Ranapur में खुशियों की मुस्कान: 7 माह बाद 352 कन्याओं को मिला कन्यादान, खातों में पहुंची 1 करोड़ 72 लाख 48 हजार की राशि

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Ranapur में खुशियों की मुस्कान: 7 माह बाद 352 कन्याओं को मिला कन्यादान, खातों में पहुंची 1 करोड़ 72 लाख 48 हजार की राशि

Jhabua: आख़िरकार झाबुआ जिले के राणापुर ब्लॉक की 352 नवविवाहित कन्याओं के चेहरे पर मुस्कान लौट आई। मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना के तहत मिलने वाली सहायता राशि के लिए पिछले सात महीनों से प्रतीक्षा कर रहीं इन बेटियों को आखिरकार उनका “कन्यादान” मिल ही गया। लंबे इंतज़ार और कई दौर की शिकायतों के बाद सोमवार को सभी 352 कन्याओं के खातों में कुल ₹1 करोड़ 72 लाख 48 हजार रुपये की राशि ट्रांसफर की गई।

*सात महीने की जद्दोजहद*

जानकारी के अनुसार, 26 मार्च 2025 को झाबुआ की गोपालपुरा हवाई पट्टी में मुख्यमंत्री कन्या विवाह का आयोजन हुआ था, जिसमें राणापुर ब्लॉक की 352 कन्याओं ने सामूहिक विवाह में भाग लिया था। योजना के तहत प्रत्येक कन्या को ₹49,000 की सहायता राशि मिलनी थी।

लेकिन प्रशासनिक प्रक्रिया में विलंब और बजट स्वीकृति में देरी के चलते भुगतान रुका रहा। परिणामस्वरूप, नवविवाहित जोड़े जनपद पंचायत से लेकर कलेक्टर कार्यालय तक चक्कर लगाते रहे और कई बार सीएम हेल्पलाइन 181 पर शिकायतें भी दर्ज कराई गईं।

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*कलेक्टर नेहा मीना के प्रयासों से समाधान*

लंबे समय से लंबित इस भुगतान को लेकर जिला कलेक्टर नेहा मीना ने स्वयं पहल की। उनके निर्देश पर मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत राणापुर बलवान सिंह मवासे के नेतृत्व में टीम ने फाइलों की समीक्षा कर भुगतान प्रक्रिया को गति दी। अंततः झाबुआ ट्रेजरी से राशि ट्रांसफर कर कन्याओं के व्यक्तिगत बैंक खातों में भेज दी गई।

*अहम भूमिका*

इस सफलता के पीछे कई अधिकारियों और कर्मचारियों की मेहनत शामिल रही। इनमें खंड पंचायत अधिकारी प्रेमसिंह सिंगाड़, पीसीओ कन्हैयालाल मंडोड, एडीईओ दीपक तोमर, सहायक लेखाधिकारी दिलीप चंदेल, लेखापाल संजय कुमार परमार, शाखा प्रभारी मुकेश ठाकुर और कंप्यूटर ऑपरेटर सुरेश सोलंकी की भूमिका उल्लेखनीय रही। इन सभी के समन्वय से कन्याओं को आखिर राहत मिल सकी।

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*बेटियों के चेहरों पर मुस्कान*

भुगतान की सूचना मिलते ही राणापुर क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। जिन परिवारों ने कन्याओं के विवाह में भाग लिया था, उन्होंने शासन-प्रशासन के प्रति आभार जताया। कई नवविवाहितों ने कहा कि यह राशि उनके लिए नई जिंदगी की शुरुआत में बड़ी मदद साबित होगी।

कन्या विवाह योजना, जो आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों के लिए वरदान मानी जाती है, में इस देरी ने प्रशासनिक प्रक्रिया की चुनौतियों को उजागर किया था। लेकिन कलेक्टर नेहा मीना की पहल और जनपद टीम के सामूहिक प्रयास से अब 352 कन्याओं को उनका हक़ मिल गया और साथ ही एक बार फिर यह संदेश गया कि जब इच्छाशक्ति मजबूत हो, तो विलंबित योजनाएं भी समय पर परिणति पा सकती हैं।