Stay on New Mahila Congress Executive : महिला कांग्रेस के नए पदाधिकारियों की घोषणा को रोका गया

विरोध के बाद फैसला, काम करने वाली महिला कार्यकर्ताओं को किनारे किए जाने के आरोप

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Stay on New Mahila Congress Executive

Bhopal : प्रदेश महिला कांग्रेस द्वारा कल घोषित प्रदेश कार्यकारिणी और जिला और शहर की इकाइयों की लिस्ट को फिलहाल रोक दिया गया है। मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष डॉ अर्चना जायसवाल के लेटर पैड पर 8 शब्दों की एक प्रेस रिलीज आई है जिसमें लिखा है:

Stay on New Mahila Congress Executive

‘ The List Of Mahila Congress Is On Stay ‘

( मीडिया वाला इस प्रेस रिलीज की प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं करता है)

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश इकाई की घोषणा के साथ ही इसमें विरोध के स्वर फूट पड़े। आरोप लगाया जाने लगा कि कांग्रेस के लिए सक्रियता से काम करने वाली महिलाओं को दरकिनार करके नई महिलाओं को आगे लाया गया। इससे सक्रिय महिलाओं का मनोबल टूटेगा, जिसका खामियाजा पार्टी को भुगतना पड़ेगा। यही कारण है कि नई कार्यकारिणी को रोक दिया गया। महिला कांग्रेस की प्रदेश अध्यक्ष अर्चना जायसवाल इंदौर की ही हैं। उनके ही शहर में विरोध होने लगा।
महिला कांग्रेस की नई कार्यकारिणी में इंदौर से रूबीना खान और सोनिया शुक्ला प्रदेश महामंत्री, शशि यादव और सीमा बोयत सचिव, निशा शुक्ला और अरुणा पांडेय (महू) सहसचिव बनी। रीटा डागरे जो शहर महिला कांग्रेस की कार्यवाहक अध्यक्ष थी उन्हें कार्यकारिणी सदस्य बनाया गया। पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू की बेटी रीना बौरासी जो सांवेर विधानसभा में चुनाव के लिए मशक्कत कर रही है, उन्हें जिला की महिला कांग्रेस में अध्यक्ष बनाया गया।

इंदौर शहर में दो अध्यक्ष जया तिवारी और साधना भंडारी को बनाया गया है। इन दोनों अध्यक्षों की जिम्मेदारी अभी तय नहीं हुई। लेकिन सभी प्रदेश और जिला शहर अध्यक्षों को निर्देशित किया गया है कि सभी महिलाएं भाजपा की केंद्र और प्रदेश सरकार की नीतियों का विरोध करें और 2023 की विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुट जाएं। प्रदेश में कार्यकारिणी सदस्य बनी रीटा डागरे ने कहा कि 10 साल से कांग्रेस पार्टी में जो महिलाएं काम कर रही है, उन्हें नजर अंदाज कर दूसरों को पदाधिकारी बनाया गया। रीटा डागरे को भी शहर महिला कांग्रेस में कार्यवाहक अध्यक्ष होने के बावजूद बड़ी जिम्मेदारी के बजाए कार्यकारिणी का सदस्य बनाया गया है, महिला कांग्रेस में पदाधिकारी बनते ही विरोध के स्वर तेज हो गए हैं।

आलीराजपुर में हुए विधानसभा उपचुनाव के बाद पार्टी के उम्मीदवार महेश पटेल ने कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष कांतिलाल भूरिया पर सेबोटेज के आरोप लगाए थे। दोनों के बीच काफी विवाद भी हुआ, लेकिन, कार्यकारिणी में महेश पटेल की पत्नी सेना पटेल को भी जगह दी गई! ऐसे कई नाम कई जिलों में दिखाई दिए, जिनको लेकर आपत्ति उठाई गई है।

इसी बीच भाजपा के प्रवक्ता उमेश शर्मा ने एक ट्वीट किया है जो हम यहां जस का तस दे रहे हैं:

इस प्रेस रिलीज की पुष्टि के संबंध में प्रदेश महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अर्चना जायसवाल को कई बार फोन पर संपर्क करने की कोशिश की लेकिन उनसे चर्चा नहीं हो सकी।