विशेष आलेख:एआई के दौर में मीडिया क्षेत्र में हैं रोज़गार के भरपूर अवसर – जानिए क्या है संभावनाएं

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 विशेष आलेख:एआई के दौर में मीडिया क्षेत्र में हैं रोज़गार के भरपूर अवसर – जानिए क्या है संभावनाएं

 

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(डॉ मनीष कुमार जैसल, विभागाध्यक्ष पत्रकारिता व जनसंचार विभाग )

प्रस्तुति डॉ घनश्याम बटवाल मंदसौर

 

एआई ( आर्टिफिशियल इंटीलेजन्स ) वर्तमान के हर क्षेत्र में प्रभावी दस्तक देरहा है । तकनीक विकास के साथ अद्यतन जानकारी का बेहतर विकल्प बनकर उभरा है यह । निजी स्तर पर , कॉरपोरेट स्तर पर , नेशनल – इंटरनेशनल लेवल पर ही नहीं अबतो शासकीय स्तर पर विभिन्न विभागों में भी उपयोग में लिया जारहा है AI

अन्य क्षेत्रों की तरह जनसंचार मीडिया और इससे जुड़े फ़ील्ड में भी कारगर और संभावना बहुत बढ़ी है ।

 

2024 व आने वाले समय में पत्रकारिता व जनसंचार के क्षेत्र में रोजगार की असीम संभावनाएं हैं। यहां रोजगार से मतलब सिर्फ दो वक्त की रोटी का नहीं बल्कि एक बेहतर जीवन यापन से है। आज के समय में बेहतर पत्रकारिता करने वालों को देशभर के बेहतर संस्थानों में स्थान मिल रहा है। बशर्ते वह प्रोफेशनल हो। पत्रकारिता की डिग्री गहन अध्ययन के साथ ले रखी हो। समय-समय पर अलग-अलग सेक्टर में रोजगार की संभावनाएं बढ़ती है। आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर क्षेत्र में पत्रकारिता पढ़ाने वाला सबसे शीर्ष संस्थान बनके उभरा है। यहां आधुनिक लैब, पूर्णत: तकनीक का उपयोग कर बनाया गया स्टूडियो पत्रकारिता के विद्यार्थियों का न सिर्फ भविष्य बना रहा है। बल्कि देश को अच्छे पत्रकार भी दे रहा है। जो न सिर्फ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का मजबूत हिस्सा बने हैं। बल्कि समाज को एक नई दिशा दिखाने का कार्य भी कर रहे हैं।

जिस तरह से आज नए नए मीडिया संस्थान खुल रहे हैं। उससे पत्रकारिता के छात्रों को एक बेहतर भविष्य मिलने की पूरी संभावनाएं हैं। पत्रकारिता व जनसंचार पूरी तरह से रोजगारोन्मुखी कोर्स है। इसमें 12 वीं के बाद विद्यार्थी को ढेरों मौके मिलते हैं जब वह विभिन्न सेक्टर में अपना कैरियर बना सकता है। चाहे वह प्रिंट पत्रकारिता हो, टीवी की दुनियां हो या फिर डिजिटल यूग में अपना हुनर आजमाना हो। आईटीएम ग्वालियर पत्रकारिता की पढ़ाई में नए आयाम गढ़ रहा है। आने वाले समय में व अभी भी पत्रकारिता और जनसंचार के क्षेत्र में रोजगार की वृहद संभावनाएं है। इन पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेकर विद्यार्थी पत्रकारिता, जनसंचार, इलेक्ट्रॉनिक मीडिया, ग्राफिक्स, एनिमेशन एवं मल्टीमीडिया के क्षेत्र में रोजगार प्राप्त कर सकते है। पत्रकारिता और जनसंचार विषय में ग्रेजुएट और पोस्ट ग्रेजुएट किसी भी विषय के विद्यार्थी कर सकते हैं। भारत एवं वैश्विक स्तर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार के क्षेत्र में तेजी से बदलाव देखने को मिल रहा है। आज के सूचना युग में जनमाध्यमों की नई सैद्धांतिकी भी विकसित हो रही है। इसीलिए इसे वर्तमान परिप्रेक्ष्य के अनुरूप समझने की आवश्यकता है। वर्तमान समय में रोजगार मूलक शिक्षा के क्षेत्र में पत्रकारिता एवं जनसंचार का भी काफी महत्वपूर्ण स्थान है। विश्वविद्यालय द्वारा जनसंचार के क्षेत्र में कुशल संचारक के निर्माण तथा जनसंचार एवं पत्रकारिता के क्षेत्र में उच्च शिक्षण के लिए पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग की स्थापना की गई है।

