मनावर (स्वप्निल शर्मा)। नगर पालिका सीएमओ प्रदीप शर्मा की कार्यशैली को लेकर नगर पालिका परिषद के दस पार्षदों एवं अध्यक्ष द्वारा उन्हें नहीं हटाने पर इस्तीफे देने की पेशकश करते हुए सीएमओ के खिलाफ निंदा प्रस्ताव पारित किया।
नगरपालिका के सभा कक्ष में बैठक आयोजित की गई। जिसमें सर्वानुमति से यह प्रस्ताव पारित किया कि सीएमओ प्रदीप शर्मा के कारण नगर की आम जनता के काम जैसे नामांतरण, भवन निर्माण अनुमति, प्रधानमंत्री आवास के साथ नगर विकास के अन्य कार्य सब बंद पढ़े हुए हैं। जिससे आए दिन जनता, पार्षद एवं अध्यक्ष को कोसते रहती हैं। नगर में किसी भी प्रकार के विकास कार्य के बारे में चर्चा करने पर सीएमओ द्वारा आश्वासन देकर बाद में मना कर दिया जाता है।
कुछ दिवस पूर्व ही नगर पालिका सीएमओ के विरुद्ध पार्षदों द्वारा 6 दिन तक धरना भी दिया गया था। अपने प्रस्ताव में अध्यक्ष एवं पार्षदों ने लिखा है कि सी एम ओ शर्मा का ट्रांसफर अन्यत्र किया जाए नहीं तो हम सभी जो बैठक में उपस्थित थे, पार्षद गण अपना इस्तीफा राज्य शासन को सौंप देंगे। सीएमओ शर्मा जब से पदस्थ हुए हैं तब से विवादित ही रहे हैं। अक्सर अध्यक्ष एवं पार्षद जो काम उन्हें बताते हैं, उनमें उनकी कोई रुचि नहीं रहती है।
नगर पालिका द्वारा जो पूर्व में टेंडर जारी किए गए थे, उनके निर्माण कार्य को रोक दिए गए हैं। राधारमण कॉलोनी में रोड निर्माण के लिए लोगों के ओटले तोड़ दिए, बाद में उसे अवैध कॉलोनी बता कर वहां पर चल रहे निर्माण कार्यों बंद करा दिया गया। कई लोग अपना आशियाना बनाने के लिए निर्माण कार्य की अनुमति लेने नगरपालिका जाते हैं तो उन्हें नियम बता कर लौटा दिया जाता है।
इन सभी से परेशान होकर 10 पार्षद और नगर पालिका अध्यक्ष संगीता शिवराम पाटीदार ने सीएमओ के कार्य की भर्त्सना करते हुए निंदा प्रस्ताव लाया गया, जो सबकी सहमति से पारित किया गया। यह पहला अवसर है जब नगर पालिका में विकास कार्यों की बैठक की बजाए सीएमओ के लिए निंदा प्रस्ताव की बैठक आयोजित की गई। उक्त बैठक से कांग्रेस के चार पार्षदों ने दूरी बनाकर रखी।