

Rules for Copy Checking of Examinations : 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं की कॉपियां 5 मार्च से चेक होंगी, कई नई व्यवस्थाएं!
99 और जीरो नंबर लाने वाले परीक्षार्थियों की कॉपियों के लिए नए निर्देश!
Indore : माध्यमिक शिक्षा मंडल की 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में शामिल छात्रों की कॉपियों की जांच के लिए विशेष व्यवस्था की गई है। परीक्षा 25 फरवरी से शुरू हो रही है, जबकि कॉपियों की चेकिंग 5 मार्च से शुरू होगी। इस बार, हाई स्कोर करने वाले और कम अंक पाने वाले छात्रों की कॉपियों को दो बार चेक किया जाएगा। माध्यमिक शिक्षा मंडल के अधिकारियों ने इस संबंध में स्पष्ट निर्देश जारी किए हैं।
बोर्ड के अनुसार, जिन छात्रों के अंक 90% से अधिक या बहुत कम हैं, उनकी कॉपियों को मुख्य परीक्षक द्वारा दोबारा चेक किया जाएगा। विशेष रूप से एक या दो अंकों से किसी विशेष योग्यता या पहले श्रेणी की पात्रता से वंचित छात्रों पर भी ध्यान दिया जाएगा। मूल्यांकन प्रक्रिया में हर पेज के अंकों को जोड़ने में सावधानी बरती जाएगी।
99 या 0 अंक वालों की कॉपी तीन बार चेक
बोर्ड की तरफ से कॉपी चेकिंग के संबंध में एक अन्य बड़ा फैसला लिया गया है। एमपी बोर्ड के अनुसार इस बार 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं में किसी स्टूडेंट को अगर किसी विषय में 99 या शून्य अंक प्राप्त होते हैं तो ऐसे स्टूडेंट की कॉपी तीन बार चेक की जाएगी। विषय शिक्षक के बाद मुख्य परीक्षक और उप मुख्य परीक्षक भी ऐसे स्टूडेंट्स की कॉपी को जांचेंगे।
कॉपी चेक करने के नियम तय
एमपी बोर्ड द्वारा इस बार टीचर्स के लिए प्रति दिन के हिसाब से कापियां जांचने के लिए सीमा तय की गई है। इस नए नियम के तहत अब एक टीचर एक दिन में केवल 45 कॉपियां ही जांच सकेगा। ऐसा करने के पीछे बोर्ड का उद्देश्य कॉपी चेकिंग की क्वालिटी को बढ़ाना है। पहले टीचर्स अधिक कॉपी चेक करने के चक्कर में कॉपियां ठीक से नहीं जांच पाते थे।
मूल्यांकनकर्ताओं को 10वीं और 12वीं की कॉपी जांचने के लिए प्रति कॉपी के हिसाब से फीस दी जाएगी। 10वीं की कॉपी जांचने के लिए आईएनआर 15 और 12वीं की कॉपी जांचने के लिए आईएनआर 16 प्रति कॉपी के हिसाब से फीस के रूप में दिए जाएंगे। यदि टीचर्स द्वारा कॉपी जांचने में कोई गलती की जाती है तो प्रति अंक के हिसाब से आईएनआर 100 उनकी फीस से काट लिए जाएंगे। ऐसा एमपी बोर्ड द्वारा बोर्ड एग्जाम की कॉपियों की चेकिंग में होने वाली गलतियों को रोकने के लिए किया गया है।
इस बार 17 लाख छात्र बोर्ड परीक्षा में शामिल हो रहे हैं। विद्यार्थियों को हर स्टेप के लिए अंक मिलेंगे, जिससे प्रक्रिया और पारदर्शिता बढ़ेगी। मूल्यांकन केन्द्रों पर धारा 144 लागू रहेगी, और लगभग 30,000 शिक्षकों को मूल्यांकन कार्य में लगया जाएगा। प्राथमिकता से 12वीं की कॉपियों का मूल्यांकन किया जाएगा।