RI Suspended: पपी मिसिंग होने के चलते आरक्षक की पिटाई के मामले में चक्का जाम , RI सस्पेंड

1017

RI Suspended: पपी मिसिंग होने के चलते आरक्षक की पिटाई के मामले में चक्का जाम , RI सस्पेंड!

खरगोन: खरगोन जिला मुख्यालय स्थित रक्षित निरीक्षक (आर आई) के बीगल ब्रीड का पपी गुम जाने पर आदिवासी आरक्षक की कथित पिटाई के मामले में चक्का जाम जारी है। उधर रक्षित निरीक्षक ने आरोपों को निराधार बताते हुए इसे आरक्षक द्वारा राजनीतिक रंग देने की बात कही। इसी बीच SP  ने इसी मामले में RI को सस्पेंड कर दिया है।

मध्य प्रदेश के खरगोन जिला मुख्यालय पर आज आदिवासी संगठनों ने रक्षित निरीक्षक का पपी मिसिंग हो जाने को लेकर कथित तौर पर आदिवासी आरक्षक की बेल्ट से पिटाई करने के मामले में चक्का जाम जारी है। हालांकि पुलिस अधीक्षक ने मामले की निष्पक्ष जांच कराने को कहा है।

आदिवासी संगठनों ने आज जयस के जिला संरक्षक सुभाष पटेल के नेतृत्व में डीआरपी लाइन में पदस्थ आरक्षक राहुल चौहान की कथित तौर बेल्ट से पिटाई का आरोप लगाया । उन्होंने रक्षित निरीक्षक सौरभ कुशवाहा और उनकी पत्नी के विरुद्ध प्रकरण दर्ज करने की मांग को लेकर खंडवा वड़ोदरा मार्ग पर चक्का जाम कर दिया था। उन्होंने एजेके ऑफिस में भी बहुत देर तक हंगामा किया। पुलिस अधिकारियों ने उन्हें काफी समझाने की कोशिश की कि जांच के आवश्यक प्रक्रिया के बाद रिपोर्ट के आधार पर कार्यवाही की जाएगी। लेकिन वे एफ आईआर के लिए अड़े हुए हैं।

आदिवासी संगठनों, राहुल चौहान व राहुल की पत्नि ने बताया कि राहुल चौहान को रक्षित निरीक्षक कुशवाहा के घर 8 अगस्त से ड्यूटी पर रखा गया था। जहां, उससे घरेलू काम करवाया जाता था। 23 अगस्त की रात्रि राहुल चौहान आरआई को फोन पर सूचना देकर अपने घर चले गया। लेकिन रात को करीब 1:30 बजे रक्षित निरीक्षक अपने शासकीय वाहन में ड्राइवर और तीन अन्य पुलिसकर्मियों के साथ आए । और राहुल का मोबाइल छीन कर गाड़ी में बिठाकर अपने बंगले ले गए।

 IMG 20250827 WA0243

 

IMG 20250827 WA0241

उन्होंने आरोप लगाया कि रक्षित निरीक्षक ने अपना पपी नहीं मिलने का आरोप लगाते हुए उसे बेल्ट से मारा। इसके बाद चार पुलिस कर्मी और ड्राइवर उसका मेडिकल कराने ले गए जहां उसका केवल अल्कोहल परीक्षण किया गया। इसके बाद फिर से रक्षित निरीक्षक के बंगले में ले गए जहां उनकी पत्नी ने उसे जाति सूचक शब्दों में अपशब्द कहे। इसके बाद सुबह 4:00 बजे उन्होंने आरक्षक को उसके घर छोड़ दिया।

WhatsApp Image 2025 08 27 at 23.10.52

आरक्षक ने बताया कि अगले दिन रक्षित निरीक्षक ने अपने ऑफिस में ले जाकर अपशब्द कहे और अपने बंगले में ले जाकर मेरी पत्नी के सामने मुझे मारा। हम दोनों ने कहा कि हम उसका कुत्ता ढूंढ कर दे देंगे या उसकी कीमत वापस कर देंगे।

उधर रक्षित निरीक्षक सौरभ कुशवाहा ने आरोपों को निराधार बताते हुए कहा कि 23 अगस्त को हुए वरिष्ठ अधिकारियों की परमिशन से इंदौर गए थे। उन्होंने घर में रिपेयर का काम होने के चलते आरक्षक को देखभाल के लिए कहा था। जब वे घर लौटे तो पूरा घर अस्त व्यस्त और खुला पाया गया । और जगह-जगह शराब की बोतल, केन और सिगरेट पाई गई। उन्होंने बताया कि आरक्षक को ढूंढ कर उसका मेडिकल कराया गया तो उसके खून में शराब की मात्रा 190.6 एमजी / 100 एमएल पाई गई जो निर्धारित मात्रा से काफी अधिक थी । उन्होंने बताया कि पड़ोसियों और समीप स्थित पेट्रोल पंप के कर्मचारियों ने बताया कि उनके घर से बहुत तेज म्यूजिक की आवाज भी आ रही थी।

उन्होंने बताया कि दरअसल तेज म्यूजिक के चलते उनका बीगल ब्रीड का पपी डर गया था और भौंक रहा था। इसके चलते आरक्षक ने उसे जम कर पीटा और मरा समझते हुए नाले में फेंक दिया था। उन्होंने बताया कि करीब 36 घंटे बाद उनका पपी घायल अवस्था मे नाले में मिला और वह अभी भी डिप्रेशन में है।

उन्होंने बताया कि अगले दिन आरक्षक और उसकी पत्नी उनके घर आए । वस्तु स्थिति की जानकारी मिलने पर आरक्षक की पत्नी ने आरक्षक की पिटाई भी की।

उन्होंने बताया की कार्रवाई के डर से आरक्षक ने इस पोलिटिकल रंग देते हुए माहौल बना दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि उनके घर विभिन्न काम करने के लिए दो मेड सर्वेंट आती हैं।

हालांकि पुलिस अधीक्षक धर्मराज मीना ने आरोपों को गंभीर किस्म का मानते हुए आज देर रात आर आई सौरभ कुशवाहा को सस्पेंड कर दिया है। उन्होंने बताया कि डीआईजी निमाड़ ज़ोन सिद्धार्थ बहुगुणा ने मामले की जांच बुरहानपुर जिले के एडिशनल एसपी अंतर सिंह कनेश को सौंपी है। वे जांच कर अपना प्रतिवेदन सौंपेंगे।