सूचना प्रोदयोगिकी के मौजूदा युग में मीडिया क्षेत्र में रोज़गार की अपार सम्भावनाएँ बढ़ी है । आर्टिफ़िशल इंटेलीजेंस जैसी नई तकनीक को ख़तरा मान युवा परेशान ना हो । यह मीडिया जगत के लिए टूल्स की तरह है । जहाँ मीडिया शिक्षा से जुड़े छात्र ख़ुद को और प्रशिक्षित तथा हुनरमंद बना सकते हैं । मीडिया शिक्षा में जहाँ एक ओर रिपोर्टिंग, कंटेंट राइटिंग, रेडियो जॉकी, न्यूज़ एंकरिंग में अवसर हैं वहीं अब फ़िल्मों की दुनियाँ भी मीडिया शिक्षा से जुड़े युवाओं के लिए खुली है । फ़िल्म निर्माण में प्रशिक्षित युवाओं की कमी के चलते देश के बाहर निर्भर होना पड़ता था किंतु आज देश में फ़िल्मों की कहानी से लेकर एडिटिंग मीडिया शिक्षा से जुड़े युवा कर रहे हैं । मध्य प्रदेश के ग्वालियर में जनसंचार एवं पत्रकारिता विभाग आईटीएम विश्वविद्यालय में पिछले कुछ महीनों में आयोजित हुए फ़िल्म स्क्रीनिंग और फ़िल्म निर्माण कार्यशाला जैसे कार्यक्रमो से यह अंदाज़ा लगाया जा सकता है कि फ़िल्म निर्माण में युवाओं का रुझान बढ़ रहा है ।

आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर क्षेत्र में पत्रकारिता पढ़ाने वाला सबसे शीर्ष संस्थान बनके उभरा है। यहां आधुनिक लैब, पूर्णत: तकनीक का उपयोग कर बनाया गया स्टूडियो पत्रकारिता के विद्यार्थियों का न सिर्फ भविष्य बना रहा है। बल्कि देश को अच्छे पत्रकार भी दे रहा है। जो न सिर्फ लोकतंत्र के चौथे स्तंभ का मजबूत हिस्सा बने हैं। बल्कि समाज को एक नई दिशा दिखाने का कार्य भी कर रहे हैं। यहाँ के बीए और एमए पत्रकारिता एवं जनसंचार के छात्र अब देश और दुनियाँ के लब्ध प्रतिष्ठित मेंटर से बारीकियाँ सीख ख़ुद को निखार रहे हैं। मीडिया शिक्षा से जुड़े छात्र अब फ़िल्म लेखन के साथ फ़िल्म निर्देशन, फ़िल्म एडिटिंग, कैमरापर्सन, साउंड इंजीनियर, जैसे रोज़गार से जुड़ लाखों कमा रहे हैं । एआई जहाँ एक ओर इन युवाओं को और मज़बूत बनाने में मदद कर रहा हैं वहीं समय और काम की क्षमता बढ़ाने में मदद करता है । आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर का पत्रकारिता विभाग आर्टिफ़िशल इंटेलीजेंस की सकारात्मकता को अपने छात्रों के बीच टूल्स की तरह प्रयोग में लाते हुए उन्होंने रोज़गार दिलाने में मदद करता है । मीडिया की पढ़ाई आज के समय में एक महत्वपूर्ण और रोमांचक करियर विकल्प के रूप में उभरी है। यह न केवल सूचनाओं के प्रसार में अहम भूमिका निभाती है, बल्कि समाज की सोच और धारणाओं को भी आकार देती है। मीडिया की पढ़ाई आपको पत्रकारिता, विज्ञापन, जनसंपर्क, फिल्म निर्माण, डिजिटल मीडिया, और कई अन्य क्षेत्रों में करियर के अवसर प्रदान करती है।

 

 

विभाग के पाठ्यक्रमों को सैद्धांतिक व रोजगारपरक दृष्टि से संतुलित कर बनाया गया है। इस संकाय के अंतर्गत समाचार सम्पादन, संकलन, प्रसारण तकनीकी और निष्पादन कला के साथ-साथ फिल्म निर्माण, डाक्यूमेंट्री निर्माण हेतु कथा, पटकथा लेखन, सिनेमा समीक्षा आदि पाठ्यक्रमों का संचालन भी किया जा रहा है। इस विभाग के अंतर्गत बीए (जर्नलिज्म), एमए (जर्नलिज्म) के पाठ्क्रम संचालित किए जा रहे हैं। पत्रकारिता और जनसंचार पाठ्यक्रम के अंतर्गत विद्यार्थी नामांकन लेकर प्रिट मीडिया, इलेक्ट्रोनिक मीडिया, डिजिटल मीडिया, इंटरनेट मीडिया, एनिमेटेड फिल्म, विज्ञापन, जनसंपर्क, सिनेमेटोग्राफी, डाक्यूमेंट्री आदि विभिन्न प्रकार की मीडिया के क्षेत्र में अपना करियर बना सकते हैं। साथ में रिपोर्टर, एडिटर, स्क्रिप्ट राइटर, फिल्म निर्देशक व निर्माता, कार्टून फिल्म मेकिग, न्यूज़ एंकरिग, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी आदि सीख सकते हैं। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र हैं जिसमें युवाओं के लिए रोजगार की कमी नहीं हैं। इसलिए युवाओं का सामान्य कोर्स की बजाए पत्रकारिता जैसे प्रोफेशनल कोर्स की ओर ज्यादा रूझान हो गया है। वहीं, जनसंपर्क के क्षेत्र में भी रोजगार की संभावनाएं हैं। सरकारी विभागों, निगमों, विश्वविद्यालयों एवं प्राइवेट संस्थानों में जनसंपर्क अधिकारी, सहायक सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी के तौर पर नियुक्ति पा सकते हैं।

