Retired After 11 Extensions : IAS अफसर ‘केके’ 11 बार सेवा विस्तार के बाद रिटायर, मोदी समेत 3 सीएम के प्रमुख सचिव रहे!

उन्हें सरकार का संकट मोचक कहा जाता रहा, उन्होंने हर संकट को हल किया!

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Retired After 11 Extensions : IAS अफसर ‘केके’ 11 बार सेवा विस्तार के बाद रिटायर, मोदी समेत 3 सीएम के प्रमुख सचिव रहे!

Ahmadabad : आईएएस अफसर कुनियिल कैलाशनाथन (केके) करीब साढ़े चार दशक (करीब 45 साल) की प्रशासनिक सेवा के बाद 29 जून को सेवानिवृत्त हो गए। 2009 में मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री के प्रमुख सचिव के पद पर नियुक्त हुए कैलाशनाथन को 2013 में सेवानिवृत्त होने के बाद 11 बार सेवा विस्तार मिला।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी के कैलाशनाथन सत्ता के गलियारे में ‘केके’ के नाम से चर्चित आईएएस रहे। 1979 बैच के अधिकारी हैं। 2009 से लगातार वह गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में तैनात रहे। इस कार्यकाल में वह हमेशा राज्य सरकार और मुख्यमंत्री के मजबूत स्तंभ बनकर खड़े हुए।

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गुजरात के मुख्यमंत्री कार्यालय में सबसे ताकतवर प्रमुख सचिव कुनियिल कैलाशनाथन (केके) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का करीबी माना जाता था। वे 18 साल तक ‘सीएमओ’ में रहे। गुजरात सीएमओ में उनकी पहली नियुक्ति 2006 में हुई थी, जब नरेंद्र मोदी मुख्यमंत्री थे। मोदी के अब तक के सबसे भरोसेमंद सहयोगियों में से एक केके की गुजरात सरकार में अहमियत का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि 2013 में भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) से रिटायर होने के बावजूद उन्हें सीएमओ में प्रमुख सचिव के पद पर बनाए रखा गया। यह पद उनके लिए खास तौर पर बनाया गया था।

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हर संकट का हल निकाला

बताते हैं कि केके के पास हर समस्या का हल होता था। प्राकृतिक आपदा हो या राजनीतिक संकट केके सारे मामले सुलझाते रहे। नरेंद्र मोदी के अलावा कैलाश नाथन ने तीन अन्य मुख्यमंत्री आनंदी बेन पटेल, विजय रुपाणी और भूपेंद्र पटेल के साथ काम किया। लगातार 11 सेवा विस्तार के बाद 29 जून को उनके अंतिम कार्य दिवस पर विदाई दी गई।

कुछ ही अधिकारी शामिल हुए

उनके विदाई समारोह में कुछ ही अधिकारी शामिल हुए। एक भी मंत्री वहां मौजूद नहीं था। सत्ता के गलियारों में चर्चा यह भी है कि गुजरात भाजपा अध्यक्ष एवं सांसद सीआर पाटिल के दिल्ली में कैबिनेट मंत्री का पद संभालते ही कैलाशनाथन की उलटी गिनती शुरू हो गई थी। यही वजह रही कि उन्हें इस बार सेवा विस्तार नहीं मिला।