भारतीय फिल्म “मंथन” का फ्रांस के 77 वें वार्षिक कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुआ रेड-कार्पेट वर्ल्ड प्रीमियर शो

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भारतीय फिल्म “मंथन” का फ्रांस के 77 वें वार्षिक कान्स फिल्म फेस्टिवल में हुआ रेड-कार्पेट वर्ल्ड प्रीमियर शो

नीति गोपेन्द्र भट्ट की रिपोर्ट 

कान्स/नईदिल्ली/मुंबई। फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक और दक्षिणी राजस्थान के डूंगरपुर राजघराने से संबद्ध शिवेन्द्र सिंह डूंगरपुर ने कहा है कि लगातार तीसरी बार फ्रांस में आयोजित वार्षिक कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर चलना और भारतीय फिल्म “मंथन”का वर्ल्ड प्रीमियर शो कराने का अनुभव अद्भुत था। उन्होंने कहा कि मुझे खुशी है कि भारतीय टीम ने देश को गौरवान्वित किया।

कान्स फिल्म फेस्टिवल में इस बार फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन अपनी पुनरुद्धारित फिल्मों के प्रदर्शन की हैट्रिक भी लगाई। इससे पहले फाउंडेशन द्वारा पुनरुद्धार की गई दो फिल्मों को 2022 में अरविंदम प्रोडक्शन की मलयालम फिल्म ‘थम्प’ और 2023 में मणिपुरी फिल्म निर्माता अरिबम श्याम की क्लासिक फिल्म ‘इशानौ’ को भी पिछले लगातार दो वर्षों तक कांस महोत्सव में भाग लेने का अवसर मिल चुका है। अब यह तीसरा मौका है जब मंथन फिल्म को भी कांस के रेड कारपेट विश्व प्रीमियम शो में भाग लेने का अवसर मिला।

शिवेन्द्र सिंह डूंगरपुर ने बताया कि जाने माने निर्माता निर्देशक श्याम बेनेगल द्वारा निर्मित लोकप्रिय फिल्म “मंथन” (1976) को इस बार 77 वें वार्षिक कान्स फिल्म फेस्टिवल के लिए इस वर्ष क्लासिक सेक्शन में चयनित होना और रेड कारपेट विश्व प्रीमियम शो में भाग लेने का अवसर मिलना भारतीय सिनेमा के गर्व को बढ़ाने वाला रहा। मंथन फिल्म की स्क्रीनिंग के बाद लगभग 5 मिनट तक सभी अतिथियों और दर्शकों ने खड़े होकर तालियां बजाई तथा लेकिन सभी को श्याम बेनेगल को देखने से वंचित रहने का अफसोस रहा।

फिल्म के निर्माता श्याम बेनेगल स्वास्थ्य कारणों से समारोह में शामिल नहीं हो सके लेकिन कान्स फिल्म फेस्टिवल में शुक्रवार को (भारतीय समय अनुसार देर शाम) हुए रेड-कार्पेट वर्ल्ड प्रीमियर शो में शिवेन्द्र सिंह डूंगरपुर के साथ ही भारत सरकार के सूचना मंत्रालय के सचिव संजय जाजू, फिल्म के मशहूर अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, सिने तारिका दिवंगत स्मिता पाटिल के पुत्र प्रतीक बब्बर, बहने डॉ.अनीता पाटिल देशमुख एवं मान्या पाटिल सेठ, भारत में श्वेत क्रांति के जनक दिवंगत डॉ. वर्गीस कुरियन की बेटी निर्मला कुरियन, गुजरात सहकारी दुग्ध मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक डॉ.जयेन मेहता ने भाग लिया।

मंथन फिल्म देखने के बाद सभी ने कहा कि वे इसके पुनर्स्थापना के स्तर पर विश्वास नहीं कर पा रहे है,क्योंकि यह फिल्म पुनरुद्धार और बहाली के बाद और अधिक बेहतरीन बन गई है। सभी ने फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन के संस्थापक निदेशक शिवेन्द्र सिंह डूंगरपुर को इसके लिए बधाई दी जिनके नेतृत्व में 48 वर्ष पुरानी इस फिल्म के पुनरुद्धार का कार्य किया गया है। दर्शकों ने फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह, सिने तारिका दिवंगत स्मिता पाटिल के परिवार जनों और मंथन की इस उल्लेखनीय सफलता में शामिल हुए सभी भारतीय प्रतिनिधियों का अभिनंदन भी किया।

शिवेन्द्र सिंह डूंगरपुर ने बताया कि फिल्म हेरिटेज फाउंडेशन द्वारा गुजरात के 5 लाख दुग्ध उत्पादकों द्वारा एकत्रित चंदा राशि से बनाई गई श्याम बेनेगल की इस फिल्म “मंथन” (1976) की प्रिंट की मरम्मत में कठिन परिश्रम लगा और इसका 4 के रिस्टोरेशन और पुनरुद्धार कर इसे उच्च गुणवत्ता की स्क्रीनिंग योग्य बनाया गया है। इस चर्चित फिल्म के निर्माण के लिए गुजरात के किसानों प्रत्येक दुग्ध उत्पादक ने दो-दो रुपये का योगदान प्रदान किया था।

भारतीय सिनेमा जगत के विख्यात महानायक अमिताभ बच्चन, निर्माता निर्देशक श्याम बेनेगल और सिनेमैटोग्राफर गोविंद निहलानी और फिल्म अभिनेता नसीरुद्दीन शाह आदि ने उनकी पुनरुद्धारित फिल्म मंथन को कांस अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव में शामिल होने पर खुशी व्यक्त करते हुए कहा है कि यह फिल्म उन सभी के दिलों के बहुत नजदीक है जिन्होंने एक सपने को सच होते हुए देखा। सभी ने शिवेन्द्र सिंह डूंगरपुर और उनकी टीम का उनके कड़े परिश्रम से फिल्म रिस्टोरेशन का काम करने के लिए आभार व्यक्त किया है।