ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन मशीन का कार्य शुरू नहीं होने से वरिष्ठ BJP नेता पूर्व गृहमंत्री कोठारी ने मांगा कलेक्टर से जवाब

कलेक्टर बोले दिल्ली से स्वीकृति आते ही हो जाएगी शुरू

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रतलाम से रमेश सोनी की रिपोर्ट

रतलाम: कोरोना महामारी के बाद अब डेंगू के बढ़ते मरीजों को ब्लड कंपोनेंट की मांग बढ़ती जा रही है,ऐसे में वह इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं,उन्हें अधिक राशि देने के बाद भी परेशान होना पड़ रहा है।

शहर के जिला चिकित्सालय,एमसीएच,बाल चिकित्सालय और मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने वाले मरीजों को खून में पाए जाने वाले कंपोनेंट (अव्यव) की मांग बढ़ती जा रही है।

ऐसे में जिला चिकित्सालय में स्थापित ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन मशीन शुरू करने की नितांत आवश्यकता है। लाखों रुपए की मशीन आ जाने के बाद भी कार्य शुरू नहीं हो रहा है, लाइसेंस जारी होने के बाद भी अभी भी मशीन शुरू नहीं होने से मरीजों के परिजनों को भटकना पड़ रहा है।

जिले भर की जनता की परेशानी को लेकर पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी ने कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से दूरभाष पर बात की। तब कलेक्टर ने दिल्ली से एक पत्र प्राप्त होते ही मशीन शुरू होने की बात कही।

क्या है मामला

सोमवार को रतलाम की एसडीपी डोनर टीम ने पूर्व गृह मंत्री हिम्मत कोठारी से मुलाकात की। टीम ने कोठारी को बताया कि जिला अस्पताल को राज्य शासन द्वारा 2016 में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन मशीन प्रदान की गई थी। करीब 35 लाख रुपए की लागत वाली मशीन का लाभ अभी तक जिले के मरीजों को नहीं मिल सका है। एसडीपी टीम के सदस्यों ने कोठारी को बताया मशीन शुरू करने लिए खाद्य एवं औषधि नियंत्रक दिल्ली द्वारा लाइसेंस भी जारी किया जा चुका है। जो कि गत 26 अक्टूबर को ही जिला मुख्यालय के स्वास्थ्य विभाग को प्राप्त हो चुका है।बावजूद अभी तक मशीन शुरू नहीं होना दुर्भाग्य है।

शीघ्र मशीन शुरू होने का दिया आश्वासन

टीम के सदस्यों ने पूर्व गृहमंत्री कोठारी से हस्तक्षेप कर मशीन शुरू करवाने की गुहार लगाई ताकि लोगों को जिला अस्पताल के ब्लड बैंक से ब्लड कंपोनेंट मिल सकें।टीम ने कोठारी को मशीन शुरू करने के लिए जिला अस्पताल प्रबंधन को जारी किए गए लाइसेंस की प्रतिलिपि भी दिखाई।पूर्व गृहमंत्री कोठारी ने एसडीपी टीम की बात सुनने के बाद मशीन शुरू होने में हो रही देरी को लेकर कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम से दूरभाष पर बात की। कलेक्टर ने कोठारी को 3-4 दिन में मशीन का संचालन शुरू करने के लिए आश्वस्त किया।उन्होंने कहा कि दिल्ली से एक जरूरी पत्र आने पर मशीन शुरू कर दी जाएगी।

मशीन शुरू होने से जिले भर के मरीज होंगे लाभान्वित, लगातार बढ़ रही प्लेटलेट्स, आरबीसी और प्लाज्मा की मांग

बता दें कि रतलाम में डेंगू के मरीजों की संख्या बढ़ने के साथ ही प्लेटेल्टस की मांग काफी ज्यादा बढ़ गई। इसके अलावा पीआरबीसी (रेड ब्लड सेल) और फ्रेश फ्रोजन प्लाज्मा की भी काफी मांग रहती है।

एसडीपी टीम के बादल वर्मा ने बताया कि यदि जिला अस्पताल में ब्लड कंपोनेंट सेपरेशन मशीन शुरू होती है तो जिला अस्पताल के अलावा एमसीएच, मेडिकल कॉलेज और बाल चिकित्सालय में भर्ती होने वाले मरीजों को राहत मिल सकेगी।

यह थे एसडीपी टीम के सदस्य

गृहमंत्री कोठारी से मिलने पहुंची टीम में पत्रकार जुगल पण्ड्या, मोहम्मद शोएब, इरसाद मन्सूरी (लाला भाई), बादल वर्मा, महेश सोलंकी, दीपक पांचाल आदि मौजूद थे।