शिव की चौथी पारी के दो साल पूरे हुए आज

मंशा साफ दुष्टों को नहीं करूंगा माफ ...

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मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की चौथी पारी के दो साल आज पूरे हो गए हैं। कोरोना काल मेें कुर्सी संभालकर तीन लहरों की कठिन डगर पार करते हुए शिव के चेहरे पर अब मुस्कान है। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठने के सारे रिकार्ड तो पहली तीन पारी में ही टूट चुके थे। अब चौथी पारी में शिवराज मध्यप्रदेश में पंद्रह साल तक सीएम पद पर रहने का तमगा हासिल कर चुके हैं, तो 15 साल 17 दिन तक मुख्यमंत्री रहकर भाजपा में सर्वाधिक समय तक सीएम रहने का बड़ा रिकार्ड भी बना चुके हैं।
शिवराज अब मध्यप्रदेश और भाजपा में मुख्यमंत्री के रूप में “बिगेस्ट अचीवर” बन चुके हैं। अगर उनके समय में प्रदेश में उपलब्धियों का जिक्र हो, तब भी एक सुनहरी तस्वीर सामने आती है। मध्यप्रदेश की अर्थव्यवस्था 11 लाख करोड़ यानि 11 ट्रिलियन को पार कर चुकी है। सड़कें, बिजली, पानी, रोटी, कपड़ा, मकान सभी स्थितियां 2003 से पहले की तुलना में कई गुना बेहतर हैं। पर चुनौती भी है अपराधियों, माफियाओं, सूदखोरों पर अंकुश लगाने की। दो साल पूरा होने के एक दिन पहले मुख्यमंत्री ने मंशा भी जता दी है कि दुष्टों को माफी नहीं मिलेगी, दफन कर दूंगा।
“मामा” अब “बुलडोजर मामा” का खिताब हासिल कर चुके हैं। रायसेन, श्योपुर, सिवनी, शहडोल, जावरा (रतलाम) गवाह हैं। अपराधियों के ठिकानों पर पिछले चार दिनों से लगातार बुलडोजर चल रहे हैं। पिछले दो साल में माफियाओं, रेत का अवैध कारोबार करने वालों, भूमाफियाओं, सूदखोरों, अपराधियों के खिलाफ बड़े स्तर पर कार्यवाही हुई है,सरकारी आंकड़े इसकी गवाही दे रहे हैं।
मामा का नया अवतार यानि “बुलडोजर मामा” किस तरह का होगा, वह खुद शिवराज ने रायसेन के खमरिया में बयां किया है। मेरे बहनों-भाइयों, हम सबका दिल भरा है, लेकिन कुछ लोगों को इसमें भी राजनीति सूझ रही है। निशाना कांग्रेस पर है। मैं फिर कहता हूँ, गुंडे और बदमाश ये न समझें कि यह कांग्रेस कमलनाथ की सरकार है। मामा का बुलडोजर चला है, अब रुकेगा नहीं, जब तक बदमाशों को जमींदोज़ न कर दे।
यह मामा का राज है गड़बड़ करी तो छोडूंगा नहीं। ट्वीट करने वाले जितने चिल्ला रहे हैं चिल्लाते रहें, गरीब की मौत में भी राजनीति करते रहें। लेकिन मामा का बुलडोजर चला है अब रुकेगा नहीं जब तक बदमाशों को दफन नहीं कर देगा। यानि साफ है कि अपराधियों के मंसूबों की खैर नहीं, बुलडोजर पर सवार मामा का व्यक्तिगत किसी से कोई बैर नहीं। शिव ने बीते समय को याद किया कि एक जमाना था जब मैं मुख्यमंत्री बना था, तब चंबल के बीहड़ों में चारों तरफ डाकुओं का आतंक था। तब हमने तय कर दिया था कि मध्यप्रदेश की धरती पर या तो डाकू रहेंगे या शिवराज रहेगा, दोनों एक साथ नहीं रह सकते। अब एक भी डाकू नहीं बचा है, कोई डकैत को हमने बचने नहीं दिया।
कोई खमरिया अकेले का ना सोचे…. शहडोल में आप देख सकते हैं क्या कार्रवाई हुई है? सिवनी और श्योपुर में बुलडोजर चला है, जावरा में हमने मकान खोदकर मैदान बना दिए।गुंडागर्दी करने वालों मध्यप्रदेश की धरती पर तुम्हारा अस्तित्व मिटा दिया जाएगा। त्रस्त कर दिए जाएंगे, कुचल दिए जाएंगे। गरीबों के साथ अन्याय और गुंडागर्दी करके धन कमाने का यह खेल पूरी तरीके से खत्म कर दिया जाएगा।
डरने की जरूरत नहीं है कमजोरों के साथ शिवराज सिंह चौहान खड़ा है, ये भारतीय जनता पार्टी की सरकार खड़ी है। खमरिया के बाद उन्होंने चंद्रपुरा में दोहराया। आज मैं यह साफ कह रहा हूं यहां चंद्रपुरा में भी कह रहा हूं। मध्यप्रदेश में जितने गुंडे और अपराधी हैं वह भी सुन लें। अगर गरीब कमजोर की तरफ हाथ उठा, तो मकान खोदकर मैदान बना दूंगा। चैन से नहीं रहने दूंगा।
तो शिव का यह रौद्र रूप अपराधियों के हौसले पस्त करने में कामयाब होता है, तो यह उम्मीद की जा सकती है कि शिवराज सरकार में मध्यप्रदेश में रामराज्य की झलक दिख सकती है। पर चुनौती बड़ी है और 2023 विधानसभा चुनाव के पहले वक्त बहुत कम है। लेकिन यह तय है कि उत्तरप्रदेश में बुलडोजर बाबा की तरह मध्यप्रदेश में बुलडोजर मामा का नाम ही विधानसभा चुनाव में खासा असर दिखाएगा और भाजपा की वैतरिणी पार कराने का दम भी भरेगा।