
Removed Photos of Obama & Bush : अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपतियों से ट्रम्प नाराज, व्हाइट हाउस से हटवाए ओबामा और बुश के फोटो!
Washington : इन दिनों अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप अपने फैसलों के लिए सुर्खियों में बने हैं। दुनियाभर के कई देशों पर मनमाफिक टैरिफ लगाने के बाद उनके निशाने पर उनके ही देश के पूर्व राष्ट्रपति हैं। ट्रंप प्रशासन ने उनके आधिकारिक आवास वाइट हाउस के प्रवेश द्वार पर लगे पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और जॉर्ज डब्ल्यू बुश के चित्र हटवा दिए हैं और उसे ऐसी जगह पर लगवा दिया है जो कम इस्तेमाल में आता है या जहां बहुत कम लोगों का आना-जाना होता है।
सीएनएन की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि व्हाइट हाउस के प्रवेश द्वार की एक प्रमुख विशेषता रहे पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा के आधिकारिक चित्र को अब एक कम प्रमुख स्थान पर रखा गया है, जो 44वें और 47वें राष्ट्रपतियों के बीच वर्षों से चले आ रहे तनाव को दर्शाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के साथ विवादास्पद संबंध रखने वाले अन्य हालिया पूर्ववर्तियों, पूर्व राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू. बुश और उनके पिता जॉर्ज एचडब्ल्यू बुश के चित्रों को भी हटा दिया गया है।
आने-जाने वाले नहीं देख सकेंगे ये फोटो
रिपोर्ट में कहा गया है कि ट्रंप ने अपने कर्मचारियों को बराक ओबामा की तस्वीर को ग्रैंड स्टेयरकेस के सबसे ऊपर ले जाने का निर्देश दिया, जो ज़्यादातर उनके परिवार, चुनिंदा कर्मचारियों और सीक्रेट सर्विस एजेंटों के लिए ही सीमित था। एक सूत्र ने पुष्टि की कि बुश की तस्वीरें भी अब वहीं रख दी गई हैं। ट्रंप के इस कदम से अब रोजाना वहां आने-जाने वालों की नजरों से बराक ओबामा या बुश जैसे पूर्व राष्ट्रपतियों की तस्वीरें दूर हो गई हैं।
व्हाइट हाउस के रख रखाव में ट्रंप का दखल
राष्ट्रपति ट्रंप वाइट हाउस के रखरखाव और सौंदर्यीकरण से जुड़े लगभग हर काम में, चाहे वह बड़ा हो या छोटा, सीधे तौर पर हस्तक्षेप कर रहे हैं। वाइट हाउस की परंपरा और प्रोटोकॉल के अनुसार, हाल के राष्ट्रपतियों के चित्रों को कार्यकारी भवन के प्रवेश द्वार पर प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाता रहा है, जहाँ से आधिकारिक अतिथि और सार्वजनिक पर्यटक आते-जाते हैं। ओबामा का चित्र अब निजी आवास के पास सीढ़ियों के ऊपर, लैंडिंग पर लगाया गया है, जो आम जनता की पहुँच से दूर है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि ओबामा की तस्वीर को पुनः स्थापित करने से पहले अप्रैल में एक और कदम उठाया गया था, जब इसे ग्रैंड फ़ोयर में स्थानांतरित कर दिया गया था और उसकी जगह एक पेंटिंग लगाई गई थी, जिसमें पेंसिलवेनिया के बटलर में ट्रंप पर हुए हमले में उनके जीवित बचे होने का चित्रण किया गया है।
जस्टिस यशवंत वर्मा की महाभियोग प्रक्रिया शुरू, संसद में जांच के लिए बनी 3 सदस्यीय समिति