 

 

♦️- डिग्री के बाद इन पांच प्लेटफॉर्म पर बना सकते हैं बेहतरीन भविष्य

 

🔸समाचार पत्र :

समाचार पत्र में रिपोर्टर जिसे संवाददाता भी कहा कहा जाता है, उसका काम समाचार और लेख लिखना, समाचार को रिपोर्ट करना, साक्षात्कार लेना, जमीन से जुड़े मुद्दों को ध्यान में रखना होता है। संपादक का कार्य सामग्री का संपादन करना, समाचार कवरेज को बेहतर तरीके से संचालित करना होता है। कॉपी एडिटर व प्रूफरीडर खबरो का संपादन करता है। ग्रामर और स्टाइल की जांच करता है।

 

 

🔸रेडियो-

 

रेडियो में न्यूज़ एंकर/प्रस्तुतकर्ता का काम समाचार अपडेट प्रस्तुत करना होता है। निश्चित समयांतराल में समाचार सुनाना भी प्रस्तौता की जिम्मेदारी होती है। संवाददाता लाइव इंटरव्यू लेता है व समाचार की रिपोर्टिंग करता है।

 

 

🔸टेलीविजन:

टीवी की दुनियां आपको देशभर में दिखाती है। इसमें न्यूज़ एंक का काम खबरों को प्रस्तुत करना, स्टूडियो में लाइव प्रसारण करना, शो होस्ट करना होता है। वीडियो जर्नलिस्ट/मल्टीमीडिया जर्नलिस्ट वीडियो समाचार की रिपोर्टिंग करता है। स्टोरीटेलिंग और एडिटिंग करना का काम भी रहता है।

 

🔸डिजिटल मीडिया:

डिजिटल मीडिया आज के समय में सबसे बेहतर व ट्रेंडिंग प्लेटफॉर्म है। ऑनलाइन/डिजिटल के पत्रकार का कार्य वेबसाइटों और ब्लॉग्स के लिए कंटेंट बनाना होता है। सोशल मीडिया पर विचार विनिमय करना भी एक डिजिटल जर्नलिस्ट की जिम्मेदारी होती है। आजकल सभी बड़े प्लेटफाॅर्म भी डिजिटल मीडिया का उपयोग कर रहे हैं। इसमें सोशल मीडिया प्रबंधक भी होता है जो सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स पर कंटेंट को मैनेज करता है।

 

🔸विज्ञापन:

विज्ञापन सभी प्लेटफॉर्म में कॉमन होता है लेकिन इसमें विद्यार्थी अच्छा भविष्य बना सकते हैं। मीडिया प्लानर विज्ञापन की योजना बनाता है। मीडिया प्लेटफ़ॉर्मों पर विज्ञापन को पब्लिश करवाकर इसका भुगतान करवाता है।

खास बात : आईटीएम क्षेत्र का एकमात्र ऐसा संस्थान है जो विद्यार्थी को इन सभी प्लेटफॉर्म के लिए पूरी तरह से तैयार करता है।

 

 

 

🔸- सरकारी व प्राइवेट नौकरियों में ढेरों मौके, 12 वीं के बाद करें कोर्स

 

अक्सर हम देखते हैं कि 12th के बाद विद्यार्थी सरकारी नौकरियों के पीछे भागते हैं। प्राइवेट नौकरियों के पीछे भागते हैं। लेकिन शायद लोगों को नहीं पता कि मीडिया एक ऐसी फिल्ड है। जिसमें आप सरकारी और प्राइवेट दोनों ही तरह की जॉब कर सकते हैं। प्राइवेट के विभिन्न संस्थान हमारे देश में है। सरकारी के लिए राज्य व केंद्र सरकारें समय समय पर जनसंपर्क अधिकारी की वैकेंसी निकालती है। मीडिया या प्रेस एक मात्र ऐसी फिल्ड है जो प्राइवेट व सरकारी दोनों ही तरह के लोगों के काम करने के सिस्टम पर नजर रखती हैं। मीडिया को लोकतंत्र का चौथा स्तंभ कहा जाता है अगर आप मीडिया में या फिर मीडिया की इस दुनिया में कैरियर बनाना चाहते हैं तो 12th के बाद आप सीधे बैचलर आफ आर्ट्स इन जर्नलिज्म एंड मास कम्यूनिकेशन कर सकते हैं। इसके अलावा अगर आपने ग्रेजुएशन कर लिया है तो आप मीडिया में मास्टर्स डिग्री भी कर सकते हैं। –

 

 

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संप्रति – डॉ मनीष कुमार जैसल, विभागाध्यक्ष पत्रकारिता व जनसंचार विभाग, आईटीएम विश्वविद्यालय ग्वालियर