Smt Shakuntala Sharma: नम आंखों से हजारों ने दी अंतिम बिदाई,अंतिम संस्कार मां नर्मदा के पावन तट राजघाट पर हुआ
संभागीय ब्यूरो चीफ चंद्रकांत अग्रवाल की रिपोर्ट
नर्मदापुरम। लब्ध प्रतिष्ठित समाजसेवी स्व.श्री पंडित रामलाल शर्मा की ज्येष्ठ पुत्र वधु, प्रदेश के पूर्व मुख्य सचिव कृपा शंकर शर्मा की धर्मपत्नी,मध्यप्रदेश राज्य मानवाधिकार आयोग की पूर्व सदस्य,सेवाभावी श्रीमती शकुंतला शर्मा को आज नर्मदापुरम के उनके पैतृक निवास से नम आंखों से अंतिम बिदाई दी गई। जिले व प्रदेश भर से आए हजारों लोगों की आंखें भी सहज ही भीग गई।
ज्ञात रहे कि वे पूर्व विधायक गिरिजाशंकर शर्मा,पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष भवानी शंकर शर्मा व पूर्व विधानसभा अध्यक्ष ,वरिष्ठ विधायक डा.सीतासरन शर्मा की भाभी थीं। दिवंगत शकुंतला शर्मा अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मनीष शंकर शर्मा व आशीष शंकर शर्मा की माताजी एवं मध्यप्रदेश तैराकी संघ अध्यक्ष पीयूष शर्मा, अरुण शर्मा एवं वैभव शर्मा की बड़ी मां थीं।
श्रीमती शकुंतला देवी शर्मा का अंतिम संस्कार आज सोमवार को मां नर्मदा के पावन तट,राजघाट पर किया गया। इस अवसर पर हजारों की संख्या में जिले व प्रदेश भर से आए शुभचिंतक, मित्र गण,राजनीति,समाजसेवा,धर्म,शिक्षा आदि के क्षेत्रों से प्रमुख लोग एवं परिजन उपस्थित थे।
शर्मा परिवार के शोक के इन लम्हों में प्रमुख रूप से लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशी व भाजपा किसान मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष दर्शन सिंह चौधरी,विधायक विजयपाल सिंह , पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचौरी, पूर्व मंत्री पी सी शर्मा, पूर्व सांसद रामेश्वर नीखरा,जिला भाजपा अध्यक्ष माधव अग्रवाल,पूर्व जिला कांग्रेस अध्यक्ष पुष्पराज सिंह पटेल सहित जिले भर के सभी दलों के प्रमुख राज नेता एवं कार्यकर्ता मौजूद थे। चिता को मुखाग्नि पुत्र आशीष शर्मा द्वारा दी गई। अंतिम संस्कार के पश्चात राजघाट नर्मदा किनारे एक श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया। जिला पत्रकार संघ अध्यक्ष प्रमोद पगारे ने श्रीमती शकुंतला देवी शर्मा के सार्वजनिक जीवन के संबंध में जानकारी दी। सभी ने मिलकर मृतात्मा की प्रभु चरणों में सदगति हेतु 2 मिनिट का मौन रखा । कृपा शंकर शर्मा, भवानी शंकर शर्मा,गिरिजा शंकर शर्मा, डॉ. सीता सरन शर्मा ,पीयूष शर्मा, अरुण शर्मा एवं वैभव शर्मा ने अंतिम यात्रा में आए हुए सभी के प्रति आभार व्यक्त किया।
इसके पूर्व जगदीश पुरा स्थित लक्ष्मी निवास से अंतिम यात्रा को रामधुन के साथ राजघाट तक लाया गया। जिसमें बहुत बड़ी संख्या में जिले व प्रदेश भर से आए सभी राजनीतिक दलों के कार्यकर्ता,नेता,गणमान्य नागरिक और परिवारजन उपस्थित थे।