Niwadi : पृथ्वीपुर के पुलिस SDOP संतोष पटेल सादगी की मिसाल बन गए। उनकी शादी खासी चर्चा में है। बड़े पद पर रहते हुए भी इस अफसर ने अपनी परंपरागत सादगी नहीं छोड़ी और शादी के बाद दुल्हन को साइकल पर लेकर घर आए। उन्होंने अपने विवाह समारोह में बुंदेली परंपराओं को जीवंत रखा, उनमें बुंदेली दूल्हे की झलक देखने को मिल रही थी। यह दूल्हा आलीशान सहरा नहीं बल्कि खजूर का मुकुट लगाए था।
डीएसपी चाहते तो दुल्हन को कार से भी ला सकते थे, पर उन्होंने ऐसा नहीं किया। साइकल पर नवेली दुल्हन और दूल्हे की वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रही है। पुलिस में बड़ा पद होने के बाद भी वे अपनी संस्कृति और संस्कारों पर कायम रहे।
निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर के SDOP संतोष पटेल ने यह साबित कर दिया है कि वे पद, प्रतिष्ठा और आधुनिकता की दौड़ में संस्कृति, परंपरा और संस्कारों को नहीं भूले। आधुनिकता के दौर में उन्होंने अपनी शादी में परंपराओं का भी पूरा ध्यान रखा।
अपनी शादी में हिन्दू संस्कृति की वैवाहिक परंपराओं का पालन किया। इसके तहत उन्होंने सिर पर खजूर के पेड़ के पत्तों का मौर पहना। भारतीय परिधान में जहां दूल्हा सजा हुआ था, तो दुल्हन ने भी ठेठ भारतीय सीधे पल्ले की चुनरी पहन रखी थी। दूल्हा-दुल्हन को लाने ले जाने में भी मोटरगाड़ी का नहीं पालकी का ही प्रयोग किया गया। इस अनूठी शादी में लोगों को हजारों वर्ष पुरानी संस्कृति के दर्शन हो रहे थे।
आधुनिकता और दिखावे से दूर रही ये शादी।
आमतौर पर आजकल शादियों में खासे इंतजाम होते है। खूब चकाचौंध और आधुनिकता से लवरेज व्यवस्थाएं आलीशान होटल खूब सारी सजावट स्टेटस सिंबल बन गया है। ऐसे में शादियों में लोग लाखों रुपये खर्च करते है। आधुनिकता के बीच जो जितना बड़ा आदमी उसका उतना बड़ा इंतजाम होता वही इन सबके बीच पुरातन संस्कृति कही खो सी गई है। ऐसे में अफसरों की शादी के तो क्या कहने। लेकिन, बुंदेलखंड केे पन्ना जिले मेंं जन्मे निवाड़ी जिले के पृथ्वीपुर के SDOP संतोष पटेल की शादी आधुनिकता और दिखावे से एकदम उलट थी।
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