Samrat मिहिर भोज को क्षत्रिय के बजाए गुर्जर बताने पर बवाल, धारा 144 लागू

बसों पर डंडे और पत्थर चले, 3 दिन के लिए स्कूल-कॉलेज सब बंद

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मुरैना: ग्वालियर और मुरैना इलाके में दो वर्गों के बीच संघर्ष बढ़ने लगा हैं। Samrat मिहिर भोज की जाति और वंश को गुर्जर या क्षत्रिय बताने वाले आमने-सामने आ गए। वर्ग संघर्ष की आशंका को देखते हुए जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू कर दी। कलेक्टर बी कार्तिकेयन ने इस आशय के आदेश जारी किए हैं। जिले में तीन दिनों तक मुरैना में स्कूल व कोचिंग संस्थान बंद रखने के आदेश भी जारी किए गए।
मुरैना में सड़क जाम के बाद बानमोर में 12 से अधिक युवकों ने गुरुवार रात को मुरैना व ग्वालियर के बीच चलने वाली बसों में तोड़फोड़ की। बस की सवारियां जान बचाने के लिए भागने लगी।

  कुछ दिनों पहले ग्वालियर और फिर मुरैना में Samrat मिहिर भोज की मूर्ति लगाई गई थी। इस मूर्ति के नीचे लगे शिलालेख में उन्हें गुर्जर बताया गया। इसी बात को लेकर दोनों वर्गों में विवाद हो गया है। इस विवाद ने धीरे-धीरे वर्ग संघर्ष का रूप ले लिया।
ग्वालियर में कलेक्टर और SP ने दोनों वर्गों के नेताओं का बुलाया और कहा कि Samrat मिहिर किसी भी वंश या समुदाय के हों, लेकिन उनको लेकर शहर में माहौल न बिगाड़ा जाए। यदि चेतावनी के बाद भी कोई नहीं माना और इस तरह का काम करता है जिससे साम्प्रदायिक सौहार्द का माहौल बिगड़ता है तो वह NSA (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) व जिलाबदर की कार्रवाई के लिए तैयार रहे। मामला न्यायालय में है और जब तक कोई फैसला नहीं हो जाता है, तब तक किसी भी तरह का विवाद न करें। दोनों पक्षों ने एक-दूसरे से वादा किया है कि वह किसी तरह का कोई विवाद नहीं करेंगे। पुलिस और प्रशासन का सहयोग करेंगे। साथ ही दोनों समुदाय के प्रतिनिधियों ने यह भी कहा कि सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट डालने वालों एवं कानून का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए प्रशासन व पुलिस स्वतंत्र है।

*चक्का जाम हुआ*
आज मुरैना में एक जाति के लोगों ने MS रोड पर जाम लगाया। उनकी मांग थी कि सम्राट मिहिर भोज की पट्टिका पर जिस वर्ग का नाम लिखा है, वह गलत लिखा है, उसे हटाया जाना चाहिए। इस वर्ग के लोग हंगामा करते उससे पहले ही भारी संख्या में पुलिस बल मौके पर पहुंच गया। उनको तितर-बितर करते हुए वापस कर दिया। गुरुवार रात बानमोर में ग्वालियर-मुरैना के बीच चल रहीं बसों में तोड़फोड़ कर दी। किसी सवारी के घायल होने की सूचना नहीं है। माना जा रहा है कि यह दिन में किए गए विरोध का जवाब है।
*प्रशासन सख्त*
मुरैना प्रशासन को इस बात का अंदेशा है कि वर्ग संघर्ष दूसरे इलाओं में भी भड़क सकता है। आनन-फानन में प्रशासन ने आदेश निकालकर जिले के सभी स्कूल-कॉलेज और कोचिंग को 3 दिन के लिए बंद रखने के आदेश जारी किए। शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात है।