Sex Ratio Increase : इंदौर में 5 साल में पुरुषों के मुकाबले महिलाओं की औसत संख्या में 92 की बढ़ोतरी

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे में खुलासा

831

Indore : जिले में लिंगानुपात में 5 साल में 92 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई। जिले में जन्म के समय शिशु लिंगानुपात में 147 अंकों की वृद्धि दर्ज हुई। भारत में लिंगानुपात (Sex Ratio) में गत 5 वर्षों में 29 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई, एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात में 10 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई हैं।

लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (Ministry of Public Health and Family Welfare) द्वारा वर्ष 2016 में जारी 2016 के National Family Health Survey-4 के अनुसार इंदौर जिले में लिंगानुपात 895 महिला प्रति 1000 पुरुष एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात 849 महिला प्रति 1000 पुरुष था।

वर्ष नवम्बर-2021 में जारी नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-5 (2020-21) के अनुसार इंदौर जिले में लिंगानुपात 987 महिला प्रति 1000 पुरुष एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात 996 महिला प्रति 1000 पुरुष बताया गया हैं।

प्रदेश में वर्ष 2016 में जारी नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-4 (2016) के अनुसार शिशु लिंगानुपात 948 महिला प्रति 1000 पुरुष एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात 927 महिला प्रति 1000 पुरुष था।

वर्ष नवम्बर-2021 में जारी नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे -5 (2020-21) के अनुसार लिंगानुपात 970 महिला प्रति 1000 पुरुष एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात 956 महिला प्रति 1000 पुरुष बताया गया हैं।

प्रदेश में लिंगानुपात (Sex Ratio) में गत 5 वर्षों में 22 अंकों की वृद्धि दर्ज की गई है एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात में 29 अंको की वृद्धि दर्ज की गई हैं।

भारत में वर्ष 2016 में जारी नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-4 (2016) के अनुसार शिशु लिंगानुपात (Child Sex Ratio) 991 महिला प्रति 1000 पुरुष एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात 919 महिला प्रति 1000 पुरुष था। वर्ष नवम्बर-2021 में जारी नेशनल फेमिली हेल्थ सर्वे-5 (2020-21) के अनुसार लिंगानुपात 1020 महिला प्रति 1000 पुरुष एवं जन्म के समय शिशु लिंगानुपात 929 महिला प्रति 1000 पुरुष बताया गया हैं।

अतिरिक्त जिला दंडाधिकारी पवन जैन ने बताया कि जिला प्रशासन द्वारा पिछले 5 सालों में गर्भधारण पूर्व एवं प्रसव पूर्व निदान तकनीक अधिनियम अंतर्गत भ्रूण में पल रहे लिंग के चयन को रोकने के लगातार प्रयास किए गए हैं।