Rescue with Helicopter: उज्जैन के गांव से गर्भवती महिला और पति का हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू, 300 से अधिक लोगों को बचाया गया
उज्जैन से मुकेश भीष्म की रिपोर्ट
उज्जैन: उज्जैन में भी तेज बारिश के बाद हालात बिगड़ गए। शिप्रा तथा ज़िले की अन्य नदियाँ ऊफान पर है। कई गांवों का सम्पर्क टूट गया है। कई निचली बस्तियों में पानी भर गया है। इस कारण रहवासियों को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा है।
बचाव कार्य में होमगार्ड की 12 टीमें लगी हैं। अब तक बाढ़ के पानी में घिरे 900 लोगों को सुरक्षित निकाला गया है। उज्जैन के स्वामीनारायण मंदिर में भी पानी भर गया। यहां से ठहरे श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला गया।
वहीं उज्जैन के बड़नगर के सेमलिया में गर्भवती महिला और उसके पति का हेलिकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया। दोनों बाढ़ के पानी में फंसे थे। तेज बहाव के कारण उन्हें नहीं निकाला जा सका।
बड़नगर में चामला नदी उफान पर है। होमगार्ड के डिस्ट्रिक कमांडर संतोष जाट ने बताया कि बहाव तेज होने के कारण मोटर बोट महिला के घर तक नहीं पहुंच पा रही थी।
जिसके बाद उज्जैन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने नागपुर से सेना का हेलिकॉप्टर मंगवाया। जिसके बाद महिला और उसके पति को सुरक्षित निकाल कर इंदौर ले जाया गया। अब तक गांव से 300 से अधिक लोगों का रेस्क्यू किया जा चुका है।
उज्जैन जिले में लगातार बारिश के कारण हालात बाढ़ जैसे हो गए हैं। शहर के कई निचले इलाकों और बस्तियों में बारिश के कारण पानी का भराव हो चुका है। लगातार बारिश को देखते हुए सोमवार को स्कूलों व आंगनवाड़ी केंद्रों पर भी जिला कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने अवकाश घोषित कर दिया है।
35 वर्षों का रिकार्ड टूटा, अंकित ग्राम सेवाधाम आश्रम हुआ जलमग्न
भारी वर्षा के चलते संपूर्ण सेवाधाम आश्रम के सेवा प्रकल्प भोजनशाला, सत्यवती महिला प्रकल्प, गौशाला सहित आश्रम परिसर का अनेक हिस्सा जलमग्न होने से गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ा। आश्रम संस्थापक सुधीर भाई ने बताया कि विगत 35 वर्षों में ऐसी स्थिति कभी उत्पन्न नहीं हुई जैसी दो रातों में भारी वर्षा के चलते उत्पन्न हुई है, रातों-रात पोने दौ सौ से अधिक सत्यवती महिला प्रकल्प में निवासरत वृद्ध व दिव्यांग, बहुदिव्यांग महिलाओं को अन्य प्रकल्पों में स्थानांतरित करना पड़ा, स्थिति को काबू पाने में सुधीर भाई, कांता भाभी, प्रकाश पाटीदार, रूपाली पाटीदार सहित श्री रामकृष्ण बालगृह, मां शारदा बालिकागृह के बच्चों और आश्रम की युवा टीम ने महत्वपूर्ण जिम्मेदारियां का निर्वाह किया।