Rewa Rajniwas Rape Case(28 मार्च 2022) : पीड़िता ने पुलिस को बताई दुष्कर्मी महंत के कुकर्म की रोंगटे खड़े कर देने वाली कहानी
Rewa : राजनिवास सर्किट हाउस में दुष्कर्मी महंत सीताराम दास ने 28 मार्च की रात एक नाबालिग लड़की के साथ जो कुछ किया, उसके बाद बहुत सी बातें सामने आ चुकी है। लेकिन, अब पहली बार वो FIR सामने आई, जिसमें दुष्कर्म पीड़ित नाबालिग लड़की ने पूरी घटना का सिलसिलेवार ब्यौरा दिया है।
उस लड़की ने पुलिस को जो बताया वो रोंगटे खड़े करने वाला वाकया है। उस लड़की को किस तरह धोखे से लाया गया और किस तरह दुष्कर्म के बाद धमकाया गया, उससे इस बात का खुलासा होता है कि भगवा भेष में दुष्कर्मी महंत कितना कुकर्मी है।
जैसा पीड़िता ने पुलिस को FIR के समय बताया …Rewa Rajniwas Rape Case
मैं 17 साल की हूं, उमरी (सतना) की रहने वाली हूं, 28 मार्च 2022 की सुबह 10 बजे रीवा के रहने वाले विनोद पांडे (उर्फ दादा) का फोन आया बोला ‘कहां हो … तुम्हारा कोई कॉलेज का काम हो तो बताओ, मैंने उसे बताया कि फीस जमा करनी है, लेकिन लिस्ट में नाम नहीं आ रहा, बोला- रीवा आ जाओ, काम करवा दूंगा, कॉल डिस्कनेक्ट होने के बाद उसने कई बार फोन किए, मैं करीब 12.30 बजे रीवा पहुंची, उसका फिर कॉल आया और पूछा आ गई? मेरे हां कहते ही बोला सैनिक स्कूल की तरफ आ जाओ, मैंने कहा दादा मैं कॉलेज जा रही हूं, वहां नहीं आऊंगी, कॉलेज पहुंची, तो फीस जमा करने के लिए अपना नंबर ढूंढा, लेकिन नहीं मिला। कॉलेज में ही 3 बजे फिर दादा का कॉल आया, बोला सैनिक स्कूल के पास आ जाओ, खा-पीकर मैं कॉलेज चलकर तुम्हारा काम करा दूंगा।
मैं वहां ऑटो से चली गई, तब 4 बज रहे थे, सैनिक स्कूल के पास पहुंची तो दादा का फिर फोन आया। मैंने बताया कि मेरे पास ऑटोवाले को देने के लिए पैसे नहीं हैं, सिर्फ फीस के पैसे हैं। उसने किसी लड़के को भेजने की बात कही।
कुछ देर बाद सफेद रंग की कार से लड़का आया, उसने ऑटोवाले को 100 रुपए दिए। वह मुझे कार में बैठाकर सर्किट हाउस ले गया। दूसरी मंजिल पर दादा मिला, वह बोला- डरो मत, कुछ देर में एक संत आने वाले हैं, उनसे मिल लो, आशीर्वाद ले लो, फिर तुम्हारा काम करवाते हैं।
आधे घंटे बाद लाल रंग की धोती कुर्ता पहने लंबे बालों वाला एक व्यक्ति कमरे में आया, दादा ने इंट्रोडक्शन कराते हुए कहा- संत हमारे साथ खाते-पीते हैं, दोस्त की तरह रहते हैं, संत तो दूसरों के लिए हैं, संत के साथ चेला भी था।
दादा ने उसका नाम धीरेंद्र मिश्रा बताया, कमरे के अंदर आते ही संत ने दादा से पूछा- दारू वगैरह का इंतजाम है या नहीं, मैं घबरा गई, मैंने जाने का कहा तो दादा बोला- अब कहां जाओगी, रात हो रही है, संत महाराज को खुश कर दो, करोड़ों के मालिक हैं, बड़े लोगों में उठना-बैठना है।
कुछ देर बाद जो लड़का मुझे कार से लेने आया था, वही शराब की बोतलें लेकर कमरे में आया, दादा ने उसे कहा- मोनू चखना और ले आओ, दादा शराब के पैग बनाने लगा और सभी शराब पीने लगे।
मुझे बहुत डर लग रहा था, मैं घर जाना चाहती थी, पर वो लोग जाने नहीं दे रहे थे, दादा कह रहा था- संत को प्रसन्न कर दो, संत का चेला बोला- तुम्हारी लाइफ बन जाएगी, संत अपने चेले को टोकते हुए बोला- ज्यादा मत समझाओ, समझ जाएगी।
मैं चुपचाप से VIDEO बनाने लगी, संत के देखने पर VIDEO बनाना बंद कर दिया, इतने में दीदी का फोन आया तो दादा ने जबरदस्ती मुझसे बुलवाया कि मेरा काम नहीं हो पाया है, घर नहीं आ सकूंगी, हॉस्टल में फ्रेंड के पास रुकी हूं, दादा ने जबरदस्ती शराब पिलाई और किस करने लगा, मैं भागी तो थप्पड़ मारे, बोला- अब कहां जाएगी, संत की सेवा तो करनी ही पड़ेगी, दादा, संत का चेला और मोनू कमरे के बाहर निकल गए, दरवाजा बाहर से लॉक कर दिया।
संत ने कमरे की लाइट ऑफ कर दी, मुझे खींचकर बिस्तर पर ले गया, मैं चिल्लाई तो मेरा मुंह दबाकर बोला- मेरी फीलिंग्स समझो, जबरदस्ती की कोई बात नहीं है, बस किस करने दो, जबरदस्ती मुझे किस करने लगा, मैं फिर चीखी तो बोला- अब तो जबरदस्ती करना ही पड़ेगी, उसने रेप करने के बाद धमकाते हुए कहा- मेरे बब्बा अयोध्या मंदिर के अध्यक्ष हैं, किसी को कुछ बताया तो तेरे मां-बाप और पूरे परिवार को खत्म कर दूंगा, मेरा कुछ नहीं कर पाएगी।
वह अपना मोबाइल खोजने लगा, नहीं मिला तो मेरे मोबाइल से दादा को फोन लगाकर कमरा खुलवाया, सभी मुझे नीचे ले गए, वहां कमरे में खाना लगा हुआ था, संत मुझे जबरदस्ती सलाद खिलाने लगा, मैंने रोका तो दादा बोला- संत महाराज की कृपा है तुम पर … खा लो इतने प्यार से तो किसी को नहीं खिलाते, मैंने फिर कहा- मुझे जाने दो, सभी काफी नशे में थे और मुझे घेरे हुए थे, संत ने दादा से कहा- इसे (मुझे) किसी होटल में छुड़वा दो।
दादा के कहने पर मोनू कार से मुझे किसी होटल के लिए लेकर निकला, मैंने रास्ते में कार रुकवाई और गेट खोलकर भागने लगी, तभी एक परिचित और उसका दोस्त महाराज होटल के पास मिले, उनको बताया कि एक कार वाला मेरा पीछा कर रहा है, परिचित मुझे वहां से सीधे सिविल लाइन थाने ले गए, मैं बहुत घबराई हुई थी, रात में पुलिस को कुछ नहीं बता पाई, पिता के थाने आने पर मुझे हिम्मत मिली, इसके बाद FIR कराई।
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