Stock Market : Sensex 1000 से ज़्यादा बढ़ा, NIFT में भी तेज़ी

कॉरपोरेटर और बिजनेस विशेषज्ञ बसंत पाल की रिपोर्ट

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कॉरपोरेटर और बिजनेस विशेषज्ञ बसंत पाल की रिपोर्ट

ग्लोबल मार्केट सेंटीमेंट बेहतर रहने से BSE सेंसेक्स और NSE के निफ्टी में आज शानदार तेजी देखने को मिली है। सेंसेक्स 1000 अंकों से ज्यादा मजबूत हुआ है, जबकि निफ्टी 16950 के पार हो गया है। बैंकिंग और फाइनेंशियल शेयरों में जोरदार खरीदारी के चलते बाजार को सपोर्ट मिला है। सेंसेक्स में 1040 अंकों की तेजी रही है और यह 56,817 के स्तर पर बंद हुआ है, जबकि निफ्टी 312 अंक मजबूत होकर 16975 के स्तर पर बंद हुआ है।

सेंसेक्स 30 के 29 शेयर हरे निशान में बंद हुए हैं। आज के टॉप गेनर्स में ULTRACEMCO, AXIS BANK, INDUSIND BANK, HDFC, BAJAJ FINSV और INFY शामिल हैं। निफ्टी पर बैंक, फाइनेंशियल और आटो इंडेक्स 2 फीसदी के करीब मजबूत हुए हैं। IT और मेटल इंडेक्स में 1.8 फीसदी और 2.5 फीसदी तेजी रही है। जबकि, रियल्टी इंडेक्स में 3.5 फीसदी तेजी रही है। एफएमसीजी और फार्मा शेयरों में भी तेजी देखने को मिली है।

कारोबारियों की नजर आज US फेड की होने वाली बैठक पर रहेगी। सेंट्रल बेंक ने पहले ब्याज दरें बढ़ाए जाने के संकेत दिए थे, वहीं रूस और यूक्रेन संकट को लेकर भी अनिश्चितता बरकरार है। हालांकि, इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव घटकर 100 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ जाने से मार्केट सेंटीमेंट सुधरा है।

बैंकिंग स्टाक्स में बढ़त
कारोबार में बैंक शेयरों में शानदार तेजी देखने को मिल । निफ्टी पर बैंक इंडेक्स 1.5 फीसदी से ज्यादा मजबूत हुआ है। FEDERAL BANK में 4.5 फीसदी तेज़ी है तो AXIS BANK और BANDHAN BANK में 3.5 फीसदी बढ़त है। INDUSIND BANK में 3 फीसदी तेजी है तो RBL BANK और KOTAK BANK में 2.5 फीसदी और 1.5 फीसदी तेजी है।

Paytm के एक डायरेक्टर का इस्तीफ़ा
मुनीश रविंदर वर्मा ने व्यक्तिगत कारणों से One 97 Communications (Paytm) के नॉन एग्जीक्यूटिव, नॉन इंडीपेंडेंट डायरेक्टर पद से इस्तीफा दे दिया है। कंपनी ने मंगलवार 15 मार्च को शेयर बाजारों को भेजी एक सूचना में यह जानकारी दी ।

क्रूड 100 डॉलर के करीब
इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड का भाव घटकर 100 डॉलर प्रति बैरल के करीब आ जाने से मार्केट सेंटीमेंट सुधरा है। हालांकि, निवेशकों की नजर आज US फेड की होने वाली बैठक पर रहेगी। सेंट्रल बेंक ने पहले ब्याज दरें बढ़ाए जाने के संकेत दिए थे, वहीं रूस और यूक्रेन संकट को लेकर भी अनिश्चितता बरकरार है।