शिवमय हुआ नर्मदांचल, रोशनी से नहाया सेठानी घाट, पचमढ़ी व तिलक सिंदूर
इटारसी से चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। देवाधिदेव महादेव के महाकालेश्वर मंदिर उज्जैन में हुए दिव्य भव्य महोत्सव और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा महाकाल लोक के लोकार्पण, पूजा-अर्चना,के उपलक्ष्य में नर्मदापुरम नगरी सहित समूचे नर्मदापुरम जिले के प्रसिद्ध शिवालयों काले महादेव,पचमढ़ी के बड़ा महादेव,जटाशंकर, तिलक सिंदूर आदि में मंगलवार को शिव महोत्सव के अनूठे अदभुत, विलक्षण आयोजन की अलौकिक इंद्रधनुषी छटा छाई रही। नर्मदातट के शिवालय, अनेक देवालयों में शिवमय वातावरण निर्मित हो गया। सेठानी घाट पर रंगारंग रश्मिओं के विहंगम द्श्य आकर्षित कर रहे थे। दोपहर से ही शिवालयों में शिव भक्ताें का तांता लगने लगा था।
प्रसिद्ध काले महादेव की पूजा अर्चना व अभिषेक नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव व पार्षदों के द्वारा किए जाने के बाद सेठानी घाट पर भजन संध्या, विद्वजनों का सम्मान, मां नर्मदा की महाआरती से नर्मदा तट व अंचल सत्यं शिवं सुंदरम से सराबोर हो गया।सेठानी घाट पर मध्यप्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड अध्यक्ष जितेन्द्र लिटोरिया, पूर्व विधायक गिरजा शंकर शर्मा, नपाध्यक्ष श्रीमती नीतू यादव, नर्मदापुरम संभाग के कमिश्नर मालसिंह, आई जी श्रीमती दीपिका सूरी, पुलिस अधीक्षक डा. गुरकरण सिंह, जिला पंचायत सीईओ मनोज सरियाम , एडीएम मनोज ठाकुर, एडिशनल एसपी अवधेश प्रताप सिंह, पीयूष शर्मा, एसडीएम श्रीमती मोहिनी शर्मा , सीएमओ विनोद शुक्लर सहित अन्य अधिकारी व पार्षद जनप्रतिनिधि तथा हजारों की संख्या में श्रद्धालु नागरिक अदभुत पल के साक्षी बने।
पुण्य दायनी मां नर्मदा के पावन तट पर द्वादश ज्योर्तिलिंगों के स्वरूपों के तेलचित्रों को गुरजों पर स्थापित किया गया था। जहां पर अनेक श्रद्धालु पूजन अर्चन कर रहे थे। घाट के फर्श पर स्वास्तिक के रूप में दीपों को रखा गया था जो प्रज्जविलत होने के बाद अलग ही शोभायमान हो रहे थे।
शाम होते ही जगमग हुआ नर्मदा तट
मां नर्मदा के सुप्रसिद्ध सेठानी घाट पर सूर्यास्त होते ही 5100 से अधिक प्रज्जवलित दीपों की मणिमालाओं से पूरा सेठानी घाट इंद्रधनुषी छटाओं से जगमगा गया। शिव महोत्सव के इस अलौकिक नजारे का दर्शन करने के लिए हजारों श्रद्धालु अदभुत पल को निहार कर अपने आपको धन्य महसूस कर रहे थे। इसी तरह कोरी घाट, विवेकानंद घाट पर भी पूजन अर्चन अभिषेक व दीपदान के आयोजन हुए। नर्मदानगरी के पूर्व से तय 12 शिवालयों में सुबह से ही शिवजी की पूजन अर्चन व अभिषेक की तैयारियां हो गई थी। दोपहर में अनेक श्रद्धालुओं और जनप्रतिनिधियों के द्वारा पूजन अर्चन की गई। तथा शाम को उज्जैन में हुए आयोजन का सीधा प्रसारण देखा गया।
इसी के साथ जिले के पचमढ़ी स्थित जटाशंकर महादेव मंदिर, इटारसी में तिलक सिंदूर मंदिर द्वारिकाधीश मंदिर, गुड़ीमाता मंदिर, वहीं सिवनीमालवा में भिलटदेव मंदिर, आंवली घाट एवं राम जानकी मंदिर सहित जिले के तमाम शिवालयों, देवालयों में भी धार्मिक अनुष्ठान जारी रहे। इन स्थानों पर भी उज्जैन के कार्यक्रम का सीधा प्रसारण किया गया। सभी स्थानों पर जनप्रतिनिधि, प्रसासनिक अधिकारी, व पंडित पुजारियों के साथ ही श्रद्धालु नागरिक भी मौजूद रहे। शहर सहित सभी शिवालय में विशेष रोशनी की गई। विशेष विद्युत साज सज्जा के साथ ही दीपोत्सव हुआ। शिवालय सहित अन्य देवी देवताओं के मंदिर रोशनी से जगमगा रहे थे। देवालयों में आकर्षक सजावट की गई,जिसमें हजारों लोग सहभागी बने।