा नहीं रहा, वरना वह नहीं बोलता, कसम है मुझे पैदा करने वाली मेरी मां की, मैं उसे सरेआम गोली मार देता, मुझे मेरे बच्चों की कसम, मैं उसे गोली मार देता और आज भी सीना ठोक कर कहता हूं, जो भी नुपुर शर्मा की गर्दन लाएगा, मैं उसे अपना घर दे दूंगा और रास्ते पर निकल जाऊंगा, सलमान ये वादा करता है।’