Resignation of CM’s OSD Anand Sharma : सिंहस्थ के समन्वय के लिए CM के OSD बनाए गए आनंद शर्मा का इस्तीफा, जगदीश जोशी को OSD बनाया!

जानिए क्या रहा इस्तीफे का कारण!

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Resignation of CM’s OSD Anand Sharma : सिंहस्थ के समन्वय के लिए CM के OSD बनाए गए आनंद शर्मा का इस्तीफा, जगदीश जोशी को OSD बनाया!

Bhopal : 22 फरवरी को मुख्यमंत्री कार्यालय में OSD (ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी) बनाए गए रिटायर्ड IAS अधिकारी आनंद शर्मा ने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्हें उज्जैन में 2028 को होने वाले सिंहस्थ के कोआर्डिनेशन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। आनंद शर्मा ने अपने इस्तीफे का कारण पर्सनल बताया है। उनकी जगह उज्जैन के अशासकीय व्यक्ति जगदीश जोशी को OSD बनाया गया है।

सामान्य प्रशासन विभाग से जारी आदेश में कहा है कि रिटायर्ड IAS आनंद शर्मा को मुख्यमंत्री कार्यालय में सिंहस्थ कार्य और धार्मिक न्यास व धर्मस्व विभाग से संबंधित मामलों में समन्वय के लिए संविदा पर ओएसडी नियुक्त किया गया था। उन्होंने 5 मार्च को त्यागपत्र का आवेदन दिया, जिसे स्वीकार कर लिया गया।

नए ओएसडी जगदीश जोशी सेठी नगर उज्जैन के ही रहने वाले हैं। उनकी नियुक्ति CM डॉ मोहन यादव के कार्यकाल तक के लिए की गई है। बताया गया कि वे मुख्यमंत्री के साथ पहले भी काम करते रहते रहे हैं। अब उन्हें CM सचिवालय में नई जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। इनकी सेवा शर्ताें के संबंध में जीएडी कार्मिक अलग से नियम लागू करेगा।

उज्जैन में कमिश्नर रहे रिटायर्ड आईएएस आनंद शर्मा को मोहन सरकार में 22 फरवरी को विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी (ओएसडी) के रूप में पदस्थ किया गया था। शर्मा को सरकार ने सिंहस्थ कार्य एवं धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विषय के लिए समन्वय की जिम्मेदारी दी थी। लेकिन, आनंद शर्मा ने जीएडी द्वारा की गई उनकी नियुक्ति के 13 दिन के भीतर ही अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

सूत्रों से मिली जानकारी अनुसार रिटायर्ड IAS आनंद की नियुक्ति का उज्जैन के स्थानीय नेताओं अपने किसी व्यक्ति को सिंहस्थ का OSD बनवाने के लिए विरोध किया था,उनका विरोध काम कर गया। आनंद शर्मा के इस्तीफे स्वीकार करने के साथ ही जिस जगदीश जोशी को उनकी जगह नया OSD बनाया गया है l,उनकी कार्यक्षमता के बारे में कोई जानकारी सामने नहीं आई।

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बता दें कि आनंद शर्मा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के लंबे समय तक OSD रहे। वे पूर्व में उज्जैन संभाग के कमिश्नर भी रह चुके है। उनकी गिनती सफल और परिणाम देने वाले अधिकारियों में होती है।