Road Safety Plan : सड़क सुरक्षा सुधारने के लिए इंदौर का ‘रोड सेफ्टी प्लान’ बनेगा!

सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में निर्णय, चार उप समितियां गठित!

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Road Safety Plan : सड़क सुरक्षा सुधारने के लिए इंदौर का ‘रोड सेफ्टी प्लान’ बनेगा!

Indore : सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में बुधवार को कई महत्वपूर्ण फैसले लिए। इंदौर के लिए रोड सेफ्टी प्लान बनाया जाएगा साथ ही रोड सेफ्टी फंड भी स्थापित किया जाएगा। सड़क सुरक्षा के संबंध में सुझाव देने और सुझावों पर अमल के लिए चार उपसमितियां गठित की जाएंगी। निरंजनपुर से मांगलिया, भंवरकुआं चौराहा, बिचौली हप्सी ब्रिज, लवकुश चौराहा, बापट चौराहा, एमआर-10 चौराहा, सुपर कॉरिडोर बोहरा कॉलोनी चौराहा, पीपल्याहाना चौराहा समेत 40 ब्लैक स्पॉट पर 2 साल से सिर्फ सुधार की कोशिशें हो रही हैं।

सुप्रीम कोर्ट तथा सड़क सुरक्षा परिषद के निर्देशों के परिपालन में गठित सड़क सुरक्षा समिति की पहली बैठक कलेक्टर कार्यालय में कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी की अध्यक्षता में हुई। बैठक में तय किया गया कि सड़क सुरक्षा संबंधी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ बनाने के लिए कई कारगर कदम उठाए जाएंगे। इसके तहत जिले में जिला रोड सेफ्टी प्लान बनाया जाएगा। साथ ही रोड सेफ्टी फंड भी स्थापित किया जाएगा।

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सड़क सुरक्षा व्यवस्था को और अधिक सुदृढ़ बनाने के संबंध में सुझाव देने तथा सुझावों पर अमल के लिए विभिन्न उप समितियां गठित की जाएंगी। बैठक में चार महत्वपूर्ण उप समितियां गठित करने का निर्णय लिया गया। इनमें मुख्य रूप से रोड सेफ्टी इंजीनियरिंग समिति, सड़क सुरक्षा के संबंध में जागरूकता लाने की उप समिति, सड़क सुरक्षा संबंधी प्लान का पालन कराने संबंधी उप समिति तथा आपातकालीन व्यवस्था संबंधी उप समिति शामिल है।

समितियों में विशेषज्ञ शामिल

कलेक्टर ने इन समितियों में विशेषज्ञों, संबंधित विभागों के अधिकारियों, तकनीकी जानकारों और अशासकीय सदस्यों को भी शामिल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि उप समितियों के गठन संबंधी आदेश शीघ्र जारी किए जाएं और इन निर्णयों का अमल तत्काल प्रारंभ कर दिया जाये। कलेक्टर ने बताया कि जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक अब नियमित रूप से प्रत्येक माह में प्रथम और तृतीय सोमवार को आयोजित होगी।

बैठक में कलेक्टर ने निर्देशित किया कि सुप्रीम कोर्ट एवं राज्य सड़क सुरक्षा नीति तथा राज्य सड़क सुरक्षा परिषद के निर्णयों और निर्देशों का पूरा पालन सुनिश्चित किया जाए। निर्देश दिए गए कि सड़क दुर्घटना संबंधी डेटा को मासिक आधार पर सार्वजनिक डोमेन पर अनिवार्य रूप से प्रवेशित किया जाए। बैठक में नगर निगम आयुक्त हर्षिका सिंह, डीसीपी ट्रैफिक मनीष अग्रवाल, अपर कलेक्टर अजय देव शर्मा सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद थे।

ब्लेक स्पाॅट को व्यवस्थित करें

बैठक में लव कुश चौराहा, राऊ चौराहा, तलावली चांदा, रिंजलाय फाटा सहित अन्य ब्लेक स्पाॅट के चौराहों को व्यवस्थित बनाने के लिए तुरंत ही इंजीनियरिंग ट्रैफिक बनाकर प्रस्तुत करने के निर्देश दिए। साथ ही निर्देशित किया गया कि मांगलिया में सांची प्लांट के समीप दुर्घटना संभावित स्थल पर सुधार के कार्य शीघ्र हों। उन्होंने कहा कि हाईवे और बायपास पर नियमित रूप से पेट्रोलिंग की जाए। अतिक्रमण दिखाई देने पर अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई भी की जाए। बैठक में निर्देश दिए गए कि निर्मित तथा निर्माणाधीन सड़कों की गुणवत्ता का परीक्षण किया जाए साथ ही रोड सेफ्टी के मापदंडों को भी उप समिति देखें और अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करें। कलेक्टर ने निर्देश दिए कि दुर्घटना में हुई मृत्यु की घटना की सूक्ष्मता के साथ जांच की जाए और कारणों का पता लगाया जाए, जिससे कि ऐसी व्यवस्था की जा सके जिससे की उस तरह की पुनः घटना वहां नहीं हो पाए।

रेत के ट्रकों पर भी चर्चा

देवगुराडिया क्षेत्र में अवैध रूप से खड़े होने वाले रेत के ट्रकों को अन्यत्र व्यवस्थित रूप से खड़े रहने की जगह उपलब्ध कराने के संबंध में भी बैठक में चर्चा की गई। निर्देश दिए कि रेड सिग्नल तोड़ने वालों तथा यातायात के नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाए। साथ ही निर्देश दिए गए कि ब्रीथ एनालाइजर और स्पीड कैमरों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जाए।

आपात चिकित्सा योजना तैयार होगी

बताया गया कि जिले में होने वाली दुर्घटनाओं के लिए एक आपातकालीन चिकित्सा योजना भी तैयार की जायेगी। पूर्व सूचना प्रणाली की स्थापना के माध्यम से अस्पतालों और एम्बुलेंस के बीच संबंध सुनिश्चित किया जाएगा। आपात स्थिति में बिस्तरों की उपलब्धता भी सुनिश्चित की जाएगी। यह कार्य आपातकालीन उप समिति सुनिश्चित करेगी। बैठक में बताया गया कि ऐसे व्यक्तियों को भी जिले में प्रोत्साहित किया जाएगा, जो दुर्घटना के समय पीड़ितों को तत्काल मदद देकर जान बचाएंगे। उन्हें गवाह और बयान के लिए बेवजह परेशान नहीं किया जाएगा। ऐसे व्यक्ति जिन्होंने मदद देकर पीड़ित की जान बचाई है, उन्हें प्रोत्साहन पत्र भी दिया जाएगा।