लखनऊ। गोरखपुर में कानपुर के व्यापारी मनीष गुप्ता की हत्या में आरोपित सभी 6 फरार पुलिसकर्मियों पर प्रदेश सरकार ने अब 1-1 लाख की इनामी राशि घोषित कर दी है। गोरखपुर क्राइम ब्रांच की टीम व कानपुर की टीम आरोपितों की तलाश में दबिश डाल रही है। चर्चा है कि मुख्य आरोपित इंस्पेक्टर जगत नारायण सिंह 5 अमेठी जिले के अपने गांव में छिपा रहा लेकिन पुलिस उसे पकड़ नहीं पाई।
आरोपित कोर्ट में सरेंडर न करने पाएं, इसके लिए कोर्ट परिसर में भी निगरानी बढ़ा दी गई है। इस बीच, हत्याकांड में नामजद दरोगा के बेटे को एसआईटी ने बाराबंकी से उठाया है। इससे पहले हत्या में आरोपित छह पुलिसवालों के अलावा होटल, थाना, मानसी हास्पिटल, मेडिकल कालेज में रहे पुलिसवालों के भी बयान दर्ज किए जा रहे हैं। एसआईटी ने इसके लिए नोटिस जारी किया है। नोटिस तामील होने के बाद ये पुलिसवाले एक-एक कर एसआईटी के समक्ष अपना बयान दर्ज करा रहे हैं।
मनीष गुप्ता की पत्नी मीनाक्षी गुप्ता ने इंस्पेक्टर जेएन सिंह, फलमंडी चौकी इंचार्ज अक्षय मिश्रा और विजय यादव के खिलाफ नामजद तथा तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया है।