कारपोरेट और बिजनेस विशेषज्ञ बसंत पाल की रिपोर्ट
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर समेत 5 राज्यों में चल रही विधानसभा चुनाव की मतगणना के बीच शेयर बाजार आज उतार चढ़ाव के साथ बंद हुआ। रूस-यूक्रेन युद्ध (Russia Ukraine War) की वजह से बाजार में मची तबाही के बाद घरेलू शेयर बाजार आज लगातार दूसरे दिन बढ़त पर बंद हुआ।
बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE SENSEX) का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 817.06 अंक यानी 1.50 फीसदी बढ़कर 55,464.39 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी 249.55 अंक बढ़कर 16,594.90 पर बंद हुआ। शेयर बाजार में 2 दिनों से शानदार रिकवरी देखने को मिल रही है।
पिछले दिनों की भारी गिरावट के बाद बुधवार को जहां बाजार मजबूत रहे, वहीं 10 मार्च को सुबह से ही सेंसेक्स और निफ्टी में बढ़त नजर आ रही थी, वहीं इंट्राडे में सेंसेक्स करीब 1600 अंक मजबूत हुआ और 56242 के लेवल तक पहुंच गया।
Nifty ने भी 16750 का लेवल पार किसा, एक्सपर्ट का मानना है कि बाजार की तेजी में कुछ बड़े फैक्टर काम कर रहे हैं। रूस और यूक्रेन संकट अब कुछ कम होता दिख रहा है और क्रूड में भी नरमी आई।
फिलहाल आगे जियोपॉलिटिकल रिस्क (Geopolitical Risk) पर बाजार की नजर रहेगी और वही इसकी दिशा तय करने में सबसे बड़ा कारण होगा। पिछले दिनों की बड़ी गिरावट के बाद 2 दिनों से बाजार में रिकवरी है।
आज UP में BJP की जीत से पॉलिटिकल अनसर्टेनिटी जैसा निगेटिव ट्रिगर कमजोर पड़ा (Negative trigger like political uncertainty weakened) है।
उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में भी पहले से सत्ता में मौजूद बीजेपी की वापसी होती दिख रही है। दूसरा बड़ा कारण यह है कि रूस और यूक्रेन बातचीत की टेबल पर आगे बढ़ते दिख रहे हैं।
इससे आगे जियोपॉलिटिकल रिस्क कमजोर पड़ सकता है। क्रूड भी नरम होकर 112 से 115 डॉलर की रेंज में नज़र आ रहा है जो इसी हफ्ते 138 डॉलर प्रति बैरल तक चला गया था। इन वजहों से बाजार को सपोर्ट मिला है।