RBI ने FD और Deposit खातों के नियम बदले: ब्याज दरों पर नई गाइडलाइन लागू

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RBI Guidelines to Banks

RBI ने FD और Deposit खातों के नियम बदले: ब्याज दरों पर नई गाइडलाइन लागू

क्या क्या बदल गया, जानिए पूरी खबर में

New Delhi: भारतीय रिजर्व बैंक ने देशभर के बैंकों के लिए सावधि जमा एफडी और अन्य जमा खातों के नियमों में बड़ा बदलाव कर दिया है। नई मास्टर डायरेक्शन Reserve Bank of India Interest Rate on Deposits Directions 2025 अब प्रभावी रूप से लागू हो चुकी है। इन बदलावों का सीधा असर लाखों बैंक खाताधारकों पर पड़ेगा।

नई गाइडलाइन ग्राहकों की सुरक्षा और ब्याज भुगतान व्यवस्था में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से जारी की गई है। आरबीआई ने स्पष्ट किया है कि आगे से बैंक किसी भी प्रकार की छुपी हुई शर्तें या लुभावने ऑफर देकर ग्राहकों को भ्रमित नहीं कर सकेंगे।

▪️समय से पहले FD तोड़ने पर अब ब्याज नहीं

▫️सबसे बड़ा बदलाव यह है कि यदि कोई ग्राहक अपनी एफडी को न्यूनतम तय अवधि से पहले तोड़ता है तो बैंक उसे एक भी पैसा ब्याज नहीं देगा। अब ब्याज केवल तभी मिलेगा जब जमाकर्ता तय न्यूनतम अवधि पूरी करे।

RBI ने यह भी स्पष्ट किया है कि एफडी की न्यूनतम मान्य अवधि सात दिन है। बैंक चाहें तो इससे अधिक अवधि निर्धारित कर सकते हैं लेकिन इससे कम नहीं।

▪️समाप्ति के बाद तोड़ने पर भी सिर्फ वास्तविक अवधि का ब्याज

▫️एक और महत्वपूर्ण बदलाव यह है कि यदि एफडी अपनी अवधि से अधिक समय तक बैंक में पड़ी रहती है और ग्राहक बाद में इसे भुनाता है तो उसे केवल उतने दिनों का ब्याज मिलेगा जितने दिन पैसा बैंक में था।

पहले कई बैंक मैच्योरिटी के बाद उच्च दर का ब्याज नहीं देते थे लेकिन अब इस गणना को लेकर पारदर्शी और एकसमान नियम लागू कर दिए गए हैं।

▪️मैच्योरिटी गैर कार्य दिवस पर पड़ने पर ब्याज मिलेगा

▫️आरबीआई ने ग्राहकों के हित में निर्णय लेते हुए कहा है कि यदि एफडी की मैच्योरिटी किसी छुट्टी या बंद दिन पर पड़ती है तो ग्राहक को उस दिन का भी ब्याज मिलेगा और भुगतान अगले कार्य दिवस पर किया जाएगा। इससे जमाकर्ताओं को अनावश्यक वित्तीय नुकसान से बचाया जा सकेगा।

▪️इनाम, गिफ्ट, लॉटरी या बाहरी एजेंट कमीशन पर रोक

▫️आरबीआई ने बैंकों को निर्देश दिया है कि वे ग्राहकों को एफडी कराने पर किसी भी रूप में इनाम, उपहार, स्कीम, यात्रा या किसी प्रलोभन का उपयोग नहीं करेंगे।

इसके अलावा बैंकों को यह भी मना किया गया है कि वे एजेंटों को ऐसे कमीशन न दें जो सामान्य ग्राहकों के हितों को प्रभावित कर सकते हैं।

▪️बैंक को सभी शर्तें लिखित में बतानी होंगी

▫️नए नियमों के तहत बैंक को एफडी खोलते समय ग्राहक को निम्न बिंदुओं की पूरी जानकारी लिखित रूप में देनी होगी-
* न्यूनतम अवधि
* ब्याज दर
* समय पूर्व टूटने पर दंड या ब्याज कटौती
* सभी शुल्क और प्रक्रिया
आरबीआई के इन नए नियमों से ग्राहकों के साथ कोई छुपी हुई शर्त या ब्याज कटौती नहीं की जा सकेगी।

▪️कहां लागू होंगे नए नियम

ये नियम देश के सभी बैंकों पर लागू होंगे-
▫️राष्ट्रीयकृत बैंक
▫️प्राइवेट सेक्टर बैंक
▫️सहकारी बैंक
▫️छोटे वित्त बैंक
▫️भुगतान बैंक
एक और विशेष बात है कि यह सारे नियम किसी भी विदेशी शाखाओं पर लागू नहीं होंगे।
▫️ये नए और पहले से चल रही दोनों जमाओं पर प्रभाव डालेंगे यानी अभी विद्यमान एफडी पर भी यह प्रावधान लागू होगा।

▪️ग्राहकों को किन बातों का ध्यान रखना चाहिए

▫️एफडी खोलने से पहले अवधि और अपनी जरूरत को स्पष्ट रखें
▫️मूल्यांकन करें
▫️जल्दी तोड़ने पर अब ब्याज बिल्कुल नहीं मिलेगा
▫️मैच्योरिटी तिथि अवश्य नोट करें
▫️सभी शर्तें बैंक से लिखित रूप में लें
▫️लंबी अवधि की एफडी से पहले विभिन्न बैंकों की ब्याज दरों की तुलना करें

📍आरबीआई ने जमाकर्ताओं की सुरक्षा और ब्याज व्यवस्था की पारदर्शिता को मजबूत करने के लिए यह बदलाव किए हैं। इन नियमों के लागू होने से बैंक किसी भी प्रकार की अस्पष्ट शर्तें, लुभावने ऑफर या ब्याज कटौती जैसी गतिविधियां नहीं कर सकेंगे। जमाकर्ताओं को अब अधिक सुरक्षित और स्पष्ट जमा व्यवस्था प्राप्त होगी।