Raksha Khadse: सरपंच से केंद्रीय मंत्री तक का रक्षा खडसे का सफर मुश्किलों से भरा रहा!

मध्यप्रदेश के खेतिया की रहने वाली रक्षा के पति ने आत्महत्या कर ली! 

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Raksha Khadse: सरपंच से केंद्रीय मंत्री तक का रक्षा खडसे का सफर मुश्किलों से भरा रहा!

New Delhi : नरेंद्र मोदी की नई कैबिनेट में महाराष्ट्र की रावेर सीट से जीतकर सांसद बनीं रक्षा खडसे ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। पति निखिल खडसे ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली थी। सरपंच से केंद्रीय मंत्री तक का उनका सफर संघर्ष से भरा रहा।

वे सबसे युवा केंद्रीय मंत्रियों में शामिल है। रक्षा खडसे की जिंदगी काफी संघर्ष से भरी रही है। इन्होंने सरपंच से लेकर अब केंद्रीय मंत्री तक का सफर तय किया। रक्षा के मोदी सरकार में मंत्री बनने पर मध्‍य प्रदेश से लेकर महाराष्‍ट्र तक खुशी की लहर दौड़ गई। मोदी सरकार में रक्षा खडसे को केंद्रीय मंत्री पद की शपथ दिलाई गई। महाराष्ट्र में कई सीटों पर भाजपा उम्मीदवारों को हार मिलने के बावजूद, रक्षा खडसे वो चेहरा हैं जो मोदी कैबिनेट में शामिल हुई हैं।

पति ने कर ली थी आत्महत्या

महाराष्ट्र के रावेर से दो बार के भाजपा सांसद ने 2024 का लोकसभा चुनाव लगभग 3 लाख वोटों के भारी अंतर से जीता। रक्षा महाराष्ट्र के दिग्गज नेता एकनाथ खडसे की बहू हैं। रक्षा खडसे की राजनीति में एंट्री गहरे वैयक्तिक सदमे के बाद हुई जब उनके पति निखिल खडसे ने साल 2013 में खुद को गोली मार कर आत्महत्या की थी। निखिल खडसे की आत्महत्या का कारण 2011 में विधान परिषद चुनावों में हुई हार को बताया जाता है। उस बार के चुनाव में एनसीपी के मनीष जैन ने एकनाथ खडसे के बेटे निखिल को हराया था। पति की मौत के बाद रक्षा चुनावी मैदान में उतरीं।

26 साल में बन गईं सांसद

2014 के लोकसभा चुनाव में रावेर लोकसभा सीट से रक्षा ने बड़ी जीत दर्ज की थी और 26 साल की उम्र में तब की सबसे युवा लोकसभा सांसद बनी थी। उससे पहले वह कोथली ग्रामपंचयत में सरपंच रह चुकी थीं। 2013 में पति की मौत के बाद रिक्त हुई जिला परिषद की सीट पर रक्षा खड़से को चुना गया। रक्षा खडसे महज 26 साल की उम्र में पहली बार सांसद बन गई थीं। अब 37 साल की उम्र में केंद्रीय मंत्री बनकर मोदी सरकार के सबसे युवा मंत्रियों की लिस्ट में शामिल हो गई हैं। एक सरपंच से लेकर अब कैबिनेट मिनिस्टर तक के इस राजनीतिक सफर में रक्षा ने कई उतार-चढ़ाव देखे हैं।

मध्य प्रदेश की रहने वाली है रक्षा खडसे

रक्षा खडसे का जन्‍म 13 मई 1987 को मध्‍य प्रदेश के खेतिया में हुआ और उनकी शादी महाराष्‍ट्र के दिग्गज नेता एकनाथ खडसे के बेटे निखिल खडसे से हुई। रक्षा खडसे के दो बच्चे हैं और दोनों बच्‍चों के नाम गुरुनाथ खडसे, कृषिका खडसे है। अपने दोनों छोटे बच्चों को गोद में लिए हुए उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल होती रहती हैं, जिससे उनकी राजनीतिक जिम्मेदारियों के साथ अपने निजी जीवन को संतुलित करने की उनकी क्षमता भी देखी जा सकती है।

केंद्रीय कैबिनेट का मंत्री पद इनाम में मिला

रक्षा खडसे महिला सशक्तीकरण, बाल शिक्षा और किसानों के कल्याण को लेकर काम करती रहती हैं। खडसे की राजनीतिक प्राथमिकताओं में जलगांव क्षेत्र में पानी की कमी को दूर करना और सड़क संपर्क में सुधार करना शामिल है, जिसे वह बुनियादी ढांचे और शिक्षा के लिए आवश्यक मानती हैं। वह रावेर में एक सिंचाई संयंत्र के लिए आंशिक धनराशि प्राप्त करने में भी कामयाब रही है। तीन बार भाजपा सांसद रहीं रक्षा खडसे का नरेंद्र मोदी के केंद्रीय मंत्रिमंडल में शामिल होना उनकी मेहनत और ईमानदारी को लेकर मिला एक बड़ा पुरस्कार है।

पटेल परिवार में जन्म हुआ

रक्षा खडसे के पिता का नाम जगदीश मोहन पटेल और मां का नाम अनीता पटेल है। रक्षा खडसे ने कंप्यूटर साइंस में बीएससी की पढ़ाई की है। उन्होंने पढ़ाई नासिक, आणंद और जलगांव से पूरी की है। रक्षा खडसे पिछले बार के टर्म में लोकसभा की कई समितियों में सदस्य के तौर काम चुकी हैं। रक्षा खडसे की गिनती काफी सक्रिय सांसदों में होती आई है। वह तमाम माध्यमों से समाज सेवा में भी सक्रिय हैं। रक्षा खडसे के केंद्र में मंत्री बनने के बाद अब इस बात की भी अटकलें लग रही है कि एकनाथ खडसे बीजेपी में वापसी कर सकते हैं।