Sent SP on Long Leave: राजनीतिक दबाव में झुकी नहीं,सरकार ने IPS अधिकारी को लंबी छुट्टी पर भेजा?
शिमला: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के एक गांव की लड़की, जिसने भारतीय पुलिस सेवा (IPS) में शामिल होने के लिए संयुक्त राष्ट्र की आरामदायक नौकरी छोड़ दी , उसे हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया। उसका अपराध बस इतना था कि वह राजनीतिक दबाव में नहीं झुकी।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार भारतीय पुलिस सेवा में 2018 बैच की बद्दी की SP इल्मा अफरोज ने अवैध खनन की शिकायत पर एक विधायक की पत्नी के वाहनों का चालान जारी किया। बताया गया है कि हिमाचल प्रदेश विधानसभा में उनके खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव लाया गया और उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया।
*ये है पूरा मामला*
हिमाचल के बद्दी की एसपी इल्मा अफरोज को कांग्रेस विधायक रामकुमार चौधरी की बीवी की कार का चालान काटना भारी पड़ गया. अब सुक्खू सरकार ने उन्हें लंबी छुट्टी पर भेज दिया। जिसके बाद इल्मा अपने सरकारी आवास से अपना सामान कार में पैक करके अपनी मां के साथ हिमाचल से निकल गई हैं और वह अपने घर मुरादाबाद पहुंच गई है.
*विधायक की बीवी का पुलिस ने काटा था चालान*
यह पूरा टकराव इसी साल अगस्त के महीने में शुरू हुआ था. बद्दी में अवैध खनन के मामले में पुलिस ने विधायक राम कुमार चौधरी की बीवी की गाड़ियों का चालान किया था. इस पर एसपी और विधायक के बीच अनबन हो गई थी. रामकुमार चौधरी ने विधानसभा सेशन के दौरान गंभीर इल्जाम लगाए और एसपी को विधानसभा से विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव दिलवाया था.
गौरतलब है कि SP इल्मा अफरोज की तैनाती बद्दी में आठ महीने पहले ही हुई है. उनकी गिनती ईमानदार और कर्मठ अफसर में होती है। खनन माफिया पर उनका बड़ा हमला है. अपनी ड्यूटी के अलावा महिलाओं से पूछताछ के लिए भी दरवाज़े बनाए गए हैं. सोशल मीडिया पर एसपी के समर्थन में लोग लगातार पोस्ट कर रहे हैं.
*पत्रकार ने पूछा सवाल*
वहीं पत्रकार जाकिर अली त्यागी ने एक्स पर हिमाचल प्रदेश के सुखू सरकार से पूछा है कि आप एक ट्रक ड्राइवर के बेटे हैं लेकिन आपको गरीब, मजदूर और संघर्षरत बच्चों का दर्द बिल्कुल भी महसूस नहीं होता, अगर आप इल्मा के बारे में नहीं जानते तो मैं आपको बता दूं. इसके साथ ही उन्होंने SP इल्मा के संघर्ष के बारे में बताया है.
*कहां से शूरू हुआ विवाद*
हाल में ही बद्दी में एक फायरिंग की घटना सामने आई थी. जहां खेड़ा राजपुर रोड पर बुलेट प्रूफ गाड़ी पर कई गोलियां चलाई गई थीं. इस मामले में पीड़ित स्क्रैप डीलर रामकिशन पर गोली चलाई गई थी, लेकिन बाद में जांच में पता चला कि पीड़ित रामकिशन ने ही पूरी घटना की योजना बनाई थी और खुद पर भी गोली चलवाई थी. उसने फायरिंग के आरोपियों को सारे राज बता दिए थे.
स्क्रैप डीलर रामकिशन लगातार पुलिस से ऑल इंडिया गन लाइसेंस की मांग कर रहा था, लेकिन उसके पुराने रिकॉर्ड को देखते हुए पुलिस ने उसका आवेदन स्वीकार नहीं किया. मामले में आरोपी को गिरफ्तार करने के बाद पुलिस ने रामकिशन के खिलाफ भी मामला दर्ज कर लिया था.