Ratlam News: दो सटोरिए धराए,हजारों रुपयों के हिसाब की पर्चियां मिली

कब विराम लगेगा शहर की सट्टेबाजी पर ?

1666

रतलाम से रमेश सोनी की खास खबर

रतलाम: सोना,सेव और साड़ी के नाम से विख्यात यह शहर सट्टेबाजी के नाम से भी जाना जाता हैं। सट्टा अंकों का हों,क्रिकेट का हों या पानी बरसने का हों यहां के सटोरिए अपनी अपनी फिल्ड में पारंगत हैं।

सैकड़ों रुपए से लेकर लाखों रूपए का सट्टा इस शहर में होता हैं। पानी के सट्टेबाजी की बात करें तो शहर के कुछ क्षेत्रों में सटोरियों ने स्पाट चिंहित कर रखें हैं,जिन बरसने वाली पानी की धार पर सट्टा होता है और हजारों रुपयों की लेन देन हो जाता हैं।

अंकों के सट्टेबाजी की बात करें तो शहर में कई लोगों के घरों को इस सट्टेबाजी ने उजाड़कर रख दिया हैं।दिन भर मजदूरी करने के बाद मिलने वाली राशि को यह सट्टा लगाने वाले अपनी कमाई को दांव पर लगा देते हैं। अमूमन सट्टेबाजी में रुपए जीत जाने पर खुश हो जाते हैं और हारने पर शराब पीकर परिवार पर अपनी भड़ास निकालते हैं।उधर इनके घरों पर चुल्हा जब जलता है कि यह घर में रुपए दें।

इन मजदूरों के अलावा सट्टेबाजी को शौक से करने वाले भी कम नहीं है,कई क्षेत्रों के व्यापारी भी अपनी पड़ी हुई लत के कारण सट्टे का समय होते ही सट्टा लगाने पंहुच जाते हैं।

शहर के हरदेव लाल की पिपली,मांडली, मराठों का वास, धानमंडी,कसारा बाजार यह शहर के ऐसे क्षेत्र हैं जहां सट्टा लगाने वाले और सट्टा कारोबार करने वालों का समय पर तांता लगा रहता है।

यहां के सट्टा कारोबार करने वालों पर दर्जनों अपराध दर्ज होने के बाद और कई मर्तबा जिलाबदर हों जाने के बाद भी वापस इस हराम की कमाई के लिए वह अपने अवैध कारोबार में लिप्त हो जातें हैं।

आपको बता दें कि दर्जनों सटोरियों को प्रशासन ने जिलाबदर किया,फिर भी शहर में चलने वाली सट्टेबाजी पर विराम नहीं लग रहा हैं।

ऐसे ही कल शहर की थाना माणकचौक पुलिस ने आदतन सट्टा करने वाले दो आरोपियों को कसारा बाजार में सट्टा करते हुए गिरफ्तार किया।

पुलिस ने आरोपियों से 13 सौ रुपए नकद और आठ से दस हजार रुपए के सट्टे का हिसाब लिखी पर्चियां बरामद की।
पुलिस इन सटोरियों को पैदल ही जुलूस निकालकर थाने तक लेकर आई।सटोरियों का पैदल जुलूस देखकर सड़क पर लोगों का हुजूम लग गया।लोग पुलिस की गिरफ्त में इन्हें देखकर खुश हो रहें थे।

क्या कहते हैं थाना प्रभारी
माणकचौक थाना प्रभारी अनुराग यादव ने बताया आरोपी दाउद पिता नासिर कलाईगर निवासी अशोक नगर और फिरोज पिता सलीम मोहम्मद निवासी अर्जुन नगर को गिरफ्तार किया हैं।
दोनों ही आरोपी पूर्व में कई बार सट्टा अंक लिखते हुए गिरफ्तार किए जा चुके हैं।दोनों आरोपियों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया हैं।
यादव ने बताया कि सट्टा लिखने वाले इन दोनों सटोरियों की लंबे समय से तलाश थी।यह आए दिन कसारा बाजार क्षेत्र में सट्टा अंक लिखते रहते थे। इन्हें पूर्व में भी कई बार सट्टेबाजी करते हुए पकड़ा जा चुका है।

पुलिस के लिए चुनौती बनें सटोरिए
अंकों का सट्टा हो या फिर क्रिकेट का सट्टा।इन सटोरियों पर अंकुश लगाना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती हैं।सट्टा अंक लिखने वाले कहीं भी बैठकर केवल इशारों में ही अंक और राशि का गणित लगा लेते और सट्टा खा जाते हैं।

पुलिस का सख्ती से विराम लग सकता हैं
शहर में सट्टेबाजी पर विराम लगाने के लिए पुलिस प्रशासन को सख्त रवैए की दरकार है,जहां गरीबों के घर के चुल्हे जलने से वंचित नहीं रहें और परिवार को भुखा नहीं सोना पड़े।