Ratlam News: जीवन में योग करो या ना करो, सनातनियों का सहयोग जरूर करो – पंडित प्रदीप मिश्रा

पंडित मिश्रा का स्वागत सैलाना विधायक और नागदा के पूर्व विधायक ने किया

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट*

जीवन में योग करो या ना करो, लेकिन सनातनियों का सहयोग जरूर करो।जब सनातन धर्म की बात आ जाए तो छाती ठोक कर खड़े हो जाना।अपने बच्चों को जंगल का शेर बनाओं न की पिंजरे का।पिंजरे के शेर का श्वान शिकार कर लेते हैं,जंगल के शेर की तरफ श्वान देखने की हिम्मत भी नहीं जुटा पाते।इसलिए सनातन धर्म कहता है कि शेर बनो।बच्चों को ज्ञानवर्धक, विरवान एवं संस्कारित बनाओं। बच्चों का कार भले ही मत दिलाओं सिर्फ संस्कार दिलाओ।

यह विचार अंतरराष्ट्रीय कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा ने हरथली फंटा (कनेरी रोड) पर चल रही वैशाखी शिवमहापुराण कथा के पांचवें दिन व्यासपीठ से व्यक्त किए।कथा का शुभारंभ आयोजक कल्याणी रविन्द्र पाटीदार ने पौथी व व्यास पीठ की पूजा-अर्चना कर किया।

कथा सुनने के लिए मुख्य रूप से सैलाना विधायक हर्ष विजय गेहलोत,नागदा के पूर्व विधायक दिलीप शेखावत आए थे।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र कटारिया ने पंडित मिश्रा का स्वागत कर आशीर्वाद प्राप्त किया।पंडित श्री मिश्रा ने कहा कि शास्त्र कहता है कि बेकार कर्म करने के लिए कोई आपको रोकने वाला नहीं है पर सद्कर्म की बारी आती है तब दुनिया के लोग आपको रोकने की कोशिश करते हैं।आप मंत्र,जप,दान,पुण्य शुरू करेंगे तो आपकी हंसी उड़ाने के साथ आपको अपने उद्देश्य से भटकाने की कोशिश की जाएगी। अच्छे कर्म की ओर बढ़ते हो तो घर के बुजुर्ग,माता-पिता,पितृदेव सहित कुल देवता आपको आशीर्वाद देना प्रारंभ कर देते हैं। अपने-अपने कुल देवता का स्मरण प्रत्येक मनुष्य को करना चाहिए।

पंडित मिश्रा ने कहा कि शिवपुराण व स्कंद पुराण कहती है अगर आपको अपने कुलदेवता व उनके स्थान की जानकारी नहीं है तो भगवान शंकर और मां पार्वती को कुल देवता मानते हुए स्मरण शुरू कर देना चाहिए, आपको भगवान भोले और मां पार्वती का आशीर्वाद मिलना शुरू हो जाएगा।

Ratlam News: जीवन में योग करो या ना करो, सनातनियों का सहयोग जरूर करो - पंडित प्रदीप मिश्रा

पंडित मिश्रा के भजन पर झूमे श्रद्धालु
कथा के दौरान पंडित श्री मिश्रा ने ओ भोले मैं तेरी पतंग…, भरोसे थारी चाली है भोले मेरी नाव… एवं दुख में कोई न तेरे साथ रहेगा… साथ रहेगा तो भोलेनाथ रहेगा… सिर पर भोलेनाथ का हाथ रहेगा… आदि सुमधुर भजनों की प्रस्तुती पर पूरे पांडाल को झूमने के लिए मजबूर कर दिया।

कथा में कन्हैयालाल मौर्य,अनिल झालानी,मुन्नालाल शर्मा,प्रदीप उपाध्याय,अशोक पोरवाल, निमिष व्यास,प्रकाश कुमावत, सुभाष कुमावत,सुरेश पुरोहित, जगदीश राठौर पहलवान,पिंटू राठौड़,मंगला देवड़ा,आशा दुबे, नारायण पाटीदार,शिवनारायण पाटीदार,सतीश राठौर,जनक नागल,मोनिका शर्मा आदि मौजूद थे।

लावारिसों का जन्मदिन मनाया जाता है सड़कों पर
माता-पिता के सामने मनाओ जन्मदिन रहोगे चिरंजीव
पंडित मिश्रा ने युवा पीढ़ी को संदेश देते हुए व्यासपीठ के माध्यम से कहा कि वर्तमान में दोस्त का जन्मदिन होने पर युवा साथी उसे रात 12 बजे घर से उठाकर सडक़ पर ले जाकर केक कटवाते हैं और आतीशबाजी करते हैं और जिस दोस्त का जन्मदिन होता है उसके माता-पिता जिन्होंने जन्म दिया है।वह घर में पड़े रहते हैं।सड़क पर जन्मदिन लावारिसों का मनता है न कि जिनके माता-पिता होते हैं।युवा पीढ़ी को व्यासपीठ के माध्यम से पंडित मिश्रा ने दोस्तों का जन्म दिन माता-पिता के सामने घर में,देवालय में,गोशाला में या फिर वृद्धाश्रम में मनाने का आह्वान किया,जिससे जन्मदिन वाला दोस्त चिरंजीव होगा।पंडित मिश्रा ने राजनेताओं द्वारा भी जगह-जगह मनाए जा रहे जन्मदिन को लेकर कटाक्ष करते हुए नाराजगी जताई।पंडित मिश्रा ने कहा कि जन्मदिन में केक काटना और उसे मुंह पर रगडऩे से अच्छा है कि किसी गरीब को दो वक्त का भोजन उपलब्ध कराएं या फिर जरूरतमंदों की सेवा करें।

पथरी और आंखों में तकलीफ निवारण का बताया उपाय
पंडित मिश्रा ने पथरी और आंखों में तकलीफ,बैचेनी होना या रात को नींद नहीं आने पर निवारण बताया।पंडित मिश्रा ने बताया कि वैशाख माह में सुबह-सुबह 25 से 30 दूर्वा तोड़ लो।वैशाख माह में अशुक सुंदेश्वरी के स्थान पर दूर्वा को रखने के बाद कुंडकेश्वर महादेव का नाम लेकर प्रतिदिन सुबह-सुबह एक दूर्वा खा लो। इससे पथरी,आंखों में तकलीफ, बैचेनी और रात में नींद की समस्या से छुटकारा मिलना शुरू हो जाएगा।

संपदा(लक्ष्मी)नहीं आ रही तो यह करें उपाय
घर में लक्ष्मी नहीं आने या दिया रुपया वापस नहीं मिलने पर पंडित श्री मिश्रा ने व्यासपीठ से बताया कि वैशाख माह में किसी भी दिन सफेद कपड़े में 108 चावल के दाने के साथ एक सफेद फूल या फिर एक अतिरिक्त चावल का दाना रखकर पोटली बांध लो।इस पोटली को अपने घर में पीने के पानी वाले स्थान के पास एक कटोरी में तीन दिन के लिए रख दें।चौथे दिन उक्त पोटली के साथ एक घी का दीपक लेकर शिव मंदिर जाकर जलाकर भोलेनाथ का स्मरण करते हुए मन से काम बोल दें। इसके बाद पोटली के साथ ही दक्षिणा किसी ब्राह्मण,गुरु या बहन-बेटी को दान कर दें।इसके बाद घर में लक्ष्मी आगमन के अलावा आपका दिया हुआ पैसा वापस मिल जाएगा।