कारपोरेट और बिजनेस विशेषज्ञ बसंत पाल की साप्ताहिक रिपोर्ट
Indore : रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच दुनियाभर में अनिश्चितता का माहौल (Uncertainty around the world) है। इससे भारतीय शेयर बाजार में भी लगातार गिरावट देखी जा रही है। शेयर बाजार 4 मार्च को खत्म हुए सप्ताह में लगातार चौथे हफ्ते भारी उतार-चढ़ाव के बीच लाल निशान में बंद हुए। पिछले सप्ताह बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) 1,524.71 अंक यानी 2.72% की गिरावट के साथ 54,333.81 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी (Nifty) 413 अंक यानी 2.47% टूटकर 16,245.4 के स्तर पर बंद हुआ।
घरेलू बाजार की बात करें तो अगले सप्ताह बाजार की नजर पाँच राज्यों के विधानसभा चुनाव परिणामों पर रहेगी। इन नतीजों का निवेशकों के सेंटिमेंट पर असर देखने को मिलेगा। इस नजरिए से देखें, तो बाजार में एक दायरे में कारोबार होता नजर आएगा। ऐसे में निवेशकों को सतर्कता बनाए रखते हुए चुनिंदा कंपनियों के शेयर में खरीदारी कि जा सकती है।
पिछले सप्ताह भी भारतीय बाजार में FII (Foreign Institutional Investment) की बिकवाली जारी रही। FII ने 22,563.08 करोड़ रुपए की बिकवाली की, जबकि इसी अवधि में DII (Direct Institutional Investment) ने 16,742.75 करोड़ रुपए की खरीदारी की। अगले हफ्ते बाजार की दिशा पर पूर्वी यूरोप में जारी तनाव का सबसे ज्यादा असर रहेगा।
आने वाले सप्ताह में निवेशकों की नजर चीन और अमेरिका के महंगाई के आंकड़ो पर रहेगी। यूक्रेन और रूस के बीच लड़ाई के चलते कमोडिटी और कच्चे तेल की कीमतें आसमान छू रही (Commodity and crude oil prices skyrocketing) हैं ऐसे में महंगाई के आंकड़े यूएस फेडरल बैंक के अगले कदम के बारे में अंदाजा लगाने में बड़ी सहायता करेंगे।
बसंत पाल
लेखक वरिष्ठ पत्रकार और कारपोरेट, कमोडिटी मार्केट के जानकार हैं। इन विषयों पर तीन दशकों से निरंतर लेखन कर रहे हैं। आर्थिक मामलों के समीक्षक होने के साथ इलेक्ट्रॉनिक मीडिया से भी सम्बद्ध रहे।
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