धार जिले के सरदारपुर के गांव नाँदना की बेटी थी, जिसे एमवाय में चूहों ने कुतरकर मार डाला!

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धार जिले के सरदारपुर के गांव नाँदना की बेटी थी, जिसे एमवाय में चूहों ने कुतरकर मार डाला!

धार से छोटू शास्त्री की रिपोर्ट

Dhar: इंदौर एमवाय अस्पताल में नवजात बच्चों की चूहे काटने से हुई मौत का मामला गरमाया हुआ है। इन दो बच्चों में से एक धार जिले की सरदारपुर तहसील के ग्राम पंचायत सलवा के मजरे नाँदना से जुड़ा है। अब यह मामला राजनीतिक और सामाजिक बहस का केंद्र बन गया। मृत नवजात की मां मंजू पति देवराम का मायका यहीं है।

डिलीवरी से इंदौर तक का सफर
26 अगस्त को गर्भवती मंजू को अचानक पेट दर्द हुआ। परिजन उसे राजोद शासकीय अस्पताल ले गए। लेकिन, संसाधनों की कमी के चलते उसे धार रेफर कर दिया गया। धार तक पहुँचने में भी मुश्किलें आईं। क्योंकि, एंबुलेंस पंचर थी और परिवार को मजबूरी में 3 हजार रुपए खर्च कर निजी वाहन से धार पहुँचना पड़ा। 27 अगस्त की शाम धार अस्पताल में बच्ची का जन्म हुआ। डॉक्टरों ने बच्ची की गंभीर हालत बताकर उसे तत्काल इंदौर एमवाय रेफर किया। अगले दिन पिता देवराम और नाना हरचंद एंबुलेंस से बच्ची को लेकर पहुँचे।

दो दिन तक नहीं दी जानकारी
परिजनों का आरोप है कि इंदौर एमवाय अस्पताल में बच्ची को आईसीयू में ले जाने के बाद उन्हें कोई सूचना नहीं दी गई। न तो बच्ची से मिलने दिया गया, न मोबाइल नंबर नोट किया गया। दो दिन बाद तक हमें कोई खबर नहीं दी गई। बाद में पता चला कि हमारी बच्ची की मौत अस्पताल में चूहों के काटने से हो गई है। यह बात मंजू के पिता हरचंद ने बताई।

 

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गाँव पहुँचे विधायक और जयस
इस घटना ने राजनीति को भी गरमा दिया है। सरदारपुर विधायक प्रताप ग्रेवाल शुक्रवार और शनिवार को लगातार नाँदना पहुँचे और परिजनों से मुलाकात की। विधायक ने कहा कि यह गंभीर लापरवाही है और न्याय दिलाना उनकी प्राथमिकता है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी ने भी मामले को संज्ञान में लिया है, वहीं राहुल गांधी ने विधायक से पूरी रिपोर्ट माँगी है।

आदिवासी संगठन ‘जयस’ के कई कार्यकर्ता भी नाँदना पहुँचे और इसे समाज के साथ अन्याय करार देते हुए प्रशासन से सख्त कार्रवाई की मांग की। शनिवार सुबह 6 बजे एक फॉर्च्यूनर कार (एमपी 07 सीएफ 8308) गाँव पहुँची, जिस पर मध्य प्रदेश शासन की प्लेट लगी थी। गाड़ी में बैठे लोगों ने खुद को जयस कार्यकर्ता बताते हुए नवजात के माता-पिता और नाना-नानी को इंदौर लेकर जाना शुरू किया।
ग्रामीणों और मीडिया ने जब पूछा तो उन्होंने कहा कि हमें बड़े अधिकारी ने बुलाया है, हम इन्हें न्याय दिलाने ले जा रहे हैं। इस घटनाक्रम के बाद मामला और भी हाई-प्रोफ़ाइल हो गया है। विधायक प्रताप ग्रेवाल ने कहा कि यह मेरे क्षेत्र का मामला है, मैं हर हाल में परिजनों को न्याय दिलाऊँगा।