Samarpan nidhi abhiyaan : BJP अध्यक्ष ने कहा हमने 150 करोड़ का टारगेट नहीं रखा

समर्पण निधि लक्ष्य से BJP ने पल्ला झाड़ा, अभी तक 10% ही जमा हो सके

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Bhopal : भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (State President of BJP VD Sharma) ने समर्पण निधि अभियान से पल्ला झाड़ लिया। उन्होंने साफ़ कहा कि हमने 150 करोड़ चंदा जुटाने का कोई टारगेट नहीं रखा (No target has been set to raise 150 crore donations) था। हम तो इस बहाने अधिकांश कार्यकर्ताओं और समाज के लोगों तक पहुंचना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि 1 मार्च से 15 मार्च तक इस अभियान को व्यापक और पर लिया गया। सच्चाई ये है कि 150 करोड़ चंदा जुटाने में भाजपा को पसीना आ गया। पार्टी सूत्रों के मुताबिक, अभी तक 12 से 15 करोड़ रुपए ही चंदा इकट्ठा किया जा सका है।

BJP ने प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा ने टारगेट से पीछे हटने का यह एलान कटनी में किया। भाजपा कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि हमारा अभी समर्पण निधि अभियान चल रहा है। हम 15 मार्च तक इस अभियान को व्यापक तौर पर चला रहे हैं। हम समाज के सभी कार्यकर्ताओं और प्रत्येक बूथ पर मिलकर समर्पण के अभियान को ऐतिहासिक बनाएंगे।

समर्पण निधि पर BJP अध्यक्ष ने कहा कि कोष इकट्ठा करना हमारा टारगेट नहीं है। हमारा टारगेट हर व्यक्ति तक पहुंचा है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम हरसंभव प्रयास कर रहे हैं। समर्पण निधि में भी मध्य प्रदेश की भारतीय जनता पार्टी इतिहास बनाएगी।

समर्पण निधि अभियान क्यों 

BJP ने आजीवन सहयोग निधि से 150 करोड़ रुपए जुटाने का टारगेट रखा था। इसमें छोटे से लेकर बड़े कार्यकर्ता तक आजीवन सहयोग निधि ली जानी थी, ताकि पार्टी चलाने के लिए बड़ी रकम की FD की जा सके। लेकिन, अब चंदा जुटाने में पार्टी को पसीना आ गया। इसकी वजह सिंधिया समर्थकों को भी माना जा रहा है। वे इसमें सहयोग नहीं कर रहे।

बड़े नेताओं में नाराजगी

समर्पण निधि के तहत चंदे को लेकर BJP में बैठकों का दौर जारी है। 26 फ़रवरी को हुई बैठक में राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिव प्रकाश, प्रदेश प्रभारी मुरलीधर राव और प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा के बीच चर्चा हुई थी। शिव प्रकाश और मुरलीधर राव ने चंदा नहीं देने वालों पर नाराजगी जताई थी। मुरलीधर राव ने तो यहां तक कहा था कि यदि किसी को विश्राम करना है, तो वह हमेशा के लिए विश्राम ले लें।   इस बैठक में ज्योतिरादित्य सिंधिया से भी कहा गया था कि वे अपने समर्थकों से कहें कि यह पार्टी का फंड नहीं, बल्कि मत संग्रह है। वे मैदान में जाएं और जितना ज्यादा हो सके फंड जमा कराएं। बैठक में सांसद, विधायक, निगम मंडल उपाध्यक्ष, जिला अध्यक्षों को सोशल मीडिया समर्पण निधि और बूथ विस्तारक अभियान को लेकर कई टिप्स दिए।